दीपक श्रीवास्तव Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक श्रीवास्तव 29 Jun 2021 · 1 min read !! आदमी का क्या भरोसा !! !!** ग़ज़ल **!! 2122/2122/2122/212 चार दिन की जिंदगी है, कब जुदा हो जायेगा, वो समझता है ज़माने का ख़ुदा हो जायेगा। जाने कब रुसवा करे वो दिल तुम्हारा तोड़ दे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 382 Share दीपक श्रीवास्तव 12 Jun 2021 · 1 min read !!** तू कभी बेजुबाँ नहीं होता **!! !!** तो कभी बेजुबाँ नहीं होता **!! 2122-1212-22 दर्द-ए-दिल अयाँ नहीं होता, चाह कर भी बयाँ नहीं होता ।। आग पहले कहीं लगी होगी, बेवज़ह ही धुआँ नहीं होता ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 375 Share दीपक श्रीवास्तव 9 Jun 2021 · 1 min read !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! 2122/ 2122/ 2122/ 2122 मेघ बनकर ऐ घटाओं तुम बरसना चाहती हो, आसमां से तुम धरा पर अब उतरना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 6 12 320 Share दीपक श्रीवास्तव 30 May 2021 · 1 min read वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल..! " वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल " *************************** 122/122/122/122 लगा दाग़ ऐसा मिटाना है मुश्किल, वफादार को आजमाना है मुश्किल । मुझे जिंदगी की समझ आ गयी है, किसी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 273 Share दीपक श्रीवास्तव 29 May 2021 · 1 min read !!** तुम तलवार दुधारी कर लो **!! तुम तलवार दुधारी कर लो ******************** अगर लक्ष्य है तुम्हें साधना तो अचूक तैयारी कर लो, छोड़ दो सारी दुनियादारी सिर्फ लक्ष्य से यारी कर लो। दुश्मन तो दुश्मन होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 526 Share दीपक श्रीवास्तव 25 May 2021 · 1 min read !! कौन है ये शख़्स !! कौन है ये शख़्स ************* फूल से अल्फ़ाज़ हों मिसरी घुली हो बात में, खुश रहे हर शख़्स खुशियां बाँट दो सौगात में। फूल के रस की अहमियत पूछ लो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 310 Share दीपक श्रीवास्तव 24 May 2021 · 1 min read !! खोटे सिक्के चल जाते हैं !! !! खोटे सिक्के चल जाते हैं !! जब अपने ही छल जाते हैं, मन के भाव मचल जाते हैं। खतरे का अंदेशा पाकर, अक्सर लोग संभल जाते हैं। बिन मेहनत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 1k Share दीपक श्रीवास्तव 23 May 2021 · 1 min read !! जिंदगी !! !! जिंदगी !! 212/212/212/212 याद बीते दिनों की दिलाती रही, जिंदगी हर घड़ी आजमाती रही । दो घड़ी हम कभी साथ बैठे नहीं, जिंदगी दौड़ ऐसा कराती रही । मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 419 Share दीपक श्रीवास्तव 22 May 2021 · 1 min read !! रिश्ता !! !! रिश्ता !! है बेहतर ग़र कोई रिश्ता तो रिश्ते को संभालो तुम, जो हमदम रुठ भी जाये तो हमदम को मना लो तुम। ज़माने में बड़ी मुश्किल से दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 295 Share दीपक श्रीवास्तव 19 May 2021 · 1 min read !! नहीं होती !! ......नहीं होती *********** ज़माने में गरीबों की कोई कीमत नहीं होती, रईसी रुठ जाती है जहाँ खिदमत नहीं होती। कोई जर्रा नहीं पाता कोई बैठा बुलंदी पर, सभी की एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 384 Share दीपक श्रीवास्तव 12 May 2021 · 1 min read क्या होगा......? क्या होगा......? ************ रुकी न गर महामारी तो फिर अंजाम क्या होगा, हैं जो गर्भ में उनका न जानें राम क्या होगा। बड़ी मुश्किल घड़ी है मुफलिसी का दौर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 517 Share दीपक श्रीवास्तव 7 May 2021 · 1 min read जिंदगी हर रात........ महामारी के इस भयानक दौर में जिंदगी का मौत के संग जंग जारी है.....इसी संदर्भ में प्रस्तुत है एक ग़ज़ल- जिंदगी हर रात..... ************** जिंदगी हर रात क्यों जगने लगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 335 Share दीपक श्रीवास्तव 7 May 2021 · 1 min read 'कोरोना'- एक दैत्य आज समूचा विश्व संक्रमण के दौर से गुजर रहा है, हर तरफ जिंदगी की मौत से लड़ाई चल रही..महामारी के मद्देनजर प्रस्तुत है - एक ग़ज़ल: 'कोरोना' - एक दैत्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 516 Share दीपक श्रीवास्तव 4 May 2021 · 1 min read ख़िलखिलाते रहो... खिलखिलाते रहो मुस्कुराते रहो, साथ में प्यार के गीत गाते रहो। तुमको दौलत मिले खूब शोहरत मिले, तुम सितारों सा अब जगमगाते रहो। बेवफ़ाई अगर उनकी फितरत में हो, तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 422 Share दीपक श्रीवास्तव 29 Apr 2021 · 1 min read प्रियतम कोई राह बता दे मुझको कैसे मैं प्रियतम को पाऊँ, चाँद उतारूँ धरती पर मैं या अम्बर से तारे लाऊँ। प्रियतम मेरे आसपास हों हरपल उनका साथ रहे , फूलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 456 Share