kumar ashok3 Tag: मुक्तक 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मुझसे तुम यूँ अब मुझसे तुम यूँ बेहुदा सवाल मत करना पत्थर इक्कठे कर के तुम बवाल मत करना शिकवा मुझसे है मुझसे कहो तुम भी यारो जमाने भर में गा कर यूँ... Hindi · मुक्तक 406 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read मेरे कांच के घरों में वो महजब के नाम पर जला गये मेरी गरीब बस्तियाँ मुझ गरीब परिंदे की डूब चली कागज़ की कश्तियाँ नफरत उग गई थी हर तरफ खेत खलिहानों में भी मेरे... Hindi · मुक्तक 276 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मार डाला ज़मीर मार डाला ज़मीर कर दिया मुझे बेजुबाँ सरहदों पर आज भी मिलते खूँ के निशाँ हो सके तो मेरा वतन महफूज रखना तुम मुझ परिंदे को उड़ाकर जलाया मेरा मकाँ... Hindi · मुक्तक 2 351 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read कोतवाली में आशिक आज मेरे कत्ल के निकल रहें फरमान थे सब के हाथ में मेरे लिए तो तीर कमान थे वो मेरा कत्ल करके भी बच निकला यारों कोतवाली में आशिक तो... Hindi · मुक्तक 1 1 325 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read खून सस्ता हुआ खून सस्ता महंगा हुआ अब पानी दुनिया देखि यहाँ दारु की दीवानी दो रूपये ले मार डालो किसी को नशा लेकर उड़ रही देश में जवानी अशोक सपड़ा की कलम... Hindi · मुक्तक 341 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read मांगती माटी कुर्बानी मांगती माटी कुरबांनी कौन होगा देश पर कुर्बान फ़िज़ां ऐ दिल में हरसू रहता सबके मेरा हिन्दुस्तां भारत माँ की आँखों बहते अश्को कहते मेरे वीरों सौ सौ बार मरकर... Hindi · मुक्तक 195 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read मुझे चाहिए बेटी कल्पना सी मुझे चाहिए फिर से बेटी कल्पना और बेटा कलाम जलजला बनकर तो आये फिर से राम और रहमान आदेश दे दो हम रावलपिंडी तक तिरंगा लहरा देंगे कदमो में जमाना... Hindi · मुक्तक 244 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अपनी क़लम से मैं लोगों की जुबां अक्सर अपनी कलम से मैं लोगो की जुबाँ रखता हूँ जाकर कहदो दुश्मनों से दिल में हिन्दुस्तां रखता हूँ जिस दिन दिल चाहेगा जा तिरंगा लहौर लहरा दूंगा नाम आज... Hindi · मुक्तक 228 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अपने ख्वाबों को खुद जाकर अपने ख्वाबो को खुद जाकर के मैं सजाऊंगा जिंदगी मिली है तो इसको जन्नत मैं बनाऊंगा तिरंगा क्या हाथ में लेना जब दिल में हिन्दुतां है नामुमकिन को मुमकिन कर... Hindi · मुक्तक 430 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अशोक नाम है मेरा अशोक नाम है मेरा अशोक महां कहलाऊंगा अपने सपनो का अलग हिन्दुस्तां मैं बनाऊंगा दीपक बनकर तुफानो से लड़ना सीखा माँ से तिरंगा दे दो हाथ में रावलपिंडी जा फिराऊंगा... Hindi · मुक्तक 1 231 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read तुझको संगम की तुझको संगम की हंसी मूरत लिख दूँ मेरे ख्वाबों की तुझे जरूरत लिख दूँ जिंदगी की हंसी सुबह बनकर आये तुझ पर तो कविता खूबसूरत लिख दूँ अशोक सपड़ा की... Hindi · मुक्तक 2 334 Share