अमित कुमार दवे Language: Hindi 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अमित कुमार दवे 11 Feb 2024 · 1 min read ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा ऐसा वर दो हे वीणापाणि जिससे सहज ही ऊजला - सुलझा फिर जग हो जाए। दीप उजियारों के स्वतः दीप्त... Hindi · कविता · वीणावादिनी · हंसासिनी 38 Share अमित कुमार दवे 16 May 2023 · 1 min read तेरी ममता और करुणा अमित कुमार दवे तेरी ममता और करुणा अमित कुमार दवे तेरे नेहिल आशीषों के आश्रय में, जित नव-नव पाता बढ़ता मैं ! स्वयं सीखता और स्वयं समझता, सृष्टि की गति को अपनाता चलता... Poetry Writing Challenge · आश्रय · करूणा · नेहिल · ममता · माँ 232 Share अमित कुमार दवे 26 Dec 2021 · 1 min read ©शब्द - स्वप्न - संवेदन को जीवन राष्ट्र का करना होगा जननायक को अब अटल-सा फिर से बनना होगा ।। डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा, राजस्थान विषय : अटल बिहारी वाजपेयी विशेष ©शब्द - स्वप्न - संवेदन को जीवन राष्ट्र का करना होगा जननायक को अब अटल-सा फिर से बनना होगा ।। डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा,... Hindi · कविता 200 Share अमित कुमार दवे 29 Oct 2021 · 1 min read विकास की अंध अभिलाषा में पीढ़ी काल की ग्रास बनी अमित कुमार दवे ©"विकास की अंध अभिलाषा में पीढ़ी काल की ग्रास बनी" कहीं हम अपने ही आदर्शों का मखौल तो नहीं उडा रहे! हाथों अपनी संस्कृति को तार-तार तो नहीं कर रहे... Hindi · कविता 199 Share अमित कुमार दवे 28 Oct 2021 · 1 min read ©"पारितोषिक के नाम पर खेल भावनाओं के होने लगे हैं" -अमित कुमार दवे, खड़गदा ©"पारितोषिक के नाम पर खेल भावनाओं के होने लगे हैं" -अमित कुमार दवे, खड़गदा उपहार - सम्मान समय के प्रवाह में बहने लगे हैं। उपलब्धि के बजाय कारण पहचान का... Hindi · कविता 1 4 246 Share अमित कुमार दवे 2 Aug 2021 · 1 min read ©"पुण्यों का परिणाम है जीवन बस यूँ ही नहीं गवाना है" डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा ©"पुण्यों का परिणाम है जीवन बस यूँ ही नहीं गवाना है" -अमित कुमार दवे, खड़गदा आज मन में ठाना है, सहज जीवन में रहना है। खुद में खुद का ही... Hindi · कविता 1 1 248 Share अमित कुमार दवे 24 May 2021 · 1 min read अब हमको...रूकना ही होगा.....©डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा अब हमको...रूकना ही होगा... ©डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा हमें अपनों के लिए रूकना होगा..! हमें अपने लिए रूकना होगा..! हमें सपनों को सच करने के लिए रूकना होगा..! भारत को... Hindi · कविता 1 375 Share अमित कुमार दवे 13 May 2021 · 1 min read ©"बना लो.. अपनों का कवच.. अमित कुमार दवे, खड़गदा ©"बना लो.. अपनों का कवच.." -©अमित कुमार दवे, खड़गदा अपनों का.. संग व सानिध्य इस काल में… सुरक्षा कवच है.., तो वहीं … निरन्तरता लिए हुए.. दूर से ही सही... Hindi · कविता 1 265 Share अमित कुमार दवे 9 Mar 2021 · 1 min read ©प्रकृति-पुरुष से चलती सृष्टि डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा ©प्रकृति-पुरुष से चलती सृष्टि डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा प्रकृति-पुरुष से चलती सृष्टि निर्बाध गति को न बाँधों तुम ! भटकाव जीवन का ध्येय नहीं हो बिखराव जीवन में लेश नहीं... Hindi · कविता 409 Share अमित कुमार दवे 6 Dec 2020 · 2 min read ©आओ ! देश संग जग को सामाजिक बनाएँ जिसमें संवेदनशीलता की साँसे चलवाएँ ©डॉ.अमित कुमार दवे ©आओ ! देश संग जग को सामाजिक बनाएँ जिसमें संवेदनशीलता की साँसे चलवाएँ ©डॉ.अमित कुमार दवे आओ समाज से समाजिक बन जाएँ.. सम्यक् आज पर बेहतर कल बनाएँ.. सम्यक् समझ... Hindi · कविता 1 265 Share अमित कुमार दवे 4 Dec 2020 · 2 min read संवेदना एवं समाज संवेदना एवं समाज ©डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा समाज एवं संवेदनशीलता दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। समाज संवेदनहीन को यह स्वीकार्य नहीं और संवेदना रहित समाज की कल्पना ही नहीं... Hindi · लेख 2 1k Share अमित कुमार दवे 29 Nov 2020 · 1 min read कोरोना घर नहीं लाएँगे नियम-संयम युक्त हों, कोरोना से मुक्त हों। कोरोना को हराएँगे, उसको घर नहीं लाएंगे।। कोरोना को हम सब मिलकर के विश्वपरिदृश्य से बाहर करेंगे। सही जीवनचर्या, सही दिनचर्या एवं पूर्ण... Hindi · मुक्तक 222 Share अमित कुमार दवे 28 Nov 2020 · 4 min read वैश्विक महामारी एवं सदी की त्रासदी : कोरोना ©डॉ.अमित कुमार दवे,खड़गदा वैश्विक महामारी एवं सदी की त्रासदी : कोरोना ©डॉ.अमित कुमार दवे,खड़गदा कोरोना से संपूर्ण विश्व इस समय त्रासदी से युक्त है । विश्व की बड़ी से बड़ी अर्थव्यवस्था एवं आधुनिकतम... Hindi · लेख 1 302 Share अमित कुमार दवे 28 Nov 2020 · 1 min read *©विश्व में शान्ति कायम करने के कुछ उपाय* ©अमित कुमार दवे खड़गदा *विश्व में शान्ति कायम करने के कुछ उपाय* पर जीवन की संवेदनाओं को समझ उचित व्यवहार की सकारात्मक परिणिति वैश्विक शान्ति स्थापन में सहयोगी सिद्ध होगी..। साथ ही विश्व में... Hindi · लेख 582 Share अमित कुमार दवे 28 Nov 2020 · 1 min read "नित ढलता सूरज कहता जाए" ©अमित कुमार दवे,खड़गदा नित ढलता सूरज कहता जाए कर्म सतत् कर लो जग वालों लाख जतन फिर करने पर भी गति काल की नहीं रुकने वाली नित ढलता सूरज कहता जाए।। सबक बहुत... Hindi · कविता 2 229 Share अमित कुमार दवे 28 Nov 2020 · 1 min read ©"कल से कल सँवार न हो तू भीड़ में शुमार.." ©"कल से कल सँवार न हो तू भीड़ में शुमार.." कल को संवारने में तू आज बर्बाद न कर। हथेली की रेखाओं का सृजन अब..स्वयं ही कर। न जाने किस... Hindi · कविता 2 377 Share