Arvind Bhagania 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvind Bhagania 22 Jul 2019 · 1 min read १४ राह एक राह मिली बेगानी सी इस मोड़ पे खड़ी दीवानी सी, ले जाएगी मुझे किस डगर, किस गाँव, कौन से नगर। मैं उससे पूछ बैठा होके निडर इस राह में... Hindi · कविता 422 Share Arvind Bhagania 22 Jul 2019 · 1 min read १६ परिंदा एक पंछी हवा में उड़ अपनी परछाईं छोड़ चला कुछ दूर वो उड़ा और उसी राह में एक हो चला वो घने अंधेरे से उजले सवेरे की ओर बढ़ चला... Hindi · कविता 256 Share Arvind Bhagania 20 Jul 2019 · 1 min read १८ सावन फिर एक बार झूम के आया सावन लाया अपने संग ख़ुशियों का आँगन हम सबके दिल में भरने मीठा प्यार अब आएँगे सारे ख़ुशियों के त्यौहार। काले बादल उमड़ेंगे, घनी... Hindi · कविता 1 261 Share Arvind Bhagania 19 Jul 2019 · 1 min read उधेड़ बुन कोई मुझे पागल कोई दीवाना कहता है कोई इस दिल को बेगाना कहता है हम तो बस इस दिन में जीते हैं आज कल मौसम आशिक़ाना रहता है। किसी पुराने... Hindi · कविता 460 Share Arvind Bhagania 19 Jul 2019 · 1 min read चाह चलते चलते रुकना ना पड़े ऐसी राह पकड़ चलो करते करते थमना ना पड़े ऐसी चाह पकड़ चलो कर्म अपने करते चलो चाहे राहें कैसी भी हों फूल, काँटे हों... Hindi · कविता 643 Share Arvind Bhagania 19 Jul 2019 · 1 min read बचपन की यादें वो स्कूल का भारी भरकम बैग फिर से थमा दे माँ ये ज़िंदगी का हल्का बोझ उठाया नहीं जाता। वो बारिश में तैरती काग़ज़ की कश्ती फिर लौटा दे माँ... Hindi · कविता 515 Share