Pt. Brajesh Kumar Nayak Tag: गीत 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pt. Brajesh Kumar Nayak 17 Dec 2022 · 1 min read 🚩एकांत महान 🚩 अकेलापन सचमुच वरदान। भीड़भाड़ की माया नगरी से एकांत महान। 🧿 दिव्य आत्मा के संगी बन। जुड़ें स्वयं के साथ सुधी जन। अंतर्मुखी बना लो निज को तजकर भ्रम-अज्ञान।... Hindi · गीत 3 531 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 1 Jun 2021 · 1 min read 🌲प्रकृति 🌹दोहा 🤼 वर्षा ऋतु सद्प्रीति का,सुंदर भाव-विधान। क्षण-क्षण मिलन समान है,कर लो अनुसंधान। । 🤼 प्रकृति-प्रेम सुख-धाम है,त्याग दीजिए शोक। ज्ञान ग्रहण कर के बनो,आप प्रीति-आलोक। । 🌹गीत प्यार देकर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 19 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 24 Mar 2020 · 1 min read कुछ दिन की है बात कुछ दिन की है बात सभी जन घर में रह लो। तू-तू मैं मैं त्याग ,राष्ट्रहित में यह सह लो। कोरोना की हार हेतु सबको लड़ना है। जीवनहित सद्ज्ञान,पकड़ कर... Hindi · गीत 2 1 560 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 20 Jun 2018 · 3 min read 🚩अमर कोंच-इतिहास 🧿मुक्तक ........ 🥎 कोंच भी आनंद-पथ सह ध्यान है । क्रौंच ऋषि -आलोक का प्रतिमान है । राष्ट्रहित में बढे पग, फिर ना रुके । वीरता के गान का सोपान... Hindi · गीत 1 1 3k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 2 Sep 2017 · 1 min read 🚩प्रकृति 🧿दोहे वर्षा ऋतु सद्प्रीति का, सुंदर भाव-विधान। क्षण-क्षण मिलन समान है,कर लो अनुसंधान। । प्रकृति-प्रेम सुख-धाम है,त्याग दीजिए शोक। ज्ञान ग्रहण कर के बनो,आप प्रीति-आलोक। । 🧿गीत .प्यार देकर प्रकृति... Hindi · गीत 1 1 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 3 Jul 2017 · 1 min read 🪔सत् हंसवाहनी वर दे, 🔔प्रार्थना ............. सत् हंसवाहनी वर दे, सत् हंसवाहनी वर दे । समता-ममता के पीयूष से, नव भारत भर दे । 🥎 अंतर्ज्ञान जगा दे मैया , कभी न रहूँ विकल... Hindi · गीत 1 908 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 11 May 2017 · 1 min read जो दहन होलिका का हुआ है तो क्यों? जो दहन होलिका का हुआ है तो क्यों? मन नहीं मिलते हैं, दूरियाँ बढ रहीं | रक्षदल रूप का जो भी आकाश है | वह सदा ही अविकसित है, औ... Hindi · गीत 721 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 8 May 2017 · 2 min read 1-अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा2- अश्म पर मेरा यह नाम तुमने लिखा (दो गीत) राधिका उवाच एवं कृष्ण उवाच 1- राधिका उवाच अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा आगे सुंदर प्रिया रक्त से लिख दिया खगकुलों का सुकलरव महानाद है प्रीति -रस का मनोहर सुखद स्वाद मन हरण... Hindi · गीत 2 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 6 May 2017 · 1 min read काँटों में खिलो फूल-सम, औ दिव्य ओज लो। धोकर के मन की कालिख सद्प्रीति खोज लो कांटो में खिलो फूल-सम औ दिव्य ओज लो जिसने भी रक्त चूस सताया है दीन को धिक्कारो ऐसे जीवन ,उस नर प्रवीण... Hindi · गीत 2 1 910 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 2 May 2017 · 1 min read भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है भारत पर स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है विश्वबंधु-दीपक बन जलने वाला सुंदर -प्यारा है लक्ष्मीबाई की कृपाण ने देख फिरंगी को मारा मंगल पांडे,भगत सिंह औ राजगुरू ले ललकारा... Hindi · गीत 3 1 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 1 May 2017 · 1 min read कुत्ते भौंक रहे हैं हाथी निज रस चलता जाता कुत्ते भौंक रहे हैं हाथी निज रस चलता जाता। कौन मूर्ख है,आप बताओ,किसका बल से नाता। श्वान कह रहा मेरे डर से भाग रहा है मोटा। मार झपट्टा खा जाऊँगा,समझ... Hindi · गीत 1 1 2k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 30 Apr 2017 · 1 min read हिंदी से प्यार करो निज को सद् आचार करो औ प्रेमरूप त्योहार करो। भारतवर्ष प्रगति पाएगा, तुम हिंदी से प्यार करो। •विश्व-विजय की प्रबल साधना हमने की, सद्भाव भरा। वह करते हैं सदा, गालियाँ... Hindi · गीत 2 1 882 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 28 Apr 2017 · 1 min read हिंदी हिंदी मेरा हृदय और तन भारत वर्ष पियारा है| देश-प्रेम की पृष्ठभूमि पर जीना धर्म हमारा है| गुजराती, पंजाबी, सिंधी ,बुंदेली, श्रंगार अपुन| राग नशा को त्याग पूर्वी हो हिमगिरी... Hindi · गीत 1 1 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 4 Apr 2017 · 1 min read कौन कहता कि स्वाधीन निज देश है? कौन कहता कि स्वाधीन निज देश है? कोख पर नग्नता नाचती ठेश है । बद् कुपोषण-अशिक्षा का अंधा चलन। सह रहा अब भी नर,व्याधि-पीड़ा -जलन। बढ़ रहा, भ्रष्टतारूपी मल-बदचलन। हाय... Hindi · गीत 2 1 545 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 31 Mar 2017 · 1 min read कलम के सिपाही कलम के सिपाही नमन तुमको मेरा। निशा-मध्य फैलाओ अनुपम सवेरा। सुलेखन करो पर कभी भी रुको ना। जाग्रति-सघनता से छूटे न कोना। प्रेमी प्रबलता का लगने दो फेरा। कलम के... Hindi · गीत 3 2 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 28 Mar 2017 · 1 min read 🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे। 🚩 साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे। नित वसंती हवाओं का अनुदान दे। 🧿 दिल तुम्हारा सदा ही सुहावन रहे। मन अमलता ग्रहण कर के पावन रहे। आतमा जागे, आनंद का... Hindi · गीत 2 1 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 27 Feb 2017 · 1 min read ज्ञान नैनू पकड़, बन अमल दिव्य पथ प्रेम शुभ दिव्य सत् ,स्व विचारों को मथ| ज्ञान नैैनू पकड़, बन अमल दिव्य पथ | यामिनी के प्रहर- सम तुम्हारी पलक| प्रीति मन संग खेले, दे रतिमय झलक| किंतु... Hindi · गीत 424 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 15 Feb 2017 · 1 min read दिल को सादर करो प्रीतिमय व्योम बन दिल को सादर करो| वह सहम जाएगा, ना अनादर करो | उर सुलह जीत औ नेह-आधार है | वह जवानी-सुआकर्ष की धार है | हिय नहीं तो... Hindi · गीत 767 Share