कवि दीपक बवेजा Tag: कविता 96 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 70 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read संघर्षों के राहों में हम संघर्षों के राहों में हम नदियों को भी मोडेगे, आंधियों में जलकर गुरूर हवा का तोड़ेंगे | एक बार जो ठान लिया मंजिल अपना मान लिया, आंखों में तूफ़ान लिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 46 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read उसको उसके घर उतारूंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा, अगर वो नहीं मिला मुझको तो मैं कौन सा मर जाऊंगा |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 65 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है । जब से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 64 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने और किसी और का होने भी नहीं दिया । बात भी नहीं की उसने मुझसे और रात भर उसने सोने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 47 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली तू क्यों नहीं उठ सकता है अंतर्मन में झांक जरा तू क्या कर सकता है एक अकेला जुगनू भी अंधकार हर सकता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हम हर खंजर की खबर रखते हैं..! इतने गम है मगर अपनो का ध्यान, रखा नही जाता, फिर भी रखते है!! है वाकिफ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 55 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read रेत पर मकान बना ही नही रेत पर मकान बना ही नही वो शक्स मेरा बना ही नही । उस मुकदमा को जीतते कैसे, हमारे साथ कोई गवा ही नही ।। अलग रास्ते से गुजर के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 82 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा मोहब्बत को रास्ते में छोड़ना पड़ा ऐसी नाव पर सवार हो गए थे हम बीच रास्ते नाब को मोड़ना पड़ा !! जिन किनारों की थी मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 30 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read चले हैं छोटे बच्चे अंधकार को दूर हटाने चले हैं छोटे बच्चे अंधेरो में जलते बुझते चले हैं छोटे बच्चे…. खुद ही खुद की राह बनाने चले हैं छोटे बच्चे …. मात-पिता का नाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं….. वही रास्ते हमें रास्तों में छोड़ जाते हैं, कई मजबूरीयों के किस्से सुनाते हैं और कदमों के निशान छोड़ जाते हैं कभी जिंदगी के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 40 Share कवि दीपक बवेजा 31 Mar 2024 · 1 min read हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है उजड़ी दुनिया में हमने जीवन पलते देखा है रात चाहे कट गई हो घनघोर अंधेरे में लेकिन हमने अंधियालो के भीतर भौर... Hindi · कविता 130 Share कवि दीपक बवेजा 31 Mar 2024 · 1 min read एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए जब किसी पेड़ की शाखा पर पल रहे हो एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए कितनी भी उड़ाने भरो आसमान में लेकिन शाम होते ही धरती पर लौट आना... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन 1 142 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read अंतरिक्ष के चले सितारे अंतरिक्ष के चले सितारे नई उड़ाने भरने को नई आस है नई उमंग सपने पूरे करने को हौसले बुलंद लिए आंखों में उमंग लिए सपनो के ये रंग लिए संघर्षों... Hindi · Poem · कविता 62 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है........ के पक्षी को उड़ाने की इजाजत कौन देता है..., हर घर की बुनियाद में छिपा है नीम का पत्थर.., अपने परिचय के... Hindi · कविता 1 126 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं..... जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं..... वही रास्ते हमें रास्तों में छोड़ जाते हैं, कई मजबूरीयों के किस्से सुनाते हैं और कदमों के निशान छोड़ जाते हैं कभी जिंदगी के... Hindi · 7kavita · Best Poem · कविता 1 135 Share कवि दीपक बवेजा 7 Jan 2024 · 1 min read चलो आज खुद को आजमाते हैं चलो आज खुद को आजमाते हैं .. धाराओं के विपरीत निकल जाते हैं इस रास्ते के उसे पर जाकर मंजिल को अपना बनाते हैं जिंदगी के कोरे कागज की नाजुक... Hindi · कविता 1 146 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा मोहब्बत को रास्ते में छोड़ना पड़ा ऐसी नाव पर सवार हो गए थे हम बीच रास्ते नाब को मोड़ना पड़ा !! जिन किनारों की थी मंजिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · शेर 2 270 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read दिये को रोशननाने में रात लग गई दिये को रोशननाने में रात लग गई अंधेरों को हटाने में बारात लग गई मैं टूटे हुए ख्वाब पूरे करके खुश हूँ उसी को बनाने में जिंदगी लग गई १... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर 1 297 Share कवि दीपक बवेजा 12 Nov 2023 · 1 min read लिख रहा हूं कहानी गलत बात है लिख रहा हूं कहानी गलत बात है जिंदगी की जवानी अलग बात है । आंखों का ये पानी अलग बात है मेरी अधूरी कहानी अलग बात है ।। उसका मुस्कुराना... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 276 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read रेत पर मकान बना ही नही रेत पर मकान बना ही नही वो शक्स मेरा बना ही नही । उस मुकदमा को जीतते कैसे, हमारे साथ कोई गवा ही नही ।। अलग रास्ते से गुजर के... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · दोहा 1 255 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है. बाहर पानी बरस रहा है खिड़की पर कोई तरस रहा है तन्हा तन्हा रातों में हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है..। बातों पर जो अपनी कायम था वह कल... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल 1 208 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read पत्थर को भगवान बना देते हैं माटी के भी दाम बना लेते हैं पत्थर को भगवान बना देते हैं बाजारों में बिकने की खातिर नकली वह मुस्कान बना लेते हैं । न मुमकिन जिन कद तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 1 267 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read कुछ कर चले ढलने से पहले सूरज इस उम्मीद मै निकलता होगा कुछ कर चले ढलने से पहले, ए दरिया नदी तेरी ना हो सकी समुद्र में मिलने से पहले, जो रास्ता मंजिल तक जाता ही... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 1 284 Share कवि दीपक बवेजा 23 Oct 2023 · 1 min read चमकते चेहरों की मुस्कान में...., चमकते चेहरों की मुस्कान में...., उसके चेहरे की सादगी कुछ तो है आंखों के दरमियान देखा है हमने आंखों में शर्म ए लाज कुछ तो है दिखता है खुले पुस्तक... Hindi · कविता 1 165 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं वह मुझसे मिलने कभी बाहर आया ही नहीं ! मेरे अंदर से होकर के गुजरे हैं कई मौसम रास्ते में रहा... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · दोहा 1 170 Share कवि दीपक बवेजा 12 Apr 2023 · 1 min read एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली तू क्यों नहीं उठ सकता है अंतर्मन में झांक जरा तू क्या कर सकता है एक अकेला जुगनू भी अंधकार हर सकता है एक पाव पर... Hindi · कविता 1 151 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read लौट के आना होगा तो सबसे पहले तुझसे मिलेंगे और जी भर के मिलें लौट के आना होगा तो सबसे पहले तुझसे मिलेंगे और जी भर के मिलेंगे......। तुम अगर रास्ते में ही रास्ते बदल गए.., फिर ना जाने हम कब और कहां मिलेंगे।... Hindi · कविता 1 205 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है इसीलिए ही मैं उदास रहता हूं...। तुम मेरी बात झूठ समझते हो..., मैं जो भी कहता हूं सच कहता हूं जो भी है... Hindi · कविता 1 272 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read जिंदगी तुम्हें पुकार रही है जिंदगी तुम्हें कब से पुकार रही है तुम ही बताओ इसे कहां जाओगे जिस दिन किरदार में आ जाओगे उस दिन पूरी दुनिया में छा जाओगे तजुर्बा हारे हुए से... Hindi · कविता 2 95 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने और किसी और का होने भी नहीं दिया । बात भी नहीं की उसने मुझसे और रात भर उसने सोने भी नहीं दिया ।। वह... Hindi · कविता 1 89 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है । जब से तुझे देखा बाकी दुनिया एक तरफ ; तुझे आंख... Hindi · कविता 1 121 Share कवि दीपक बवेजा 4 Mar 2023 · 1 min read मीलों का सफर तय किया है हमने मीलों का सफर तय किया है हमने , अब हल्के हल्के मुकाम नजर आते हैं ! मंजिल हल्की-हल्की सी दिखती है लेकिन राहों में तूफान नजर आते हैं ! कई... Hindi · कविता 1 219 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा, अगर वो नहीं मिला मुझको तो मैं कौन सा मर जाऊंगा | उसको आंख भर देख लिया मैं वहीं पर बिखर... Hindi · कविता 3 199 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read संघर्षों के राहों में हम संघर्षों के राहों में हम नदियों को भी मोडेगे, आंधियों में जलकर गुरूर हवा का तोड़ेंगे | एक बार जो ठान लिया मंजिल अपना मान लिया, आंखों में तूफ़ान लिया... Hindi · कविता 1 183 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है रास्ते नहीं चलते कभी हमें ही चलना पड़ता है आसानी से यहां कुछ हासिल नहीं होता है अपने सपनों खातिर हमें मचलना... Hindi · कविता 2 2 171 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read मैं लोगों से कहता रहता था उसके बारे में.. मुसलसल ठोकरो से मेरा रास्ता नहीं बदला... मुझे गिराने में जमाना बदला, पर मैं नहीं बदला , मैं लोगों से कहता रहता था उसके बारे में...... मैं जी नहीं पाऊंगा... Hindi · कविता 1 104 Share कवि दीपक बवेजा 23 Feb 2023 · 2 min read तब घर याद आता है आंखें नम हो जाती हैं याद मां की आती है , जब भूख सताती है तब घर याद आता है! दिल में दवी ख्वाहिश जब अधूरी रहती है , जेब... Hindi · कविता 1 330 Share कवि दीपक बवेजा 23 Feb 2023 · 1 min read एक दिन यह समय भी बदलेगा एक दिन यह समय भी बदलेगा पुराने पत्ते झड़ेगे नए पत्ते आएंगे हर एक कश्ती के किनारे आएंगे हौसले बीच में ही थमने ना पाएंगे हवाओं के रुख भी बदल... Hindi · कविता 1 310 Share कवि दीपक बवेजा 22 Feb 2023 · 4 min read माँ एक बच्चा जो अपनी माँ से बिछड़ कर कहीं बाहर रह राहा है और वह माँ को याद करते हुए एक कविता इस प्रकार लिखता है और अपना प्यार माँ... Hindi · कविता 1 205 Share कवि दीपक बवेजा 12 Feb 2023 · 1 min read इतना तराशेंगे खुद को इतना तराशेंगे खुद को शुद्धता से भर जाएंगे, लाख कोशिशें करो , नहीं हम डर जाएंगे | अभी जंग लंबी चलेगी अभी कहां घर जाएंगे, मुझे रास्ते से हटाने में... Hindi · कविता 1 87 Share कवि दीपक बवेजा 6 Feb 2023 · 1 min read ऐसे ही कोई चलते फिरते राहों में मिल जाता है ऐसे ही कोई चलते फिरते राहों में मिल जाता है......., ऐसे ही कोई चलते फिरते यू हमसफर बन जाता है..., चार कदम जो साथ चलो तो मन क्यों घबराता है..,... Hindi · कविता 1 55 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read अब कुछ उम्मीदों का टूट जाना जरूरी है अब कुछ उम्मीदों का टूट जाना जरूरी है गम हो भले फिर भी मुस्कुराना जरूरी है | दोस्ती के बंधन में बांधते हो तुम अगर एक बार तुमको भी आजमाना... Hindi · कविता · मुक्तक 3 187 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read मेरा मोन अच्छा है जो मेरे बुलाने पर मुद्दतों से मोन में है, उसकी बोली पर मेरा मोन अच्छा है | नहीं भुलाई हमने बचपन की यादें, मन तो मेरा यार आज भी बच्चा... Hindi · कविता 190 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read हमारे खिलाफ साजिश हो कई हमारे खिलाफ साजिश हो कई फिर भी हम मौन रहा करते हैं | वह कौन से लोग हैं मेरे खास जो मेरे पीछे मेरा बुरा करते हैं | मार्ग में... Hindi · कविता 174 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read कुछ कसक दिल में चल रही है जिंदगी मगर कुछ कसक दिल में है | मंजिल मिली नहीं है, अभी दूरी मंजिल में है ऐसा क्या हो गया जो उदासी महफिल में है |... Hindi · कविता · कुण्डलिया · मुक्तक 150 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read उम्मीदों का उगता सूरज उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है | जीत उसी ने पाई है , जो संघर्षों से लड़ा है | सामने सूरज हो भले वह अकेला खड़ा है... Hindi · कविता · गीतिका 1 208 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read प्यार व्यार सब धोखा प्यार - व्यार इश्क - विश्क ओर मोहब्बत यह सब धोखा है | यह तो एक झरोखा है , ऐसा करने से , किसने रोका है | तुम अपने पथ... Hindi · कविता 84 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read माँ वह हमारी खातिर.., मौत से लड़ जाती है | जब जाकर हमारी, देह में प्राण लाती है | छोटी छोटी विपदा हो, दुनिया से लड़ जाती है | साहस निडरता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 1 185 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read अगर कोई पापा की परी 👼स्थिर है ( scientific poetry) अगर कोई पापा की परी 👼 स्थित है ...................., तो वह स्थित ही रहेगी...., जब तक उस पर कोई.... ''प्रपोज किए जाने का वाह्य बल कार्य न करें..... ''| Scientific... Hindi · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 109 Share Page 1 Next