'अशांत' शेखर 640 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid 'अशांत' शेखर 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल नया साल कितना अजीब है ये साल बदलने का सिलसिला वैसे तो जनवरी से दिसंबर का कितना लंबा ये फासला...? मगर सोचो तो बस एक पल की है ये दूरियां... Quote Writer 1 123 Share 'अशांत' शेखर 30 Dec 2023 · 1 min read मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ ये उस शख्स का जादू है के मै किसी के बस में नहीं हूँ 'अशांत' शेखर 30/12/2023 Quote Writer 1 1 96 Share 'अशांत' शेखर 30 Dec 2023 · 1 min read ...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है ...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है पिछे क्या कुछ छूट गया बाकि..क्या सोचना है? ये तारीखे है ये रोज बदलकर हर माह फिर आती है पर साल... Quote Writer 132 Share 'अशांत' शेखर 30 Nov 2023 · 1 min read मेरे बस्ती के दीवारों पर मेरे बस्ती के दीवारों पर तुम यूँ मुक्कमल चाँद की तस्वीरे मत सजाया करो... ये सारे भूख से बिलगते बच्चे रोटी के आस में रात रात जागते रहते है... आप... Quote Writer 2 2 174 Share 'अशांत' शेखर 24 Nov 2023 · 3 min read खेल और राजनीती ये बहुत ही अफसोस की बात है हम विश्वकप क्रिकेट का अंतिम मैच नही जीत पाए शुरू में कमजोर लगनेवाली ऑस्ट्रेलिया टीम से हार गए। आखिर खेल है इसमें हार... Hindi · लेख 2 178 Share 'अशांत' शेखर 20 Nov 2023 · 1 min read बस एक कदम दूर थे बस एक ही कदम दूर थे, आसमाँ छूना बाकी रह गया । हौसलों ने छलांग लगाई थी दुरी नापना बाकी रह गया ।। 'अशांत' शेखर Quote Writer 1 184 Share 'अशांत' शेखर 19 Nov 2023 · 1 min read उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना अगर आईना सामने हो तो जी भरके देख लेना वक़्त के साथ सूरत-ए- हाल भी बदल जाते है दिल सुलग... Quote Writer 1 2 143 Share 'अशांत' शेखर 4 Nov 2023 · 1 min read धुंधली यादो के वो सारे दर्द को धुंधली यादो के वो सारे दर्द को दिल में एक खास जगह होनी चाहिए । हम जिंदा है तो फिर जिंदा होने की भी तो एक वजह होनी चाहिए ।... Quote Writer 89 Share 'अशांत' शेखर 4 Nov 2023 · 1 min read अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर गिरते हुए मैंने देखा है... मगर दिल में दबी किसी मन्नत को कभी हमने फरमाया नहीं । हजारो ख्वाईशो का बोझ लेकर जिंदगी के... Quote Writer 1 180 Share 'अशांत' शेखर 20 Oct 2023 · 1 min read मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है मेरी खिलापत में ही हजारो मशहूर हो गए। ऊंचाइयों को छूने पे नजाने कितनी बंदिशें.. उनके जलते जख्म देखो कैसे नासूर हो... Quote Writer 1 211 Share 'अशांत' शेखर 20 Oct 2023 · 1 min read उनके जख्म मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है मेरी खिलापत में ही हजारो मशहूर हो गए। ऊंचाइयों को छूने पे नजाने कितनी बंदिशें.. उनके जलते जख्म देखो कैसे नासूर हो... Hindi · ग़ज़ल 1 136 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2023 · 1 min read प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है उस दिवार के बीच इक मोहब्बत कायम है,रहने दो चाँद सितारों की रोशनी से रात में चमक है,रहने दो इस रोशन आफ़ताब पे कोई कैसे हक़ जमा सकता इन्ही रोशनी... Poetry Writing Challenge · Ashantshekhar · ग़ज़ल 1 124 Share 'अशांत' शेखर 17 May 2023 · 1 min read ना आप.. ना मैं... कई अर्से तक अपने आप को टालते रहा.. अपने आप से छुपते रहा मैं... और एक दिन आईने से मुलाक़ात हो गयी मेरी... अब मैं अपने आपको जानने लगा हूँ... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 3 2 263 Share 'अशांत' शेखर 17 May 2023 · 1 min read वो इँसा... वो इँसा लहलहाती कड़ी धूप को पीठ पे लादकर नंगे पाँव निकलता है अपने बच्चो के लिए घर में जरासा शाम का उजाला लाने के वास्ते..! वो इँसा सभी मौसम... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 1 203 Share 'अशांत' शेखर 15 May 2023 · 1 min read हमेशा..!! तस्वीरें बोलती तो है जरूर.. मगर वो अपनी कमियां नही बताती.. तस्वीरों में हम सब कभी ना कभी क़ैद हो जाते है... तस्वीरों को गौर से देखने पर कोई किसी... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 223 Share 'अशांत' शेखर 14 May 2023 · 1 min read वो भी तन्हा रहता है मैं एक दरिया सा बहता रहा किसीं असीमित विशाल समुंदर की आस में मगर समुंदर भी तन्हा था रात में बिलकुल अकेला.. कोई नहीं था पास में महान व्यक्तित्व के... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 140 Share 'अशांत' शेखर 20 Apr 2023 · 1 min read बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..! बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..! बेचारा दरिया मिलते ही अपनी मिठास खो देता है। कुछ दिलवाले यूँही दूर तक दरिया से बहते रहते है कोई तूफाँ... Quote Writer 1 2 216 Share 'अशांत' शेखर 20 Apr 2023 · 1 min read सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश में हजारो खुशियाँ मिल जाये क्यूँ के यहाँ हर एक ख्वाइशों का दाम आसमाँ सा ऊँचा है ©®-'अशांत' शेखर Quote Writer 247 Share 'अशांत' शेखर 19 Apr 2023 · 1 min read लाख कोशिश की थी अपने लाख कोशिश की थी अपने आप से मेरे सारे झूठ छुपाने की क्या बताऊँ यारो मेरा ही दिल पाक साफ़ एक आईना निकला ©® - 'अशांत' शेखर 19/04/2023 Quote Writer 165 Share 'अशांत' शेखर 15 Apr 2023 · 1 min read इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है अगर यहाँ तेरी हवेली है तो मेरा भी मकान है और क्या क्या सबुत चाहिये मेरे इक वजूद के सरकारी दस्तावेज़... Quote Writer 1 289 Share 'अशांत' शेखर 13 Apr 2023 · 1 min read अपनों को थोड़ासा समझो तो है ये जिंदगी.. अपनों को थोड़ासा समझो तो है ये जिंदगी.. ना समझो तो सिर्फ़ समझौतों की है ये जिंदगी.. ©®- 'अशांत' शेखर 13/04/2023 Quote Writer 1 271 Share 'अशांत' शेखर 5 Apr 2023 · 1 min read उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे जमी को यकीं हो उस आसमाँ में मोहब्बत भर दे कितनी लंबी है नुकीले तारों की ये उलझी दीवारे बंझर जमी... Quote Writer 1 351 Share 'अशांत' शेखर 4 Apr 2023 · 1 min read यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है इश्क़ में तो ये कश्तियां खुद डूब जाती है ✍️©®'अशांत' शेखर 04/04/2023 Quote Writer 548 Share 'अशांत' शेखर 4 Apr 2023 · 1 min read यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी ये इश्क़ की निसबत तुम्हें ना थी शिकायत मेरी ✍️®©'अशांत'शेखर 04/04/2023 Quote Writer 209 Share 'अशांत' शेखर 4 Apr 2023 · 1 min read क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो नींदे परेशां है क्यूँ यूँही आँखों में बसते हो मैं तो एक टुटे हुँए खिलौनो सा बिखरा हूँ मेरे तारो कि तरह... Quote Writer 1 2 216 Share 'अशांत' शेखर 31 Mar 2023 · 1 min read उस दर्द की बारिश मे मै कतरा कतरा बह गया उस दर्द की बारिश मे मै कतरा कतरा बह गया किसी की तो आरजु था मैं फिर बाकी रह गया ©® -'अशांत' शेखर 31/03/2023 Quote Writer 1 295 Share 'अशांत' शेखर 31 Mar 2023 · 1 min read यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे? यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे? उसके जुनूँन में तो सूरज की आग है फ़ना हो जाओगे गुजरा हुवा कल आज भी उनकी यादों में महफ़ूज... Quote Writer 415 Share 'अशांत' शेखर 31 Mar 2023 · 1 min read अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे फिर से दिल पर नासूर नये घाव बढ़ गये थे.. रिश्तों की अहमियत का भी उसे वास्ता दिया पर बदज़ुबाँ उसके लफ्ज़ गर्मी... Quote Writer 371 Share 'अशांत' शेखर 28 Mar 2023 · 1 min read अब उतरते ही नही आँखों में हसींन कुछ ख़्वाब अब उतरते ही नही आँखों में हसींन कुछ ख़्वाब ना दिल पे कोई दस्तक हमसे रूठे है कुछ ख़्वाब हिज्र का मौसम था कुछ असर उन पर भी हुँवा वर्ना... Quote Writer 184 Share 'अशांत' शेखर 25 Mar 2023 · 1 min read मैं गहरा दर्द हूँ मैं गहरा दर्द हूँ आँखों में भरकर भी आप मुझे गिरा सकते हो मैं चोटिल लफ्ज़ हूँ जुबाँ से बोलकर भी आप मुझे महसूस करा सकते हो गर लफ्ज़ अश्क़... Quote Writer 1 340 Share 'अशांत' शेखर 25 Mar 2023 · 1 min read कल चाँद की आँखों से तन्हा अश्क़ निकल रहा था कल चाँद की आँखों से तन्हा अश्क़ निकल रहा था जैसे बरसों के बाद चांदनी का इश्क़ पिघल रहा था हमने भी चश्म में उसकी कुछ तस्वीरें उतार ली है... Quote Writer 189 Share 'अशांत' शेखर 25 Mar 2023 · 1 min read नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है आँखों में बसें ख़्वाब ही फ़ना हो जाते है ये रूह फिर जिंदा लाश सी बेजान रहती.. साँसे चलती है एहसास तन्हा... Quote Writer 414 Share 'अशांत' शेखर 18 Mar 2023 · 1 min read जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में तब रास्तों को परखना भी बहुत जरुरी होता है उलझी हुई कुछ डोरियों को कोई सुलझाने लगे तब उन इरादों का... Hindi · Quote Writer 498 Share 'अशांत' शेखर 17 Mar 2023 · 1 min read तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं नींद से पहले दुवां भी मांग लेना अभी मैं राख हुवा नहीं कोई बादशाहत कायम करने का तो शौक... Quote Writer 1 2 570 Share 'अशांत' शेखर 15 Mar 2023 · 1 min read दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन.. दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन.. करीब से तो यहाँ हर कोई नक़ाब में ही मिला ©® 'अशांत' शेखर 15/03/2023 Quote Writer 254 Share 'अशांत' शेखर 9 Mar 2023 · 1 min read हम रंगों से सजे है हम रंगों से सजे है हम रंगों में बसे है हम भी इस कुदरत के रंग है हम से ही दुनिया कुछ रंगीन है कायनात का हर जर्रा जर्रा है... Quote Writer 322 Share 'अशांत' शेखर 9 Mar 2023 · 1 min read ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए । ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए । आसमाँ सी जिनसे उम्मीदे थी वो भी पराये हो गए । ✍️®©-'अशांत' शेखर 09/03/2023 Quote Writer 210 Share 'अशांत' शेखर 25 Feb 2023 · 1 min read ये आँखों से बहते अश्क़ ये आँखों से बहते अश्क़ खुद के हाथों से पोंछ लेना दुसरो को मौका दोगे तो वो सौदा करेगा सोंच लेना ✍️®©'अशांत' शेखर 25/02/2023 Quote Writer 1 2 150 Share 'अशांत' शेखर 25 Feb 2023 · 1 min read अगर किरदार तूफाओँ से घिरा है अगर किरदार तूफाओँ से घिरा है तो वो जरूर कहानी का हिस्सा है वर्ना आती जाती हवाओँ का क्या.. ना अब तक उसका कोई किस्सा है ✍️®©'अशांत' शेखर 25/02/2023 Quote Writer 1 2 178 Share 'अशांत' शेखर 24 Feb 2023 · 1 min read बड़ा मुश्किल है ये लम्हे,पल और दिन गुजारना बड़ा मुश्किल है ये लम्हे,पल और दिन गुजारना जब हो दूर तक घने अँधेरे साये का साथ चलना सुबह निकलती नही शाम यूँही रातो में ढल जाती बदन में कोई... Quote Writer 2 2 448 Share 'अशांत' शेखर 21 Feb 2023 · 1 min read अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है नर्म छाँव के रिश्तों का धागा तोड़ जाते है ✍️©®'अशांत' शेखर Quote Writer 3 3 255 Share 'अशांत' शेखर 17 Feb 2023 · 1 min read सौंधी सौंधी महक मेरे मिट्टी की इस बदन में घुली है सौंधी सौंधी महक मेरे मिट्टी की इस बदन में घुली है कैसे तुझसे ये फ़ासले फिर तेरी याद दिल में खिली है तेरे ही रोशनी से इस अँधेरे जिंदगी में... Quote Writer 2 3 348 Share 'अशांत' शेखर 14 Feb 2023 · 1 min read बहुत ऊँची नही होती है उड़ान दूसरों के आसमाँ की बहुत ऊँची नही होती है उड़ान दूसरों के आसमाँ की किसी दिन लौटना ही पड़ता है अपने सरज़मी पर...! ✍️®©'अशांत' शेखर 14/02/2023 Quote Writer 1 360 Share 'अशांत' शेखर 14 Feb 2023 · 1 min read तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है पर जरासी छाँव के लिए तूने चश्म को रुलाया है मेंरे ख़ुशी के खज़ाने पे तेरी बेगैरत नजरें पड़ गई... Quote Writer 3 253 Share 'अशांत' शेखर 13 Feb 2023 · 1 min read दुनियां की लिहाज़ में हर सपना टूट के बिखर जाता है दुनियां की लिहाज़ में हर सपना टूट के बिखर जाता है दुनियां को झुका दो फिर हर एक ख़्वाब निखर जाता है ✍️©'अशांत' शेखर 13/02/2023 Quote Writer 1 212 Share 'अशांत' शेखर 13 Feb 2023 · 1 min read उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी बड़ा अज़ीब है रकीबो को भी मेरी फिक्र होने लगी ✍️©'अशांत' शेखर 13/02/2023 Quote Writer 2 282 Share 'अशांत' शेखर 13 Feb 2023 · 1 min read फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है हां शायद मेरे कुछ गुनाह को भुलाने लगे है वक़्त को भी जरासा वक़्त लगता है ए दोस्त कुछ गहरे ज़ख्म अब... Hindi · Quote Writer 1 330 Share 'अशांत' शेखर 13 Feb 2023 · 1 min read वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही अतीत के पलों में ही जीना मज़बूरी नही हालातो से यकीनन उभर जाते है वो लोग जिनके हौसलों ने कभी उम्मीद हारी... Hindi · Quote Writer 3 2 148 Share 'अशांत' शेखर 12 Feb 2023 · 1 min read उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार कोई क्या सच के तीर मारे सारे ही बेकार धरती को घुमाकर भूगोल बदल देता है.. वो इतिहास भी बदलता है सीना... Quote Writer 1 307 Share 'अशांत' शेखर 12 Feb 2023 · 1 min read ये भी सच है के हम नही थे बेइंतेहा मशहूर ये भी सच है के हम नही थे बेइंतेहा मशहूर कुछ थे अरमां और बुलंदियों का था ख़ुमार अब थोडासा उनकी जुबाँ पे नाम आता है चलो बदनाम लोगो में... Quote Writer 1 199 Share Page 1 Next