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तेरे यादों के साए ज़हन से मिटते नहीं ,
तेरी फ़ुर्क़त में लम़्हे अब कटते नही ,
श़ुक्रिया !

बहुत उम्दा श्रीमान

बढियां

जी धन्यवाद ??

उत्तम रचना, श्रीमान जी!

धन्यवाद आदरणीय सर ??

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