Sarfraz Sam 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarfraz Sam 10 May 2020 · 1 min read माँ माँ:- रातों को जाग कर उसने, हमें सुलाया है, खुद भूखे रह लिया, लेकिन हमें खिलाया है, धूप में खड़ी रही है माँ, सारी उम्र पिता बन कर, पर माँ... Hindi · कविता 3 1 584 Share Sarfraz Sam 10 Mar 2020 · 1 min read "एक आग खुद में लगाओ तो" एक आग खुद में भी लगाओ तो, अपने अंदर के 'रावण' को जलाओ तो, शहरों को जला के क्या मिलेगा? अहंकारों को आग लगाओ तो! हर बार प्रह्लाद क्यों गोद... Hindi · कविता 1 308 Share Sarfraz Sam 3 Dec 2019 · 1 min read "हैवानियत में सियासत" तुम फैसले का इंतज़ार करते रहना वो हर रोज़ बलात्कार करता रहेगा, तुम धर्म की सियासत में उलझे रहना वो बेटियों की तिज़ारत करता रहेगा। मर चुका है ज़मीर तुम्हारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 441 Share Sarfraz Sam 1 Jun 2019 · 1 min read "एक तू ही सच्चा मिला" एक तू ही सच्चा मिला, जो कभी हमारा नहीं था, वरना लोग तो अपने होकर भी अपने नहीं होते। कुछ ऐसे भी मिले हैं हमदर्द यहाँ, जो अपनों की तबाही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 564 Share Sarfraz Sam 12 May 2019 · 1 min read "माँ, मैं वापस घर आना चाहता हूँ।" भाग-दौड़ की इस दुनिया से थोड़ा सुकून पाना चाहता हूँ, माँ, मैं वापस घर आना चाहता हूँ। यहाँ एयर-कंडीशनर रूम है, पर वो सुकून नहीं जो तेरे आँगन में थी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 562 Share Sarfraz Sam 12 May 2019 · 1 min read "रुला दिया" रोया करते थे अक्सर, जिनको खोने के डर से, आज फिर उनको पाने की चाहत ने रुला दिया, माँगते रहे जिन्हें, ता-उम्र दुआओं में, आज फिर दुआ में उनके ज़िक्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 517 Share Sarfraz Sam 20 Mar 2019 · 1 min read "होली आ गई" लेकर खुशियों का पैग़ाम फिर होली आ गई, रंगने मोहब्बत के रंग में, फिर होली आ गई। उड़ेगा गुलाल, रंगों की पिचकारी चलेगी, हरा, लाल, पिला रंगों से मन की... Hindi · कविता 447 Share