अरशद रसूल बदायूंनी Tag: मुक्तक 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अरशद रसूल बदायूंनी 17 Nov 2024 · 1 min read कसौटी पर खरा उतरा नहीं है यहां पर कोई भी अच्छा नहीं है ज़माना अब मिरे जैसा नहीं है जो ऐसी बात करता है वही खुद कसौटी पर खरा उतरा नहीं है Hindi · मुक्तक 16 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Sep 2024 · 1 min read दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था वो शख्स तो अपना था पराया भी नहीं था करता है न आने की हमेशा वह शिकायत महफिल में हमें जिसने बुलाया भी... Hindi · मुक्तक 48 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Sep 2024 · 1 min read दोनों मुकर जाएं समझ में कुछ नहीं आता हमारी अब किधर जाएं अकेलेपन से बेहतर है कि जाँ से ही गुज़र जाएं तअल्लुक तर्क करने का इरादा भी हमारा था चलो ऐसा करें... Hindi · मुक्तक 56 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Sep 2024 · 1 min read मुझमें गांव मौजूद है अपनी कोई भी पहचान खोता नहीं नाम हरगिज़ बड़ों का डुबोता नहीं मुझमें अब तक मेरा गांव मौजूद है लाख कोशिश करूं शहर होता नहीं Hindi · मुक्तक 51 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Aug 2024 · 1 min read अवसर तलाश करते हैं हौसलों को हताश करते हैं आप खुद को निराश करते हैं अक्लमंदी से आपदा में भी लोग अवसर तलाश करते हैं Hindi · मुक्तक 127 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल ये हमारी ज़िन्दगी का इक बरस फिर खा गया इस दफ़ा भी तेज़ क़दमों से दिसम्बर आ गया फिर सताने आ गया मन्ज़र बुढ़ापे का हमें घर की खूंटी पर... Hindi · मुक्तक 221 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Dec 2023 · 1 min read उनको ही लाजवाब लिक्खा है उनको ही लाजवाब लिक्खा है किस क़दर कामयाब लिक्खा है हर मवाली के नाम से पहले अब तो आली जनाब लिक्खा है © *अरशद रसूल बदायूंनी* Hindi · मुक्तक 1 173 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Nov 2023 · 1 min read किसी का खौफ नहीं, मन में.. किसी का खौफ नहीं, मन में राम थोड़ी है कि झूठ बोलना उसको, हराम थोड़ी है अगर वह फ़ेंक रहा है, लपेट लो मिलकर वह आदमी है सियासी... इमाम थोड़ी... Hindi · मुक्तक 1 227 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Oct 2023 · 1 min read बुराई से दामन बुराई से दामन बचाओगे कैसे तुम अपने खुदा को मनाओगे कैसे तालाफ़ी गुनाहों की करते नहीं हो तो फिर हश्र में मुंह दिखाओगे कैसे Hindi · मुक्तक 1 180 Share अरशद रसूल बदायूंनी 24 Aug 2023 · 1 min read चंद्रयान-3 जो भी चाहा वह हो गया हमसे रास्ता खुद ही आ मिला हमसे यूं ही गुरु विश्व के नहीं है हम स्वागतम, चाँद ने कहा हमसे © अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 1 102 Share अरशद रसूल बदायूंनी 18 Aug 2023 · 1 min read फ़ोन में क़ैद क़यामत इस कदर उस में मैं समाया हूं खुद की नजरों में अब पराया हूं फ़ोन में क़ैद इक क़यामत है उस की तस्वीर खींच लाया हूं Hindi · मुक्तक 284 Share अरशद रसूल बदायूंनी 17 Jul 2023 · 1 min read गोद में मां की सो गया वक़्त के साथ चल पड़ा हूँ मैं लोग समझे कि मर चुका हूँ मैं दफ़्न माँ भी इसी जमीन में है गोद में माँ की सो गया हूँ मैं Hindi · मुक्तक 1 246 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Jul 2023 · 1 min read फरेब तुम्हारे नाम का इमकान भी नहीं होता सदाकतों का यह नुक़सान भी नहीं होता फ़रेब से ही मिली है यह शोहरतें तुमको बिना फ़रेब के सम्मान भी नहीं होता Hindi · मुक्तक 1 171 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Jul 2023 · 1 min read विरासतों का एहसास विरासतों का यह एहसास भी कराती थी कि खानदान का खर्चा यही चलाती थी वह हाइवे जो गुजरता है गांव से सटकर इसी ज़मीन पे कल फस्ल लहलहाती थी Hindi · मुक्तक 133 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Jun 2023 · 1 min read सलाम मिलेगी आपको इज्जत भी काम से पहले झुकाओ सर को जरा एहतराम से पहले रिवायतों को हमेशा मैं याद रखता हूँ सलाम करता हूं अरशद कलाम से पहले Hindi · मुक्तक 1 202 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 May 2023 · 1 min read मां की ज़ियारत का करिश्मा साथ गुजरे हुए लम्हों की झलक बाकी है पास सब कुछ है मगर उसकी कसक बाकी है ख़्वाब में मां की ज़ियारत का करिश्मा देखो मेरी आंखों में चमक आज... Hindi · मुक्तक 182 Share अरशद रसूल बदायूंनी 31 Oct 2022 · 1 min read बिजलियों का दौर खौफ आंखों के सभी ढलने लगे सब नई राहों पे अब चलने लगे बिजलियों का दौर है अरशद रसूल आंधियों में अब दिये जलने लगे Hindi · मुक्तक 2 289 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Jul 2022 · 1 min read दौलतों के भूखे हैं दौलतों के भूखे हैं फ़र्ज़ भूल जाते हैं हक़ अवाम का खाकर कोठियां बनाते हैं घूमते मिले बंदर, आज उस्तरा लेकर घूंट खून के पीकर जान सब बचाते हैं Hindi · मुक्तक 1 120 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Jul 2022 · 1 min read रोज़ ही मरना पड़ता है रोज़ दिखावा करना पड़ता है खुद ज़ख्मों को भरना पड़ता है तुम तो एक क़ज़ा से डरते हो हमको हर दिन मरना पड़ता है Hindi · मुक्तक 1 128 Share अरशद रसूल बदायूंनी 25 Jun 2022 · 1 min read दुनिया तुम पर थूक रही ये भी जीवन की इक चूक रही उनको बस मेरी ही भूक रही मुझको अब गाली देना छोड़ो ये दुनिया तुम पर ही थूक रही © अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 1 126 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Apr 2022 · 1 min read दिये मुहब्बत के... क़दम प्यार का आओ आगे बढ़ा लें हमें तुम संभालो तुम्हें हम संभाले यहां नफ़रतें सर उठाए खड़ी हैं दिये हम मुहब्बत के मिलकर जला लें Hindi · मुक्तक 5 5 383 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Apr 2022 · 1 min read कहानी को नया मोड़ फिर कहीं और मुझे जोड़ दिया है अब कहानी को नया मोड़ दिया है खुद मुझे छोड़ गया आज मिरा यार ठीकरा सर पे मिरे फोड़ दिया है Hindi · मुक्तक 2 427 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Apr 2022 · 1 min read तोड़कर मुझे न देख गीत आधारित मुक्तक ============= रस्मे दुनिया निभाने की कोशिश न करें प्यार झूटा दिखाने की कोशिश न कर जोड़ कर तोड़ कर यूं मुझे अब न देख तू मुझे आजमाने... Hindi · मुक्तक 4 3 511 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Apr 2022 · 1 min read सहारा मिल गया होता आधार गीत मुक्तक ----------------------- मिरे हमराह चलने का इशारा मिल गया होता इन आँखों को कोई दिलकश नजारा मिल गया होता भले झूठा दिलासा दे के मुझको तू चला जाता... Hindi · मुक्तक 3 2 375 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Apr 2022 · 1 min read मौत ने कुछ बिगाड़ा नहीं गीत आधारित मुक्तक ------------------------- प्यार की नज़्र लाए हुए हैं आपके दर पे आए हुए हैं मौत ने कुछ बिगाड़ा नहीं है जिंदगी के सताए हुए हैं Hindi · मुक्तक 2 290 Share अरशद रसूल बदायूंनी 24 Mar 2022 · 1 min read करके यही ख़ता बैठे इक हसीं ख्वाब हम सजा बैठे जिंदगी का सुकूं गंवा बैठे इश्क़ है इक ख़ता अगर 'अरशद' करके हम भी यही ख़ता बैठे Hindi · मुक्तक 1 2 186 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Mar 2022 · 1 min read ऐसा इतवार तो आने से रहा रस्मे दुनिया तो निभाने से रहा वक़्त तुम पर मैं लुटाने से रहा एक मज़दूर को मिल जाए सुकून ऐसा इतवार तो आने से रहा Hindi · मुक्तक 1 157 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Sep 2021 · 1 min read दूजा नहीं रहता घिरा हूँ गम गुसारों से कभी तन्हा नहीं रहता गमों के दौर में कोई मगर अपना नहीं रहता अगर हनुमान होते चीरकर दिल भी दिखा देते यकी हो या न... Hindi · मुक्तक 3 426 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Apr 2020 · 1 min read मुकरियां उसने अंग अंग महकाया उससे ही खिल जाती काया सफाई के रखे लाखों गुन ऐ सखि साजन, नहिं सखि साबुन बातों से सदा करता वार हार कर भी नहिं माने... Hindi · मुक्तक 2 2 286 Share अरशद रसूल बदायूंनी 18 Apr 2020 · 1 min read मुकरियां समय का पालन यह सिखाए रोज सवेरे मुझे जगाए हरदम उसकी जरूरत पड़ी ऐ सखि साजन, नहीं सखि घड़ी बाहर उजला भीतर रीठा लगता है वह कितना मीठा काम सभी... Hindi · मुक्तक 2 2 375 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Apr 2020 · 1 min read मुकरियां मुकरियां ===== यौवन की शोभा बढ़ जाती हर नारी इस पर इतराती करती उससे असीमित प्यार ऐ सखि साजन, नहीं सखि हार देख देख उसको जीती हूं मैं जाम खुशी... Hindi · मुक्तक 4 3 307 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Oct 2019 · 1 min read इस बार का दशहरा देश पर कभी हो नहीं बुराई का पहरा नौनिहाल सीखें राष्ट्रभक्ति का ककहरा किसी के भी हृदय में रहे न रावण ज़िंदा कुछ इस तरह मनाएं इस बार का दशहरा Hindi · मुक्तक 4 275 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Aug 2019 · 1 min read खाली पेट नंगे - भूखे फिरते मिले इंसान नहीं है रोटी कपड़ा और मकान धरम शूरु होता है रोटी के बाद खाली पेट भजन ना होय भगवान Hindi · मुक्तक 4 1 515 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Aug 2019 · 1 min read रोटी अज़ां, न आरती सुनाई देती है दुनिया दीन की दुहाई देती है खाली पेट ठहरे यह सारे लोग इनको बस रोटी दिखाई देती है Hindi · मुक्तक 4 1 384 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Jul 2019 · 1 min read कलाम को सलाम कुछ जुदा था औरों से उनका काम लेते हैं फख्र से हम उनका नाम देश को दिलाई अलग इक पहचान कहते हैं सब उन्हें अब्दुल कलाम Hindi · मुक्तक 2 1 328 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Jul 2019 · 1 min read उद्धार ऐसे तो बेड़ा पार नहीं होता कोई दर्शन शुमार नहीं होता माता - पिता की सेवा के बगैर किसी का भी उद्धार नहीं होता Hindi · मुक्तक 2 280 Share अरशद रसूल बदायूंनी 25 Jul 2019 · 1 min read जुगनू निकालने लगे हमने समझा था अब ये बहलने लगे यह क्या, यह तो फिर से अब मचलने लगे इन बच्चों को कोई सोने नहीं देता तितली सो गई अब जुगनू निकलने लगे Hindi · मुक्तक 2 240 Share अरशद रसूल बदायूंनी 23 Jul 2019 · 1 min read ममता यह रिश्ता किसी शय का तलबगार नहीं होता दुआ के बिना उसकी, बेड़ा पार नहीं होता संसार में यही तो एक ऐसी मुहब्बत है मां की ममता में कोई इतवार... Hindi · मुक्तक 3 1 587 Share अरशद रसूल बदायूंनी 20 Jul 2019 · 1 min read याद का सहारा कभी उससे मिलना नहीं होता मगर कोई शिकवा नहीं होता उसकी याद का यह सहारा है किसी पल मैं तन्हा नहीं होता Hindi · मुक्तक 3 435 Share अरशद रसूल बदायूंनी 20 Jul 2019 · 1 min read जातिवाद जीत से पहले सब रिश्ते याद रहते हैं, फिर कब इन्हें फर्ज अपने याद रहते हैं। जातिवाद के नाम पर हो चुनाव तो फिर हमें भी कब कोई मुद्दे याद... Hindi · मुक्तक 3 233 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Jul 2019 · 1 min read दर्द को जोड़ दो आधार से वास्ता इनका नहीं है बहार से गमज़दा घूम रहे लाचार से दर्द का भी तो कोई हिसाब हो इसको भी जोड़ देते आधार से Hindi · मुक्तक 2 256 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 1 min read रब ने चाहा तो... नसीब को ज़रा आजमाकर देखिए उससे इक बार लौ लगाकर देखिए रब ने चाहा तो हो जाएगी पार नाव कागज की भी चलाकर देखिए Hindi · मुक्तक 2 364 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 1 min read अंदरखाने तहसील हो, कचहरी हो या थाने होता क्या है इनके अंदरखाने काला हो सफेद, सफेद हो काला बैठे हैं लूले, लंगड़े, अंधे, काने © अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 2 285 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read सौ-सौ बार करो एक नहीं तुम सौ-सौ बार करो, प्रतिदिन ऐसे ही पलटवार करो। सारा पाकिस्तान भस्म हो जाए, रणनीति ऐसी कोई तैयार करो। @ अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 411 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read इतिहास ज्वलंत हो जाए देश का इतिहास ज्वलंत हो जाए आतंकवाद का जब अंत हो जाए मनाएं हम सब मिल कर खुशियां फिर तो हर ऋतु बसंत हो जाए Hindi · मुक्तक 187 Share