ईश्वर की अद्भुत कृति "बेटियाँ"
विधा=सवैया मात्रा विधान=18(10+8) 16(10+6) यतिक्रम=10,8,10,6 चरणान्त=सगण पँख सभी मेरे,कुतर दिए हैं, मैं फिर भी उड़ना,सीख गई। तुमने लक्ष्यहीन, समझा मुझको, मैं लक्ष्य भेदना, सीख गई। नजरों से तुमने,दूर रखा पर,...
Hindi · कविता