Ashok Chhabra Tag: कविता 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Chhabra 2 Mar 2021 · 1 min read झांसी वाली रानी बचपन में पढा था बडों से सुना था, झांसी वाली रानी थी जिसने रण को चुना था। मनु था बचपन का नाम फिर 'छबीली' बुलाने लगे, विवाह पश्चात लक्ष्मीबाई पडा... Hindi · कविता 286 Share Ashok Chhabra 6 Jan 2021 · 1 min read 'कोरोना वारियर्स' 'कोरोना' को मार भगाने डटकर खडे हैं सीना ताने, भारत माँ के लाल 'कोरोना वारियर्स-2'। सुना कभी था बचपन में ये होते भगवन का रूप, छाया जग को देते हरदम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 52 414 Share Ashok Chhabra 2 May 2020 · 1 min read खत्म होते संस्कार दुख होता है बदलते समय पर खत्म हो रहे संस्कार। नही रही इज्जत माँ-बाप की बच्चों के द्वारा अच्छी नही लगती उन्हें उनकी डांट-फटकार। खुल रहे वृद्धाश्रम जगह-जगह हो रहा... Hindi · कविता 3 2 509 Share Ashok Chhabra 9 Apr 2020 · 1 min read स्टे एट होम' 'कोरोना' ने लगा दी हर चीज पर रोक। लागू हुआ 'लोकडाउन' लगा सब पर लोक। आए न कभी 'क्वार्नटाइन' की नौबत। आगे भी चलती रहे हमारी ये मोहब्बत। इसलिए तुमसे... Hindi · कविता 348 Share Ashok Chhabra 6 Apr 2020 · 1 min read वायरस वायरस जी हाँ एक वायरस। और पूरी दुनिया हिल गई। महाशक्तिशाली एक देश ने भी हाथ खडे कर दिए। और कुछ विकसित देशों के भी हालात बदतर। सब धरा रह... Hindi · कविता 1 2 364 Share Ashok Chhabra 28 Jan 2020 · 1 min read बारिश बरसती हैं बूंदें कभी कभी तो अच्छा लगता है, ऐसे ही हो दीदार तुम्हारा तो अच्छा लगता है। जैसे तपती धूप के बाद बारिश की बूंदें, ऐसे रूठकर तेरा मान... Hindi · कविता 1 2 267 Share Ashok Chhabra 13 Jan 2020 · 1 min read बापू बहुत चर्चा हो रही है आजकल तुम्हारी 'बापू'। पहले से ज्यादा जरूरत है तुम्हारे आदर्शों को अपनाने की। सत्य, प्रेम और अहिंसा का जो पाठ तुमने पढाया अपनाने लगे हैं... Hindi · कविता 1 2 294 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read नमन हे गुरु नानक देव। धन्य हुई भारत की भूमि यहाँ हुए गुरू नानक देव। सदा आपको शीश नवाते नमन हे गुरु नानक देव।। अप्रैल पंद्रह साल 1469 था बडा पावन दिन वो। दिया हमें... Hindi · कविता 2 600 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read हिंदी शिखर पर हो हिंदी भाषा शिखर पर हो, यही सबकी जुबां पर हो। सभी का एक ही स्वर हो, न मोह अंग्रेजी पर हो। बढे क्षेत्रीय भाषाएं भी, न जोर किसी एक पर... Hindi · कविता 1 498 Share Ashok Chhabra 3 Aug 2019 · 1 min read न मैं गीत लिखता हूँ न मैं गीत लिखता हूँ न ही कविता कोई खास लिखता हूँ। छू जाए जो दिल को मेरे बस वही हर बात लिखता हूँ।। कहीं दो वक्त की रोटी को... Hindi · कविता 241 Share Ashok Chhabra 3 Aug 2019 · 1 min read भारत रत्न अटल जी भारत माँ के प्यारे बेटे जिनकी महिमा न्यारी जी पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न वो थे अटल बिहारी जी। चेहरे से थी सरलता झलकती ह्रदय की पावनता का भी पता... Hindi · कविता 248 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read पुलवामा के शहीद रोज रोज शहादत की खबरों से चैन नहीँ मैं पाता हूँ भारत माँ का बेटा हूँ मैं कलम से रखता नाता हूँ। पुलवामा ने फिर दर्द दिया है इसको कैसे... Hindi · कविता 1 383 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read भारतवंदन नमन भारत भूमि को यहाँ माँ गंगा का जल पावन। आओ सब मिलकर करें अपने राष्ट्र का वंदन।। पावन मिट्टी है यहाँ की जिसमें हम हैं खेले इसी मिट्टी से... Hindi · कविता 1 412 Share Ashok Chhabra 1 Aug 2019 · 1 min read योग और विश्व पतंजलि का योग अब मशहूर हो चला है, जिसमें छिपा हर प्राणी का भला ही भला है। शारीरिक के साथ मानसिक रोग भी दूर भगाये, आत्मा का परमात्मा के मिलन... Hindi · कविता 452 Share Ashok Chhabra 1 Aug 2019 · 1 min read अच्छे दिन रूठे हुए नजदीक आने लगे हैं बुरे दिन अब दूर जाने लगे हैं। अंधेरे में कट रही थी जिंदगी उजाले के गीत सब गाने लगे है। गम ने घर कर... Hindi · कविता 368 Share Ashok Chhabra 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तूने मुझे लिखा है मैं तुझ पर क्या लिख सकता हूँ। 'मदर्स डे' पर लोग मुझसे कहने लगे माँ पर कुछ लिख। मैं क्या लिखूँ। क्या मैं सचमुच इतना बडा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 54 901 Share Ashok Chhabra 22 Sep 2018 · 1 min read कविता पढने आया हूँ सच तो सच ही होता है मैं ये बतलाने आया हूँ धूल हटा करके सबको दर्पण दिखलाने आया हूँ। न सोचना कि गुणगान किसी का बस करने आया हूँ कवि... Hindi · कविता 1 2 323 Share Ashok Chhabra 22 Sep 2018 · 1 min read गाय गाय क्यों पूजनीय है हमारे लिए मैं आज बतलाता हूँ क्यों ये माता है हमारी आईना दिखलाता हूँ। कृपा होती जिस पर गाय की वो कुल तर जाता है तैंतीस... Hindi · कविता 230 Share Ashok Chhabra 21 Sep 2018 · 1 min read मतदाता मतदाता से मत लेकर मतदाता का सम्मान भी करना उनके काम को मत मत कहना उनसे बचकर रहना। फर्श से अर्श पर पहुँचाए तुम्हें वो है मतदाता अर्श से फर्श... Hindi · कविता 1 473 Share Ashok Chhabra 19 Sep 2018 · 1 min read क्यूँ न कलम उठाऊँ मैं देते मुझको दर्द रोज आजकल उस दर्द को कैसे पी जाऊँ मैं वो कहते मेरे देश को गंदा क्यूं न कलम उठाऊं मैं। जहर उगलते सुबह शाम वो नित नई... Hindi · कविता 347 Share Ashok Chhabra 18 Sep 2018 · 2 min read अखबार क्यूँ लाता है तू ऐसी खबरें, जो हम सभी को रूला देती हैं। मुझे ही नहीं सारे समाज को, अंदर तक खूब हिला देती है। सुबह की चाय पर बेसब्री... Hindi · कविता 2 408 Share Ashok Chhabra 17 Sep 2018 · 1 min read आजादी की कीमत आज जो हम ये इतना इतरा रहे हैं रातों को भी चैन की नींद सो रहे हैं आसान नहीं था पाना ये सब पूरा पता नहीं हमे अब भी आजादी... Hindi · कविता 1 1 440 Share Ashok Chhabra 15 Sep 2018 · 1 min read चिंतन की बात कर अंधेरे की नहीं उजाले की बात कर निराशा की नहीं आशा की बात कर। बहुत हो चुका अभिमान हुस्नो शवाब पर रूठने की नहीं मनाने की बात कर। दोस्ती बचपन... Hindi · कविता 262 Share Ashok Chhabra 14 Sep 2018 · 1 min read मजदूर हूँ कडी धूप को हूँ सहता तेज सर्दी में काम करने को मजबूर हूँ मजदूर हूँ मजदूर हूँ बस हर सुख सुविधा से दूर हूँ। खून पसीना एक करता हूँ तब... Hindi · कविता 462 Share Ashok Chhabra 13 Sep 2018 · 1 min read आजादी देख देख भारत की आजादी याद रखेंगे कुर्बानी नमन कर शहीदों को आंखों में भर आता पानी। मिली आजादी जिनकी बदौलत हमारी भारतमाता को चुका न पाएंगे ऋण उनका हमने... Hindi · कविता 229 Share Ashok Chhabra 13 Sep 2018 · 1 min read अमर हो तुम विवेकानंद धन्य है भारत की धरती यहां हुए विवेकानंद सदा तुम्हें हम शीश झुकाते अमर हो तुम विवेकानंद। जनवरी 12 साल 1863 था पावन दिन वो दिया हमें संत नमन बारम्बार... Hindi · कविता 219 Share Ashok Chhabra 12 Sep 2018 · 1 min read तुम हो कडकती धूप में ठंडी छांव सी तुम हो, सर्द मौसम में एक गर्माहट सी तुम हो। मेरे दिल की धडकन मेरी जिंदगी हो, क्या कहूँ मेरी खुशी मेरी पूरक तुम... Hindi · कविता 1 495 Share Ashok Chhabra 11 Sep 2018 · 2 min read माँ तूने मुझे लिखा है मैं तुझ पर क्या लिख सकता हूँ। मदर्स डे पर लोग मुझसे कहने लगे माँ पर कुछ लिख। मैं क्या लिखूँ क्या मैं सचमुच इतना बडा... Hindi · कविता 1 1 243 Share Ashok Chhabra 9 Sep 2018 · 1 min read पापा मुझे पढने दो आसमान को छूने दो आगे मुझे बढने दो, मै आपकी प्यारी बेटी पापा मुझे पढने दो। भैया भी जाते स्कूल मै भी पढना चाहती हूँ, नाम रोशन करूंगी आपका पापा... Hindi · कविता · बाल कविता 1 3 453 Share Ashok Chhabra 3 Sep 2018 · 1 min read कहाँ हो हे मेरे कृष्ण कहाँ हो हे मेरे कृष्ण तुम्हें पुकारे दुनिया सारी, मचा हरसू हाहाकार है धरती पर है आफत भारी। बढ रहा अधर्म का बोलबाला धर्म बचाने आओ, मानव करे भ्रूण हत्या... Hindi · कविता 218 Share Ashok Chhabra 2 Sep 2018 · 1 min read बेटी बचाओ बेटी पढाओ समय विकट है मानव अस्तित्व संकट में है, खुद जागो और ओरो को भी जगाओ। हो रही भ्रूण हत्या घट रहा अनुपात इनका, हो जाएगा खत्म घर संसार सबको बताओ।... Hindi · कविता 397 Share Ashok Chhabra 28 Apr 2018 · 1 min read मत काटो मुझे मत काटो मुझे मैं पेड़ हूँ हरा भरा मैं हूँ बड़े काम का सोच विचार करो जरा। देता तुमको शीतल छाया पाती सुख तुम्हारी काया जीवन रक्षक वायु देता क्या... Hindi · कविता 550 Share