Sanjay ' शून्य' 268 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay ' शून्य' 5 May 2024 · 1 min read दूरी जरूरी का करिहौ अवधेश, झूठ की हो गई शादी। मिली दुल्हनिया चोर, सुनो हो गई बर्बादी।। मां की ममता बनी रही, जो झूठ को पाला। पिता झूठ का बाप, जो तोड़ई... Hindi 13 Share Sanjay ' शून्य' 4 May 2024 · 1 min read प्रेम मिटना पड़ता सदा प्रेम में, अस्तित्व मिटाना पड़ता है। स्वादहीन पानी शर्बत हो, चीनी को मिटना पड़ता है।। मूल्यहीन जल दूध में मिलकर, खुद को दूध बना लेता है। भाग्य... Hindi 15 Share Sanjay ' शून्य' 3 May 2024 · 1 min read सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अध सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अधिकार और साधन समझ लेते हैं। उदार और स्वार्थी मनुष्य का यही भेद है। जय सियाराम Quote Writer 1 17 Share Sanjay ' शून्य' 3 May 2024 · 1 min read मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया। मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया। भर गया हो पेट मौतों से तो अब तौबा करो।। Quote Writer 1 21 Share Sanjay ' शून्य' 3 May 2024 · 1 min read नेता जी मन के अंदर मैल भरा, आभा जिनका मटमैला है। मस्तक बड़ा और चमकदार, पर अंदर बैठा बैला है।। चोर चोर का शोर मचा, खुश हो लो उसको बुरा लगेगा। उसकी... Hindi 1 14 Share Sanjay ' शून्य' 30 Apr 2024 · 1 min read न जागने की जिद भी अच्छी है हुजूर, मोल आखिर कौन लेगा राह की द न जागने की जिद भी अच्छी है हुजूर, मोल आखिर कौन लेगा राह की दुश्वारियां। कट रही है ठाट से हाथ फैलाने से गर, जागकर मैं क्यूं खरीदूं सैंकड़ों बीमारियां।। Quote Writer 1 18 Share Sanjay ' शून्य' 28 Apr 2024 · 1 min read अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त। अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त। गर नहीं तो कोई बात नहीं, बनाना मेरे दोस्त।। औरों की कृपा से, यदि जगह भी मिल जाए। ऐसे मुसीबतों से खुद... Quote Writer 1 18 Share Sanjay ' शून्य' 24 Apr 2024 · 1 min read चुनाव 2024.... उम्मीदों पर खरे रहे हो, अभी कहां तुम पीछे हो। हर गहराई मात खा गई, तुम जो इतने नीचे हो।। था प्रयास की आ जाओगे, मानवीय पहुंच के पास कहीं।... Hindi 1 25 Share Sanjay ' शून्य' 12 Apr 2024 · 1 min read लक्ष्य मंत्रमुग्ध हो सुनो गालियां, व्रत पूरा हो जाने तक। धैर्य धरो यदि मिले तालियां, वचन पूर्ण हो जाने तक।। करो चक्र संधान धर्म हित, शिशुपाल अंत हो जाने तक। अपमान... Hindi 1 26 Share Sanjay ' शून्य' 11 Apr 2024 · 1 min read निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा हैं। शक्ति को समर्पित कर शक्तिवान बनें। जय मां जगदम्बे Quote Writer 1 29 Share Sanjay ' शून्य' 9 Apr 2024 · 1 min read सीख मेरे हिस्से के पाप, भी उसने कर डाले। झूठ मूर्ति बन मुझको सत्य सीखा डाले।। आवारापन बन मुझको सही दिशा दे दी। नफरत ने उसके मुझको खूब दया दे दी।।... Hindi 1 20 Share Sanjay ' शून्य' 7 Apr 2024 · 1 min read मनुष्य जो मनुज उदाहरणार्थ है, वही तो प्रश्ननार्थ है। उसी को जगत देखता, वही तो दर्शनार्थ है।। जिसके कर्म में परमार्थ है, वही तो जग हितार्थ है। जो दूर रहे दंभसे,... 1 36 Share Sanjay ' शून्य' 6 Apr 2024 · 1 min read शिकारी संस्कृति के राम को राम और खुदा को खुदा रहने दो। दोनो अलग संस्कृति है इन्हे जुदा रहने दो।। मत वृद्धि के खातिर इन्हे तुम मत मिलाओ। राम व खुदा को तुम... Hindi 1 25 Share Sanjay ' शून्य' 4 Apr 2024 · 1 min read जन्म हाथ नहीं, मृत्यु ज्ञात नहीं। जन्म हाथ नहीं, मृत्यु ज्ञात नहीं। कर्म मूल है और कोई बात नहीं।। जय श्री सीताराम Quote Writer 1 48 Share Sanjay ' शून्य' 2 Apr 2024 · 1 min read जीयो हूं तो हूं, वरना तो मैं बिल्कुल नहीं हूं। मैं नहीं कहता कि मैं बिल्कुल सही हूं।। बाज़ है क्या वास करता दूसरों की नीड़ में। साधु चलता है अकेला... Hindi 1 1 37 Share Sanjay ' शून्य' 30 Mar 2024 · 1 min read बदलते रिश्ते प्रेम व्रेम इश्क विश्क यारी वारी, सब शब्दों की अय्यारी है। चांद सा मुखड़ा दिल का टुकड़ा, कवियों की मक्कारी है।। संपूर्ण समर्पण कर जिसने भी, हम सबको है सृजित... Hindi 1 1 38 Share Sanjay ' शून्य' 29 Mar 2024 · 1 min read माफिया जैसा कातिल है वैसी ही मौत की सजा। दरिंदे चीखपुकार रहे है, लोग ले रहे मजा। थे सरेआम लूटते घसीटते निचोड़ते समाज को। पापी, राजा बने हुए थे, वो तड़प... Hindi 1 1 40 Share Sanjay ' शून्य' 28 Mar 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्ते जीयो गम पियो, कम खाओ गम खाओ। सत्य प्रेम करुणा से, अंदर का अहम खाओ।। रिश्ते नहीं खुद को संभालो, रिश्ते खुद सम्हल जायेंगे। खुल के रोओ और हंसो,... Hindi 1 35 Share Sanjay ' शून्य' 26 Mar 2024 · 1 min read कलियुग है उद्यम जिसका कर्ज हो, झूठ बनाए फर्ज। इनसे रहियो दूर जी, ये कलयुग के मर्ज।। मन रथ पर बैठा हुआ, जिह्वा जिसकी तीर। काम बसत जिनके नयन, हो कलयुग में... Hindi 1 1 49 Share Sanjay ' शून्य' 24 Mar 2024 · 1 min read केजरू अन्ना की अंगुली पकड़ चला एक किरदार। गला फाड़ कर के कहे सबमें भ्रष्टाचार।। आंदोलन की पीठ पर चढ़ बैठा बलवान। अनशन, भाषण , वचन से बनता रहा महान।। लोकपाल... Hindi 1 37 Share Sanjay ' शून्य' 19 Mar 2024 · 1 min read इश्क अमीरों का! मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का। मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में, सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर... 1 38 Share Sanjay ' शून्य' 19 Mar 2024 · 1 min read मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का। मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में, सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर... Quote Writer 1 47 Share Sanjay ' शून्य' 18 Mar 2024 · 1 min read व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि विचार और संबंध में चुनना हो तो संबंध चुने। हमारे महाकाव्य बताते हैं कि विचारों की उत्पत्ति संबंधों... Quote Writer 1 39 Share Sanjay ' शून्य' 18 Mar 2024 · 1 min read विकल्प न सिया विलाप से, न जटायु युद्ध से। मंदोदरी के प्रेम न माल्यवान प्रबुद्ध से।। न तो लंका दहन से, न पुत्र के हनन से। पुत्र के सलाह से, न... 1 40 Share Sanjay ' शून्य' 16 Mar 2024 · 1 min read मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो विकल्प नहीं हैं। जनता के लिए काम करे, दिखता नहीं कोई, राष्ट्र समर्पित कोई व्यक्तित्व... Quote Writer 1 57 Share Sanjay ' शून्य' 14 Mar 2024 · 1 min read वाह नेता जी! चाटत चाटत घिस गया, नेता जी का जूत। नेता बिन पनही हुए, हम हो गए कपूत।। नेता जी का न बचा, पिछला कोई सबूत। हम भी घर बाहर हुए, पापा... Hindi 1 42 Share Sanjay ' शून्य' 12 Mar 2024 · 1 min read नहीं बदलते रोटी सच की खाते हैं, पर झूठ पोषते है। ऐसे नर पशु जीवन में, ईश्वर को कोसते हैं।। धर्म कथा कोई भी, इनके लिए व्यर्थ है। कर्मधर्म यह मोक्ष न... Hindi 1 45 Share Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read ब्राह्मण जिस भी ब्राह्मण में, रावण अब तक जिंदा है। परशुराम, वशिष्ठ, नारद, भृगु उससे शर्मिंदा हैं।। ब्राह्मण की साधुता स्वयं विष्णु से। बन गोपियां वो करते प्रेम कृष्ण से।। नारद... Hindi 1 50 Share Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read रिश्ते घर में करता बाप जहां बच्चों के बीच दलाली होगा। धीरे धीरे घर का कुनबा एक एक कर खाली होगा।। बच्चों की तुम बात ही छोड़ो, रहेगा वहां पिता ही।... Hindi 1 41 Share Sanjay ' शून्य' 8 Mar 2024 · 1 min read शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। सिद्धि बांटे जगत में, स्वयं रहे निष्काम।। प्रभु गुरुओं के हो गुरु, देवों के हो देव। कालों के हो काल, कहते सब... Quote Writer 2 70 Share Sanjay ' शून्य' 7 Mar 2024 · 1 min read *है गृहस्थ जीवन कठिन *है गृहस्थ जीवन कठिन माया मोह अनंत। कर्म धर्म देखत हसत, देव, दनुज अरू संत।* जय सीताराम Quote Writer 2 69 Share Sanjay ' शून्य' 7 Mar 2024 · 1 min read प्रदर्शन "प्रदर्शन" चकाचौंध जो देख रहे हो, वो सब केवल हौआ है। धवल हंस है घूम रहा, अंदर से काला कौआ है।। कपड़ों से कैसे पहचाने, पढ़ा लिखा या बउआ है।... 1 45 Share Sanjay ' शून्य' 6 Mar 2024 · 1 min read कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, पूर्णिमा के चांद में दिखता है उन्हे दाग। सबसे जलील शख्स है जो अपने शहर का, कहता है कि दुनिया में कोई... Quote Writer 1 73 Share Sanjay ' शून्य' 5 Mar 2024 · 1 min read नदी की बूंद है नदियों क्या प्रभाव, हम सबको सभी विदित है। हिमखंडो की शिहरन सी, अविरल भाव निहित है।। हिम से बूंदे जलधारा बन, अविराम यात्रा करती है। पर्वत मालाओं से लड़ती,... Hindi 1 75 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read जुबां गर समझ लो जिंदगी ज़ुबान को। तो जीत लोगे गर्दीशी तूफान को।। गर तेरी ज़ुबान यूं चलती रहेगी। खुद मरेगी जिंदगी को मार देगी।। न अधिक मीठा न बोलो ढेर... Hindi 1 54 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read Good morning 🌅🌄 Good morning 🌅🌄 जीवन की शुभता में थे जो....आज नही धरती पर वो। तुम तारा बन मुझको साहस देते रहना, सब है पता भला तुमसे क्या कहना।। ऊर्जा अक्षुण है... Quote Writer 1 1 85 Share Sanjay ' शून्य' 1 Mar 2024 · 1 min read नर से नर पिशाच की यात्रा प्यास ने प्रेरित किया तो, कूप लेकर आए हम। चुनने हमें जब सार थे, तो सूप लेकर आए हम।। युद्ध जब बढ़ने लगे, तब बुद्ध लेकर आए हम। बौद्ध दूषित... 1 66 Share Sanjay ' शून्य' 27 Feb 2024 · 1 min read धोखे का दर्द धोखे का दर्द तुमसे ना उम्मीद तो थे मगर, आदावत करोगे सोचा न था। जैसे नोचा मेरे जज्बात तूने, जिस्म गिद्धों ने भी नोचा न था। गलतफहमी है, दिन यूं... Hindi 1 54 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आपको छलता रहेगा, पहचाने और सावधान रहें। वह कोई भी और कहीं भी हो सकता है। उसे सद्भभाव से... Quote Writer 1 71 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read चुनाव आनेवाला है हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार। छोड़ो घर परिवार साथियों छोड़ो घर परिवार।। नेता की ललकार साथियों छोड़ो घर परिवार। करो समर्पित खुद को, कर दो घर परिवार।। नेता... Hindi 1 84 Share Sanjay ' शून्य' 13 Feb 2024 · 1 min read सूरत बदलेगी तेरी सूरत, खुद के संवारने से। ख़ाक न बदलेगा, यूं सेखी बघारने से।। काम करो खुदपर, छोड़ो फिजूल बातें। दिनरात एक कर दो, जबतक बने न बातें।। यदि बात... Poetry Writing Challenge-2 1 45 Share Sanjay ' शून्य' 11 Feb 2024 · 1 min read Farishte तुम्हें रोशन करूं कैसे, खुद को कितना जलाऊं मैं, ज़रा तूही बता कैसे, ज़मी पे चांद लाऊं मैं। तेरी बेरहम ख्वाइश को, है मैने लहू से सींचा। तुझे अपना समझने... Poetry Writing Challenge-2 1 61 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा देने में माहिर होता है क्योंकि गरीबी एक धोखा है। निर्धनता जेब में हो तो ठीक परंतु मस्तिष्क... Quote Writer 1 88 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read दान किसे हिंदू वीरों, मत दौड़ो तुम महावीर बन , बौने नेताओ के पीछे। उनका मकसद धन बटोरना, तुमको रखना है पीछे।। त्याग तपस्या नहीं पास कुछ, बन बैठे कैसे ये नेता।... Poetry Writing Challenge-2 2 52 Share Sanjay ' शून्य' 9 Feb 2024 · 1 min read आएंगे तो मोदी ही बिरले होते हैं पूत यहां, जो इस मां का कर्ज चुकाते है। ज्यादा तर चोर उचक्के तो चोरी कर घर ही चलाते हैं।। जो किया समर्पित जीवन को,आठ पहर बस... Poetry Writing Challenge-2 1 59 Share Sanjay ' शून्य' 7 Feb 2024 · 1 min read फकीरी मुझे नाराज़ करने का अलग अंदाज़ है उनका, करूं बाते जो पूरब की तो पश्चिम जोड़ देते हैं। गज़ब है नज़रिया उनका आवारापन को ले करके, फरिश्ता कह उन्हें रूहानियत... Poetry Writing Challenge-2 2 49 Share Sanjay ' शून्य' 6 Feb 2024 · 1 min read वो और राजनीति लठैत बुलाए थे बकैत के लिए, धरना सजाया था टिकैत के लिए। काम नहीं आया पंजाब भी गया, क्या करूं मैं वोट के डकैत के लिए।। मेरे उठाए मुद्दे सब... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jan 2024 · 1 min read आदतें आदतें झूठ की चादर जो मोटी ओढ़ ली, शर्म की सर्दी भला फिर क्या करेगी। जो जलाया घर का चूल्हा जलन से, दया की दरिया भी उसका क्या करेगी।। प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 67 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jan 2024 · 1 min read पलटूराम में भी राम है राम प्रियोंं के पाले में फिर पलटे पलटूराम। है कृपा प्रभुराम की हुए सकल सुख धाम।। जो लोग नहीं पहुंचे राम की प्राण प्रतिष्ठा में। देखो खलल पड़ गई उनकी... Poetry Writing Challenge-2 1 116 Share Sanjay ' शून्य' 27 Jan 2024 · 1 min read राम भजे राम भजे तुलसी हुए, जग में तुलसीदास। रामनाम को ओढ़कर, बापू बने मोहनदास।। भक्ति काल के कवि सभी, पाए सबसे मान। कबीर रहीम या मलिक, चाहे हो रसखान।। रामनाम से... Poetry Writing Challenge-2 1 31 Share Page 1 Next