DEVESH KUMAR PANDEY 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DEVESH KUMAR PANDEY 25 Feb 2023 · 1 min read अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय "प्रेम" ही है अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय "प्रेम" ही है - देवेश पराशर Quote Writer 309 Share DEVESH KUMAR PANDEY 24 Feb 2023 · 1 min read हो समर्पित जीत तुमको हो समर्पित जीत तुमको हार मुझको चाहिए हार मुझको चाहिए ये बहाना ही सही बस प्यार मुझको चाहिए क्या करूँगा जी के वर्षों हो विरत तुमसे यहाँ तृष्णा यदि नीर... Quote Writer 584 Share DEVESH KUMAR PANDEY 24 Feb 2023 · 1 min read राह से भटके लोग अक्सर सही राह बता जाते हैँ राह से भटके लोग अक्सर सही राह बता जाते हैँ ||||देवेश पराशर Quote Writer 2 204 Share DEVESH KUMAR PANDEY 25 Oct 2021 · 8 min read मन का उत्सव बैजनाथ बाबू बड़ी देर से अपने स्कूटर को किक मारे जा रहे थे पर वह थी कि स्टार्ट होने का नाम ही नहीं ले रही थी ऐसा लग रहा था... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 6 824 Share DEVESH KUMAR PANDEY 14 Oct 2021 · 1 min read यार!सभी अब बदल गए यार!सभी बदल गए कंधे पर हाथ नहीं रखते अब मुंहफट सी बात नहीं रखते अब मिलते हैं अब बड़े सलीके से मुश्किल की काट नहीं रखते अब जो कल तक... Hindi · कविता 212 Share DEVESH KUMAR PANDEY 3 Feb 2021 · 1 min read शिक्षा जीवन के घने अंधेरों में मुश्किल पथ के हर फेरों में हार-जीत की जब होती समीक्षा जीवन रव तब बन जाती है शिक्षा शिक्षा ,केवल अक्षर का ज्ञान नहीं है... Hindi · कविता 1 3 297 Share DEVESH KUMAR PANDEY 3 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी सस्ती हुई,बिक रही चौराहों पर जिंदगी सस्ती हुई बिक रही चौराहों पर लग चुकी इसको नजर ताबीज़ चाहे बाहों पर सब तरफ धुंआ उठा सब के चेहरे स्याह हैं जितना जो क्रूर है उसकी उतनी... Hindi · कविता 3 3 315 Share DEVESH KUMAR PANDEY 1 Feb 2021 · 1 min read झूठे वायदे मैं समझ पाता नहीं इस जहाँ के क़ायदे दूसरे की बरबादी में भी क्यूँ लोग ढूंढे फ़ायदे चार पग में छोड़ देते साथ सब इस दौर में फिर भला करते... Hindi · कविता 3 385 Share DEVESH KUMAR PANDEY 1 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत के वह ख़त इश्क़ की जिसमें पहली हवाएं लिखी थी प्रेम में सारी अपनी भावनाएं लिखी थी शब्द जिसमें प्रेम के, आज भी देते दस्तक आज फिर पढ़ रहा,मुहब्बत के वह खत। जिसको... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 47 753 Share