Dipak Kumar "Girja" Tag: ग़ज़ल 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dipak Kumar "Girja" 26 May 2024 · 1 min read इंतज़ार बड़ी मुद्दत पे आए हो, ज़रा दीदार करने दो। ठहरो ज़रा कुछ पल, नज़र दो चार करने दो। कुछ दिन जो तुम ठहरो यहाँ, बातें पुरानी कर लें हम। हम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 123 Share Dipak Kumar "Girja" 26 May 2024 · 1 min read कैसे भूलूँ दिल मेरा भूल नहीं सकता जो वक़्त ने मुझपे ढाया है आँखों के पानी सूख गए आँसु को इतना बहाया है चार दिनों के जीवन में बस दुख ही दुख... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 102 Share Dipak Kumar "Girja" 26 May 2024 · 1 min read यादों की तस्वीर जो बसी है मेरी यादों में वो तस्वीर तुम हो, मेरे हर ख्वाब और हर अक्स में, एक तासीर तुम हो। तुम्हारे बिना ये जिंदगी अधूरी है मेरी, मेरे हर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 85 Share Dipak Kumar "Girja" 24 May 2024 · 1 min read यादों की सफ़र" वो हुस्न का शराब पिलाकर चले गए, मासूम दिल दीवाना बनाकर चले गए। नजरों से अपने हमको जो गिरा न सके, दिल से मुझको आज भुलाकर चले गए। ज़िंदगी की... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 86 Share Dipak Kumar "Girja" 23 May 2024 · 1 min read दीवाना दिल पागल हूं दीवाना हूं मोहब्बत के जमाने में जरा रुख कर दो मुझपे भी कमी क्या इस दीवाने में मैं पागल हूं.... जरा समझो मेरी धड़कन क्यों तुम बेचैन करते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 84 Share Dipak Kumar "Girja" 21 May 2024 · 1 min read तेरा ग़म आप वो ख्वाब जिंदगी में दिखाते न कभी हम भी फिर आप पे हक़ यूँ जताते न कभी हमने तो आपको इक नूर -ए- फरिश्ता समझा वर्ना हमराज़ तुम्हे हम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 81 Share