अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' Tag: शेर 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Mar 2022 · 1 min read जाल अपनी मुहब्बत का जाल अपनी मुहब्बत का , बिछाया है उसने मुझ पर क्या खूब नशा छाया है, उसकी मुहब्बत का मुझ पर न दिन को चैन , न ही रात को नींद... Hindi · शेर 1 230 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 28 May 2021 · 1 min read अंदाज़े - शायरी अंदाज़े - शायरी १. मैं अक्सर उसकी गली के चक्कर लगाया करता हुँ खुली जुल्फों के साथ उसे खिड़की के करीब पाया करता हूँ जब दीदार नहीं होता है, मैं... Hindi · शेर 3 4 320 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Mar 2021 · 1 min read मशगूल है वो अपनी तीमारदारी में 1. मशगूल है वो अपनी तीमारदारी में कुछ इस तरह अपने गम भुलाते - भुलाते उन्हें दूसरों का ख्याल ही न रहा 2. शराब उसके जिस्म के भीतर क्या समाई... Hindi · शेर 2 2 281 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Mar 2021 · 1 min read तेरी आगोश में गुजरें मेरी रातें , ये अरमां मेरे 1. तेरी आगोश में गुजरें मेरी रातें , ये अरमां मेरे सुबह होती और वो ये कहते , अभी न जाओ छोड़कर 2. लहू तुम्हारा सफ़ेद हो जाए , उससे... Hindi · शेर 2 2 280 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 2 Mar 2021 · 1 min read किस तरह बयाँ करूं किस तरह बयाँ करूं तेरा हुस्न - ए - ज़माल एक ही झलक ने मुझे मदहोश कर दिया Hindi · शेर 2 1 191 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 2 Mar 2021 · 1 min read चश्मे बद्दूर है तू चश्मे बद्दूर है तू क्या बला का नूर है तू चकरा - चकरा कर गिर रहे हैं शेरे सवार भी मैदान में Hindi · शेर 2 1 457 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 1 Mar 2021 · 1 min read तोहफे तेरे क़ुबूल हैं मुझको तोहफे तेरे क़ुबूल हैं मुझको . ऐ मेरे खुदा एक और करम कर , अपने नूर से सजा तरकीब मुझको सूझती नहीं , ऐ मेरे खुदा निगेहबानी में अपनी रखना,... Hindi · शेर 2 2 275 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 23 Feb 2021 · 1 min read किसी की किस्मत संवार के देखो किसी की किस्मत संवार के देखो किसी की किस्मत संवार के देखो किसी रोते हुए को चुप करा के देखो यूं ही नहीं रोशन होती जिन्दगी किसी के गम में... Hindi · शेर 2 2 235 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 23 Feb 2021 · 1 min read अल्फाजों को अपनी इबादत का बना लो हिस्सा अल्फाजों को अपनी इबादत का बना लो हिस्सा अल्फाजों को अपनी इबादत का बना लो हिस्सा जिन्दगी यूँ ही न हो जाए किस्सा खुदा के अरमानों को अपने अरमां समझो... Hindi · शेर 2 1 219 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 23 Feb 2021 · 1 min read घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो उस पर दो रातें बिताकर तो देखो कितनी खूबसूरत हैं ये खुदा की कायनातें इन सबसे... Hindi · शेर 2 1 335 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 21 Feb 2021 · 1 min read मैं तेरी चाहत को अपनी चाहत समझ बैठा मैं तेरी चाहत को अपनी चाहत समझ बैठा मैं तेरी चाहत को अपनी चाहत समझ बैठा तू कसी और की जागीर थी , खबर नहीं मुझको तेरे एहसास से रोशन... Hindi · शेर 2 1 232 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 21 Feb 2021 · 1 min read फिर किसी मोड़ पर वो मिल जाएँ कहीं फिर किसी मोड़ पर वो मिल जाएँ कहीं फिर किसी मोड़ पर वो मिल जाएँ कहीं कोई तो ऎसी सुबह हो खुदाया मेरे जख्म दिल के नासूर न हो जाएँ... Hindi · शेर 2 1 217 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 21 Feb 2021 · 1 min read खिले जो फूल बहारों के , चमन हुआ रोशन खिले जो फूल बहारों के , चमन हुआ रोशन खिले जो फूल बहारों के , चमन हुआ रोशन खिले जो चेहरे नजारों के , दिल हुआ रोशन पाकीजगी उनकी भा... Hindi · शेर 2 1 503 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 19 Feb 2021 · 1 min read इक दिन मेरी मज़ार पर आकर वो ये बोले इक दिन मेरी मज़ार पर आकर वो ये बोले ए जाने वाले इक बार मिल के तो जाते कुछ वादे कर जाते कुछ अफ़साने लिख जाते दे जाते कुछ निशानियाँ... Hindi · शेर 2 1 217 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 1 min read चंद एहसास चंद एहसास 1 खुद को कहते थे वो खुदा का नूर ये उनका अहं था या उनका गुरूर खुदा का बन्दा कहलाने का था उनको अजब शुरूर दो चार गम... Hindi · शेर 2 2 228 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 2 min read क्षणिकाएं क्षणिकाएं मुहब्बत में अंजाम की परवाह किसे ये वो शै है जिसका कोई अंजाम नहीं अफ़सोस नहीं है मुझे मेरी मुहब्बत की नाकामी का इतना ही काफी है मेरे लिए,... Hindi · शेर 2 2 286 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 1 min read अपने ग़मों को सी लें अपने ग़मों को सी लें अपने ग़मों को सी लें, अपने गमो को पी लें अपनी खुशियों , अपनी आरज़ू को आबाद करें फिर से क्यूं न कर अपने जीने... Hindi · शेर 2 1 453 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 1 min read मेरी कलम जो भी लिखे मेरी कलम जो भी लिखे मेरी कलम जो भी लिखे , इबादत समझ क़ुबूल कर मौला अमानत हो जाए ये कलम , इतना तो करम कर मौला अल्फाज़ों का एक... Hindi · शेर 1 1 423 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 17 Feb 2021 · 1 min read अंजामे - वफ़ा अंजामे - वफ़ा अंजामे - वफ़ा का सिला , मुहब्बत कर देखो उस खुदा की नवाज़िश , खुदा से आशिक़ी कर देखो परिंदों की सी उड़ान , कोशिश कर देखो... Hindi · शेर 2 1 215 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 16 Feb 2021 · 1 min read उसने अपनी सारी जिन्दगी यूं ही तमाम कर ली उसने अपनी सारी जिन्दगी यूं ही तमाम कर ली उसने अपनी सारी जिन्दगी यूं ही तमाम कर ली उसने अपनी बची साँसें बोतल के नाम कर दी पिए जा रहा... Hindi · शेर 2 1 237 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Feb 2021 · 1 min read अंदाज़े - बयाँ अंदाज़े - बयाँ खामोश रहकर भी बहुत कुछ कहने का सिला है तुझमे तू जहां से भी गुजरे, तेरी खामोश निगाहें बयाँ करें तुझको इन्तिख़ाब किया है उस खुदा ने... Hindi · शेर 1 2 214 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 Feb 2021 · 1 min read अंदाज़े बयाँ अंदाज़े बयाँ काबिल कर खुद को, कर न गुमां खुद पर चार दिन की जिन्दगी , राहे – इंसानियत पर कर निसार कुदरत से खेलने की जुर्रत न कर ,... Hindi · शेर 1 2 221 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Feb 2021 · 1 min read क़ुबूल कर मेरी आशिक़ी क़ुबूल कर मेरी आशिक़ी क़ुबूल कर मेरी आशिकी को, यूं इनकार न कर इस आशिके - मजनू को , यूं बेकरार न कर कुबूल कर मेरी आशिकी को, यूं इनकार... Hindi · शेर 2 2 397 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read कोई बताये हमें कोई बताये हमें कभी कोरोना कभी सुनामी , कभी भूकंप से हो रहे रूबरू हम कभी दंगों की पीड़ा , कभी मजदूरों की पीड़ा से रूबरू हो रहे हम वक़्त... Hindi · शेर 1 1 236 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read क्या कहिये क्या कहिये वो कहते हैं कि रहते हैं वो हर एक के दिल में फिर भी एक दूरी है दिलों के बीच, क्या कहिये उन्हें गुमां है अपने “रिश्ता -... Hindi · शेर 1 1 257 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read अंदाज़े - बयाँ अंदाज़े - बयाँ बेवजह बेसबब आँखें नम हो जाया नहीं करतीं कभी ख़ुशी कभी गम के साए तले छलक जाती हैं ये कभी रिश्तों की बज़्म जिन्दगी , कभी जीवन... Hindi · शेर 3 4 253 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read वो पालते हैं हमसे दुश्मनी वो पालते हैं हमसे दुश्मनी वो पालते हैं हमसे दुश्मनी भी तो नज़ाकत से देते हैं ग़मों का भर – भर समंदर भी तो नज़ाकत से चुरा लेते हैं हमारी... Hindi · शेर 2 2 316 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read अंदाज़े - बयाँ अंदाज़े - बयाँ बेवजह बेसबब आँखें नम हो जाया नहीं करतीं कभी ख़ुशी कभी गम के साए तले छलक जाती हैं ये कभी रिश्तों की बज़्म जिन्दगी , कभी जीवन... Hindi · शेर 1 1 401 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read अंदाज़े बयाँ अंदाज़े बयाँ 1. ख्वाहिशों के समंदर में आखिर डूबना ही क्यों उठने की चाह में आखिर बार - बार गिरना ही क्यों २. मेरी कलम को अपने अमानत कर ऐ... Hindi · शेर 2 2 432 Share