पी के तिवारी Tag: कविता 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पी के तिवारी 23 Mar 2020 · 2 min read छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुई 17 शहीदों को कलम से श्रधांजलि चुग दाना मिट्टी से कुछ पंछी मुक्त हो गए। फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए। आंख में देकर आँसू नील अम्बर में खो गए, आघात सहकर दुश्मन... Hindi · कविता 1 2 372 Share पी के तिवारी 7 Nov 2019 · 1 min read कागज और कलम की बातचीत कागज़ बोले कलम से क्यूँ इतना सताती हो, कभी पेंसिल से तो कभी पेन की निब चुभाती हो | कुछ लिखती हो टेढ़ा मेढ़ा, तो कभी सरपट लिख जाती हो... Hindi · कविता 563 Share पी के तिवारी 26 Oct 2019 · 1 min read पूछा न उसने की... पूछा न उसने कि हाल क्या है ? दिल मे मचा फिर बवाल क्या है? बेवफाई उसने तो करनी ही थी इसमे कोई नया कमाल क्या है।? दिल फिर भी... Hindi · कविता 1 298 Share पी के तिवारी 26 Oct 2019 · 1 min read जब नभ की ... जब नभ की अगुणित सीमाएं शीतल शशिमय हो जाती है जब धरा हिमालय से उठकर स्वागत में मलय चलाती है तब ऐसा क्या कुछ होता है हर बात सुखद हो... Hindi · कविता 309 Share पी के तिवारी 25 Oct 2019 · 1 min read प्यार भरी मनुहार प्यार भरी मनुहार भरी, एक शाम मुझे पा लेने दो। गीत लिखे तेरे आँचल पर, उसको तो गा लेने दो। भूलूँ ना ये गीत प्रीति का, फिर इसको दोहराने दो।... Hindi · कविता 479 Share पी के तिवारी 24 Oct 2019 · 1 min read अगर ये लेखनी न होतो तो मेरा क्या होता लिखते लिखते बस यूँ ही खयाल आया.......... अगर ये लेखनी न होती तो मेरा क्या होता..............???? आजकल सुबह भी इसी से शुरू और रात भी इसी पे ख़त्म होती है... Hindi · कविता 232 Share पी के तिवारी 24 Oct 2019 · 1 min read रोज कुछ नया लिखता हूं रोज कुछ नया लिखता हूँ, रोज कुछ नया गढ़ता हूँ, बस लिख लेता हूँ, इसलिए ही आजकल खुश दिखता हूँ। वो उदासी वो निराशा, अब गायब सी हो गई है,... Hindi · कविता 1 1 320 Share पी के तिवारी 24 Oct 2019 · 1 min read सिर्फ चलते रहना है चले जा रहे हैं। एक राह मिली है मगर, न मंज़िल का पता न जाने कैसी है डगर। चले जा रहे हैं.…… बस चले जा रहे हैं.…… रोज होती है... Hindi · कविता 1 1 283 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 1 min read मेरा अधूरा ख्वाब हो तुम मैं जिसे हमेशा हमेशा देखना चाहता हूं। वो अधुरा ख्वाब हो तुम। मेरे हर सवालों का पूरा-पूरा जवाब हो तुम।। तुम्हारे खयालों का तो मै नही जानता। पर मेरा अनुबूझा... Hindi · कविता 463 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 2 min read कैसे बताऊ की तुम मेरे लिए कौन हो कैसे बताऊँ मैं तुम्हें…. मेरे लिये तुम कौन हो…… कैसे बताऊँ !!! कैसे बताऊँ मैं तुम्हें तुम धड्कनॊं का गीत हो, जीवन का संगीत हो! तुम जिन्दगी, तुम बन्दगी !... Hindi · कविता 392 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 1 min read तुम्हारे लिए कुछ सुनहरे सुरीले शब्दों को जोड़कर मैं भी लिखता एक नाज़ुक सी कविता, तुम्हारे लिए... पर मेरी शब्दावली में तो ऐ दोस्त, फकत ये तल्खियाँ है, न गुल है न... Hindi · कविता 479 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 1 min read ए आसमां आसमां तू मूक कैसे रह लेता है ऐ आसमां, कितना कुछ गुजरता है तेरी आँखों से दिन रैन, और फिर भी तू रह लेता है कैसे यूँ, निरबेद, निर्विघ्न, न... Hindi · कविता 221 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 1 min read एक अर्चना तू है शिल्पी मेरा, मैं हूँ रचना तेरी, रूप तेरा ही है मैंने पाया, मेरी परछाई तू, मेरा दर्पण भी तू, क्यों रहा फिर मैं तुझसे पराया, तुझको देखूं सदा,... Hindi · कविता 456 Share पी के तिवारी 23 Oct 2019 · 1 min read मैं हूँ खामोश मैं हूँ खामोश, मेरे अलफ़ाज़ सुनो, मेरे साँसों में गूंजती, अपने पायल की झंकार सुनो, मैं हूँ मदहोश, मेरे जज़्बात सुनो, मेरी आँखों में रचे ख्वाबों का, कौन है फनकार... Hindi · कविता 476 Share पी के तिवारी 21 Oct 2019 · 1 min read अगर चाँद न होता अगर चाँद मर जाता झर जाते तारे सब क्या करते कविगण तब? खोजते सौन्दर्य नया? देखते क्या दुनिया को? रहते क्या, रहते हैं जैसे मनुष्य सब? क्या करते कविगण तब?... Hindi · कविता 1 487 Share पी के तिवारी 20 Oct 2019 · 1 min read आज का शब्द आज का शब्द खुलती हैं जब शब्दों की खिड़कियां, कई राज खुल जाते हैं, कभी शब्द ओझल हो जाते, फिर वापिस आ जाते हैं. शब्द कभी सिखलाते नया कुछ, राह... Hindi · कविता 622 Share पी के तिवारी 19 Oct 2019 · 1 min read तलाश में तेरी हमने जिंदगी बिता दी जिसे ढूंढ़ने की तलाश में , हम पूरी जिंदगी बिता देते हैं , इन खामोशियों को हम अक्सर ,यूँ ही छिपा देते हैं . ना जाने वो ख़ुशी किस तरह... Hindi · कविता 231 Share पी के तिवारी 18 Oct 2019 · 1 min read जिंदगी एक सीधी सड़क नही जिंदगी एक सीधी सड़क नहीं, गर सड़क भी है तो कई मोड़ हैं इसमें; ये महामार्ग है अपने देश की, कभी समतल तो कभी जोड़ हैं इसमें. आभास नहीं होता... Hindi · कविता 388 Share पी के तिवारी 18 Oct 2019 · 2 min read एक प्यारी सी मुस्कान सब दर्दों की औषधि एक प्यारी सी मुस्कान सब दर्दो को औषधि #पंडित पी के तिवारी मुस्कान किसी भी व्यक्ति के हृदय की अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करती है। किसी के चहरे पर मुस्कान को... Hindi · कविता 2 886 Share