अशोक डंगवाल Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अशोक डंगवाल 29 Sep 2019 · 1 min read " जोखिम भरी ज़िन्दगी " जीवन की विडंबना है यही, ये बडती ही चलेगी, बढोगे जितना प्रयास कर, सफल करती चलेगी || रुक जाओगे थककर, तो सिलसिला थम चलेगा, साँसे भर गर धक्का लगा दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 361 Share