DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' Tag: कविता 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Jun 2022 · 1 min read प्रगति... प्रगति के लिए परिवर्तन आवश्यक होता है। परिवर्तन का परिणाम सदैव पराजय या पतन हो, यह आवश्यक नहीं। परिणाम केवल प्रयास पर निर्भर करता है। प्रयास ही पाने की सही... Hindi · कविता 1 2 286 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Feb 2022 · 1 min read चट्टान... भले ही मेरा वक़्त नाजुक हो... मग़र मुझे कमज़ोर समझेंने की भूल तुम ना करना... आँधी महज़ धूल उड़ा सकती है दरख़्त गिरा सकती है मग़र चट्टान हूँ मैं... Hindi · कविता 300 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Feb 2022 · 1 min read शायद... अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए आँगन को कब तक टेढ़ा बताओगे... कभी आईने की धूल हटाकर देखो शायद हकीकत से रूबरू हो जाओगे... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 2 1 409 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Feb 2022 · 1 min read युग का अंत... स्वरकोकिला... माँ शारदा का वास स्थान आपका जाना... एक युग का अंत... Hindi · कविता 383 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Jan 2022 · 1 min read अथक... हालातों के आगे कभी गिरती, कभी उठती... कभी-कभी तो दिन को आखरी, समझ जीती... प्रतिक्षण प्रतीक्षा समर्पित समभाव का संधान करती... वेदना का मर्म छिपाए संघर्ष को साथी बनाए अथक... Hindi · कविता 414 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Jan 2022 · 1 min read किट्टी... किट्टी... प्यार, परवाह, समझदारी और सहनशीलता की जीवित मिसाल सदा के लिए विदा हो गई... Hindi · कविता 1 2 370 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Jan 2022 · 1 min read नागफनी के काँटे... शब्दों में गुलकंद की चाशनी दिलों में नागफनी के काँटे... कैसे पहचाने कौन है अपना कौन पराया किससे अपना ग़म छुपाए किससे ख़ुशी बाँटे... Hindi · कविता 1 402 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Jan 2022 · 1 min read कान्हा कान्हा अब तेरी बारी है... मेरी हार तू कैसे करे स्वीकार अब तक चलाते आया है आगे भी चलना होगा हर वचन निभाना होगा Hindi · कविता 283 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Jan 2022 · 1 min read सदियों का सफऱ... जानें क्यूँ तारीख़ बदल जानें से मंज़र बदल जाते हैं... मैंने तो सदियों का सफऱ एक ठहरे हुए लम्हें के साथ तय किया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 1 2 593 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Dec 2021 · 1 min read चिंतन... विचारों के प्रवाह को चिंतन चुनौती देता है, किन्तु निर्णय की स्थिति से पूर्व महत्व केवल चिंतन का है... क्या सही और क्या गलत केवल समय देखता है... अथाह है... Hindi · कविता 1 432 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Nov 2021 · 1 min read चूड़ियाँ और बेटियाँ... कितनी मिलती-जुलती हैं दोनों की ही ज़िन्दगीयाँ... एक दूजे के जैसी है चूड़ियाँ और बेटियाँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 1 4 472 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Nov 2021 · 1 min read अज़ीब हक़ीक़त है ज़माने की... अज़ीब हक़ीक़त है ज़माने की... जो दिखता है वो बिकता है... लोग कहते है अक्सर मेरे बारे में, अपनी कोई और तस्वीर दिखाओ रहते हो कहाँ पता या नम्बर बताओ... Hindi · कविता 2 346 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Nov 2021 · 1 min read अपनी तो यही दिवाली है... देखा एक मासूम को मैंने मोमबत्ती के टुकड़े बीनते हुए जो रात बाहर की मुंडेर पर थे कुछ अधजले से रह गए एक हाथ में कचरे का थैला तन पे... Hindi · कविता 1 4 272 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Oct 2021 · 1 min read आत्मगौरव... सौंदर्य का वर्णन आने पर लोगों ने खूब सराहा था वाणी के मुखरित होने पर क्यों अधरों पर था मौन बिछा... क्या सत्य वही, जो तुम मानो क्या सत्य वही,... Hindi · कविता 2 4 349 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Oct 2021 · 1 min read तेरे वज़ूद में शामिल... घुटन, शिकस्त, तन्हाई का दौर जब तुम्हें सताएगा... हर कदम पर ज़ोरों से पकड़ा मेरा हाथ याद आएगा... यह न सोचना कभी कि मुकद्दर में कितने गम है... हर मुश्किल... Hindi · कविता 3 6 348 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Oct 2021 · 1 min read शिद्दत... बड़ी शिद्दत से तुम्हें चाहा है... बड़ी मुश्किलों से तुम्हें पाया है... वो जो भागता रहा सालों मुझसे जाने कैसे आज मेरे पीछे चला आया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 5 2 525 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Oct 2021 · 1 min read उम्रभर... जाने कहाँ खो गई मंजिल मेरी जाने कहाँ खो गया मेरा वो सपनों वाला घर ना जानें अब किस राह पर हूँ मैं न जाने किस दिशा में खो गया... Hindi · कविता 2 395 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Oct 2021 · 1 min read मौका... मुमकिन नहीं नदी के किनारों का मिलना तो क्या साथ बहतें जानें से किसने रोका है... मंजिल तक साथ नहीं तो क्या सफ़र का साथ तय करने से किसने टोका... Hindi · कविता 3 2 377 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Oct 2021 · 1 min read पहचान... जाननेंवाले लोग पहचानने लगे तो बात कैसी? बात तो तब है जब ना जाननेंवाले लोग आपको पहचानने लगें... जो लोग कुल, जात, पता-ठिकाना पूछकर जानकारियाँ बढ़ाते हैं वो महज़ 'जानकार'... Hindi · कविता 3 2 472 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Sep 2021 · 2 min read मैं स्त्री हूँ...बस यही काफी है... कभी जात-पाँत के नाम पर कभी धर्म-अधर्म के काम पर और कभी - कभी तो 'नारी' इनका प्रिय विषय बन जाती है क्या ऐसा करते हुए आपको तनिक लज्जा नहीं... Hindi · कविता 5 9 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Sep 2021 · 1 min read प्यार या व्यापार... वो... सालों पीछा करके मेरा, इस नतीजे पर पहुंँचे। चलो, छोड़ो यार! अपने काम की चीज नहीं है... कारण है... देखने के बदले देखना, पीछा करने के बदले प्यार, तोहफ़े... Hindi · कविता 2 2 770 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Sep 2021 · 1 min read पता नहीं क्यों?... कौन दिशा कौन डगर मैं चली जा रही बेखबर कोई साया आगे -आगे मैं बेसुध- सी पीछे -पीछे जाने वो, कौन है ? क्या है ? क्यों है ? पर... Hindi · कविता 2 2 362 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Sep 2021 · 1 min read हे! देवा... हे ! देवा, तुम सर्वप्रथम पूज्य हो 'गणाध्यक्ष' तुम कहलाते विघ्नों का सदा नाश करो तुम आदर पूर्वक घर आके ज्ञान,अर्थ, बुद्धि का अद्भुत संगम हो 'गौरीसुत' तुम कहलाते जीवन... Hindi · कविता 2 4 467 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Sep 2021 · 1 min read 'शिक्षक'... चाहे संकट की कोई घड़ी हो लाख चुनौती प्रत्यक्ष खड़ी हो परिश्रम और निरंतरता से अपना कर्त्तव्य निभाते हैं... वें 'शिक्षक' कहलाते हैं... विघ्नों और व्यवधानों से रुकने का सरोकार... Hindi · कविता 3 4 687 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Aug 2021 · 1 min read लड्डू गोपाल... जब से आया मेरे आँगन रे तू लड्डू गोपाल ना कोई दुःख, ना कोई चिंता जीवन बना खुशहाल... तेरी मोहक मुस्कानें दिनभर मुझे हँसाती हैं बात- बात पर मैया- मैया... Hindi · कविता 5 2 436 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Aug 2021 · 1 min read फिलहाल जाने दो... ज़िन्दगी का जो भी हुआ ये सवाल जाने दो क्या हुआ हश्र और अंजाम फिलहाल जाने दो तेरे साथ मेरे हर पल का हिसाब जाने दो तेरा सच तेरी ख़ुशी... Hindi · कविता 5 10 579 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Aug 2021 · 1 min read चंचल मन... मेरी चाहत चंचल हवा है बिखरी है विश्वास के आकाश में कभी भटकती यहाँ कभी वहाँ ठहरी कभी अपने आशियाने की आस में मगर जब हटती है सपनों की धुँध... Hindi · कविता 6 8 540 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Aug 2021 · 1 min read मिल जाए घर कोई.... शाम ढल रही है... सर्द हवा के झोंकों में हल्की-हल्की कुछ नमी पिघल रही है... पक्षियों की देखकर कतारें लगता है जैसे कोई बेचैन सी नदी, सागर से मिल रही... Hindi · कविता 5 9 524 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Aug 2021 · 1 min read स्वयं को बदलना होगा... है कठिन मेरी डगर, पर मुझे चलना होगा परिवर्तन को नियम जानकर, स्वयं को बदलना होगा... बरसों से कैद हूँ, स्वप्न के पिंजरे में परंतु कभी तो, बाहर इससे निकलना... Hindi · कविता 4 4 551 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Aug 2021 · 1 min read स्वप्निल मुकाम... मेरे वो सपने जो कभी बंद तो कभी खुली आँखों से बुने मैंने जिनमें कभी रास्तों तो कभी मंज़िल को छुआ मैंने मेरा वह स्वप्निल मुकाम जिसका तिनका -तिनका मेरे... Hindi · कविता 3 4 401 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Aug 2021 · 1 min read सब कुछ आधा-आधा... चलो मिलकर कर लें, आज हम एक वादा क्यों ना अपना बाँट लें, हम सब कुछ आधा- आधा.... दु:ख भी आधा- आधा, तो सुख भी आधा- आधा खुशी भी आधी... Hindi · कविता 8 12 733 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Aug 2021 · 1 min read परिपूर्ण जीना चाहती हूँ... ओ सूरज, सुना है तुम सबको उजाले बाँटते हो... पर बरसों से मैं तुम्हारे आने की राह देखती हूँ... मेरे हिस्से की रोशनी कब दोगे मुझे??? रोज़ खुली आँखों से... Hindi · कविता 6 4 733 Share