अनिल अहिरवार"अबीर" Tag: कविता 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल अहिरवार"अबीर" 16 Oct 2022 · 1 min read *जो जानता है चलना वो चलता है* हर एक शख़्स जानना चाहता है, ज़िंदगी कब तक चलेगी, क्या चलेंगी ? जब तक उसका मन चाहता है, या फिर टूटा हुआ तन चाहता है, हर एक शख़्स चाहता... Hindi · कविता 1 1 152 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 2 Oct 2022 · 1 min read वृद्ध व्यथा वृद्ध व्यथा देख-देख अश्रु मेरे उत्सुक होते, जिन ने पीढ़ी उत्थान किया, वो ही क्यों भिक्षुक होते। हृदय सरलता लिए, कष्टों को नश्वर कर देते, वृद्ध भींगे ललाट से, मुस्कानों... Hindi · कविता 1 181 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 13 Jun 2021 · 1 min read "बरसात का आगमन हुआ" जिंदगी और मौत के बीच, बरसात का आगमन हुआ, नव कलरव गीत, अब जीत का सुभागमन हुआ। घोर घटायें छाई हैं, मन मुरझायें है, कहीं कोई तो आशा का दीप... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 339 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 7 Jun 2021 · 1 min read "बरसात हूँ विकास हूँ" जन जीवन मुझे पुकार रहा, मैं सबकी प्यास बुझाती हूँ, ध्वनि की गति से आती, जल राशि अपार लाती हूँ । वृक्ष हवा में लहराएंगे, अपनी-अपनी प्यास बुझायेंगे, मानव आलस... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 312 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 2 Jun 2021 · 1 min read "बरसात का पानी बचाएं" जंगल हमने विनाश करें, बरसात की बूंदें कहाँ से लायें, प्रकृति का चक्र बाध्य हुआ अब इंद्र देव से कृपा करायें, गाँव में घोर उदासी, फसले प्यासी,सूखी जायें पशु,पक्षी मर-मर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 409 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 31 May 2021 · 1 min read "लाचार" सिर्फ जिस्म बेचा उसने, क्या और भी कुछ बेचना बाकी हैं तुम सब ने मिलकर नोचा, क्या और भी नोंचना बाकी हैं, हा उसकी शायद कोई मजबूरी हो, दो वक्त... Hindi · कविता 1 4 305 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 29 May 2021 · 1 min read बरसात की पहली रात सर्द गर्म सी ए- रात हो गयी जो कुछ बूंदों की बरसात हो गई, हम ना सोये सोई-सोई रात हो गई, बदली का अपना राग नीर नग्न हो गई, बूंदे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 414 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 26 May 2021 · 1 min read "कुछ सवाल हैं मन में" कुछ सवाल हैं मन में, ये रात काली क्यों हैं, ये रात खाली-खाली क्यों हैं, जिंदगी की हालत माली क्यों हैं, जिंदगी हैं, तो जिंदगी का माली कहाँ हैं, कोई... Hindi · कविता 3 4 315 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 24 May 2021 · 1 min read "आबाद हुई दुनिया" आबाद हुई दुनिया,जहां जल था, पेड़ो की छाया लाने वाला पल था, अंकुरित अनाज पैदा होने की आशा, जहां इंसान अपनी राहों में सकुशल था। दूर-दूर तक कोई परिवर्तन नहीं,... Hindi · कविता 2 4 283 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 20 May 2021 · 1 min read "बरसात प्यारी-प्यारी" घर की मुंडेर पर,बादल आए है छोटी-छोटी बूंदों से बरसात लाए है, बरसात बादलों की मां हैं, बरसात प्यारी-प्यारी आती हैं। हल्के बड़े सब बदलो को पालती हैं। बरसात के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 278 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 18 May 2021 · 1 min read "मानसून से पहले ताऊते" मानसून से पहले, ताऊते ने दस्तक दी, पश्चिमी घाट के छोर से, भारत में टकराया, निम्न दाब का चक्रवात, अरब सागर से उठ कर आया, एक चक्रवात, पूरे भारत का... Hindi · कविता 292 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 17 May 2021 · 1 min read "बस एक झूठ" बस एक झूठ से जिंदगी नही चलती, चलती है जिंदगी तो बस मुहब्बत से। न समझ है तू,मैं झूठ से सौदा नहीं करता, जा मुझे छोड़,मैं अब तन्हाई से नही... Hindi · कविता 1 4 366 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 16 May 2021 · 1 min read "तन्हा रातें" तन्हा-तन्हा है रातें, तन्हा रात अब कटती नहीं हैं। जिंदा है उनकी यादें, ये यादें भी अब मरती नहीं हैं। दीवारें भी बात-बात में, हर बात उन्ही की करती हैं।... Hindi · कविता 2 6 533 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 14 May 2021 · 1 min read "अक्षय वरदान मिले" अक्षय तृतीया पर,अक्षय वरदान मिले हो मुरादे पूरी,जीवन में सम्मान मिले। बाधाओ का विनाश हो,ऐसा वरदान मिले हो जग बढ़ाई,जगत में पहचान मिले। पुण्य तिथि हे परमात्मा,अक्षय सुख,शान मिले लक्ष्य... Hindi · कविता 2 464 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 14 May 2021 · 1 min read "संस्कारों का पतन" मैं मान रहा हूं, हम जी रहे नवयुग में हो गई संस्कारों के पतन की तैयारी, सोयी प्रबुद्ध जनता सारी। बार बार आंखे धो लेता हूँ, तरुणाई का इश्क,प्यार देख... Hindi · कविता 438 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 13 May 2021 · 1 min read "उम्मीदें" रोटी के इंतजाम में निकले, जिंदगी बेजान लगती है। वक्त का पासा पलटा, जिंदगी परेशान लगती है। अब लौट कर कहां जाएं, बस जान बेजान लगती हैं। हाथों में रोटी... Hindi · कविता 3 7 312 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 12 May 2021 · 1 min read "नए शोध में" ये वीरानियां परेशां कर रही हैं, आंखे खोजती फिर रही जो अब नही है।। तुम्हे अगर सब आसान लगता हैं, तो सुनों आवाजों को,जो शमशान से बोल रही है।। वक्त... Hindi · कविता 1 4 427 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 12 May 2021 · 1 min read "जीवन की शर्त" जीवन की शर्त यहीं है, क्या क्या बदलोगे, समस्याओं का गर्त यहीं है, हाथ बढ़ाओ, चलो एक दीप जलाओ, मृत्युलोक का स्वर्ग यहीं हैं। जीवन में आनंद करो, ईश्वर को... Hindi · कविता 1 2 578 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 10 May 2021 · 1 min read "पेपर क्लियर होगा अबकी बार" आई ए एस,पी सी एस, बनने का सपना देख रहे थे, बनते बनते कुछ बन ही गए, और बने तो बने कलमकार। पूछ रही दुनिया, कहां गया ऑफिसर, कहां गया... Hindi · कविता 2 281 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 9 May 2021 · 1 min read "ये मां ही मिले" हाथ पकड़ कर चलना सीखे, माँ की ममता में,बोनी गलियां याद मुझे ! नींदों की डोरी, माँ की एक-एक लोरी याद मुझे ! पड़ोसियों के ताने, एक-एक चोरी याद मुझे... Hindi · कविता 1 2 404 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 7 May 2021 · 1 min read "मेरा नाम" खबर मुलाकातों की आने लगी है, मैं होश में आ जाता हूं, जब से वो मेरा नाम बताने लगी है । मुलाकाते यो ही मुक़म्मल नहीं होती, चाह कर भी... Hindi · कविता 1 1 414 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 7 May 2021 · 1 min read मैं क्या करूं ? सड़को पर तुम ही देख लो, बयां क्या करूं । मर रहे है लोग, मैं चुपचाप क्या करूं । मजबूरी हो गई है अब, कि हकीकत बयां करूं। हवाओं में... Hindi · कविता 4 2 529 Share