Anil Kumar Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Anil Kumar 7 Jun 2022 · 1 min read धन्य है पिता धन्य है पिता जीवन की हर सुबह चल पड़ते है वे दिनभर गतिशील दो पैर, जो कभी रुके नहीं हर दिन ढेरों जिम्मेदारी लिये घर का भार वहन करते बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 7 449 Share