✍️ लुप्त होईत मिथिला
शामा, कौनी,मरुआ, मौनी ढकना,सरबा भेलै विलुप्त। अल्हुआ अभागल घर सऽभागल चिक्कस,चाउर सब भेलै लुप्त।। बाबाक पैंना,दायक बैना कोठी-भरली गेलै फुईट । सिक्का,सिक्की,चंगेरा-चंगेरी उख्खड़ि,समाठ सब गेलै टुईट।। घैला,तौला,दहीक मटकुरी शनै: शनै:...
Maithili · कविता