Ambarish Srivastava Tag: दोहा 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ambarish Srivastava 19 Apr 2018 · 2 min read 'दोहों के तेईस प्रकार' : इंजी. अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' 'दोहों के तेईस प्रकार' बांचें सारे दोहरे, तेईस रूप प्रकार. प्रस्तुत है श्रीमान जी , दोहों का संसार.. नवल धवल शीतल सुखद, मात्रिक छंद अनूप. सर्वोपरि दोहा लगे, अनुपम रूप-स्वरुप..... Hindi · दोहा 1 299 Share Ambarish Srivastava 13 Apr 2018 · 1 min read होते मानव के लिए, मानव के अधिकार.. आपस में हम सब करें, न्यायोचित व्यवहार. दलित, दुखी, कमजोर पर, मत हो अत्याचार.. प्रेम त्याग करुणा क्षमा, मानवता के अंग. असुरवृत्ति से हो रही, सदा-सदा से जंग.. यद्यपि हैं... Hindi · दोहा 249 Share Ambarish Srivastava 13 Apr 2018 · 1 min read आया है नववर्ष यह.... मंगलमय हो वर्ष यह, जुड़ें तार से तार | अपनापन बढ़ता रहे, उपजाए यह प्यार || गुरु हैं अपने देवगुरु, अति पावन है वेश। गुरु ब्रह्मा हैं विष्णु गुरु, गुरु... Hindi · दोहा 547 Share Ambarish Srivastava 13 Apr 2018 · 1 min read कुछ दोहे ... ताज स्वार्थी शीश पर, बने हुए सम विष्णु. देखो कहते फिर रहे, भारत है असहिष्णु.. परिवारीजन हैं दुखी, कैसे हो अब काम. अफसर चाहे अप्सरा, और साथ में दाम.. औरत... Hindi · दोहा 311 Share Ambarish Srivastava 13 Apr 2018 · 1 min read एक दोहा .... लोभ मोह में फँस यहाँ, होते पापी कृत्य. बाह्य जगत मिथ्या यहाँ, अंतर्मन ही सत्य.. --इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' Hindi · दोहा 225 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read राहत देगी कोर्ट.. सहा कुपोषण सो कहा, नहीं हुआ बर्दाश्त. बदले में दण्डित हुआ, अब जवान बर्खास्त.. सहो नहीं अन्याय यदि, जनता करे सपोर्ट. सच्चाई होगी सफल, राहत देगी कोर्ट.. --इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव... Hindi · दोहा 231 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read श्रमिक दिवस पर विशेष.......... मालिक समझें स्वयं को, पाकर नाम हुजूर। सबका मालिक किन्तु वह, उसके सब मजदूर।। --इंजी0 अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' Hindi · दोहा 235 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read दोहा मीन -मेख भारी पड़ा, झेल रही दुःख त्रास. व्यथित स्वार्थी भावना,भावुक हुआ उदास.. --इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' Hindi · दोहा 524 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read दोहा समसामयिक दोहे: प्लाटिंग मौरंग उत्खनन, सभी गया जो छूट. आय बंद सो हो रहे, मर्डर रेप व लूट.. गुंडे कातिल माफिया, अतिशय सक्रिय आज. एकमात्र एनकाउन्टर, इनका उचित इलाज.. आत्मप्रशंसा... Hindi · दोहा 1 518 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read डॉ० विश्वनाथ मिश्र के प्रति ... स्नेहभाव पूरित हृदय, सरल सौम्य व्यवहार. विश्वनाथजी नित्यप्रति, बरसाते थे प्यार.. शुचि संस्कारित शुद्ध मन, त्याग समर्पण भाव. अति विनम्र गंभीरता, मोहक मृदुल स्वभाव.. हमें छोड़ कर जा बसे, उस... Hindi · दोहा 586 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read मुद्रा का अपमान.. सिक्के घर रख आइये, सबसे मिलता ज्ञान. बाजारों में हो रहा, मुद्रा का अपमान.. मुद्रा के अपमान से, सिक्का रोये एक. अब कोई लेता नहीं, कैसे हम दें फेक?? कहाँ... Hindi · दोहा 470 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read नैनन में है जल भरा... नैनन में है जल भरा, आँचल में आशीष। तुम-सा दूजा नहि यहाँ, तुम्हें नवायें शीश।। कंटक सा संसार है, कहीं न टिकता पाँव। अपनापन मिलता नहीं, माँ के सिवा न... Hindi · दोहा 280 Share Ambarish Srivastava 14 Dec 2017 · 1 min read दोहे : अपना यह मंतव्य.... आपस में हम सब करें, न्यायोचित व्यवहार. दलित, दुखी, कमजोर पर, मत हो अत्याचार.. प्रेम त्याग करुणा क्षमा, मानवता के अंग. असुरवृत्ति से हो रही, सदा-सदा से जंग.. यद्यपि हैं... Hindi · दोहा 490 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read करिए नष्ट समूल....( छंद दोहा) काले बादल छा चुके, आरक्षण चहुँ ओर. दे अयोग्य को नौकरी, करे देश कमजोर.. इसे पालते स्वार्थी, बँटता नित्य समाज. लाभ सबल ही ले रहे, निर्धन रोते आज.. मूढ़ मलाई... Hindi · दोहा 320 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read बंधु जानिये मर्म...दोहे अतिशय धन की लालसा, बनी कोढ़ में खाज. भौतिकता में बह रहा, 'हिन्दू' राज समाज.. धर्ममार्ग या पंथ की. पल में हो पहचान. धर्म उसे ही जानिये, जिसमें हो विज्ञान..... Hindi · दोहा 711 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read यार मुबारक ईद....: दोहे ‘यार मुबारक ईद..’ _________________________________ बेकसूर का ही गला, काट रहा ईमान. आयत पढ़ें कुरान की, तभी बचेगी जान.. जिनको मानव बम बना, भेजा हिन्दुस्तान. वही मदीने को जला रहे क्रूर... Hindi · दोहा 282 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read जागेश्वर का जन्म दिन...:दोहे गोलोकवासी श्रद्धेय कवि जागेश्वर बाजपेयी के जन्म दिवस पर उन्हें शत-शत नमन... जागेश्वर का जन्म दिन, बांटे सबमें प्यार। मन में झंकृत हो रहे, ज्यों वीणा के तार॥ कद छोटा... Hindi · दोहा 396 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read ‘होते मानव के लिए, मानव के अधिकार’ : दोहे छंद:-दोहा (दो पंक्तियाँ, चार चरण, प्रति पंक्ति १३, ११ मात्राओं पर यति. विषम चरणों के प्रारंभ में जगण निषिद्ध) _____________________________________ सारा नशा उतार दें हिन्दुस्तानी मर्द. पाकिस्तान चला रहे असली... Hindi · दोहा 305 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read आग लगा जो स्वार्थी, रहे रोटियां सेंक ...: दोहे समसामयिक दोहे: गर्म खून को देखकर, रक्त हो गया गर्म. आग बना जो दें हवा, वे कितने बेशर्म.. मारपीट अति क्रूरता, अच्छा नहीं जूनून. न्याय व्यवस्था है अभी, कायम है... Hindi · दोहा 640 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read बालक लेता थाह..: दोहे लहरों से यह लड़ रहा, है जल राशि अथाह. मृगशावक ले हाथ में, बालक लेता थाह.. सच्चा नायक है यही, मानवता ले मान. जान बचाए यत्न से, शर्म करे सलमान..... Hindi · दोहा 210 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read पहुँचाते राहत त्वरित....: दोहे बाढ़ उत्तराखंड हो, या जम्मू कश्मीर पहुँचाते राहत त्वरित, भारत माँ के वीर.. कैसी भी हो आपदा, या फिर हो भूकंप. पहुँचें सेवक बन वहां, कर बाधा को जंप. जाति... Hindi · दोहा 329 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read हिन्दी दिवस : दोहे हिन्दी में धड़के हृदय, हों जब नैना चार. 'आई लव यू' छोड़कर, हिन्दी में हो प्यार.. 'स्वीटी' 'डार्लिंग' 'कर्णप्रिय', अप्रिय बहनजी शब्द. 'मैडम' 'मिस' मन मोहते, 'अम्बरीष' निःशब्द.. डैडी जी... Hindi · दोहा 1k Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read लें अचूक हथियार.....: दोहे आतंकी कश्मीर का, बना फिर रहा बाप. हूर बहत्तर बाँटता, असह्य 'पाक' का ताप.. वार करे छिप कर सदा, आतंकी यह देश. शातिर पाकिस्तान को, समझाना क्यों शेष?? बीसों घायल... Hindi · दोहा 597 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read सृष्टि स्वयं वंदन करे...: दोहे नौ रूपों में है बँटा, माता का शुचि रूप. सृष्टि स्वयं वंदन करे, शोभा दिव्य अनूप.. अश्ववाहिनी आगमन, अपराजिता स्वरूप. राम शक्तिपूजा यथा, खुले शक्ति के कूप.. आये कन्याराशि में,... Hindi · दोहा 308 Share Ambarish Srivastava 6 Oct 2016 · 1 min read पाकपरस्ती चीन की..... : दोहे जाति दिखा दी चीन ने, मिले कबूतर बाज. पाकपरस्ती चीन की, जगजाहिर है आज.. 'शियाबुकी' जल जो किया, है 'लाल्हो' के नाम. तभी हुआ अपने लिए, चीनी माल हराम.. ब्रह्मपुत्र... Hindi · दोहा 261 Share Ambarish Srivastava 10 Sep 2016 · 1 min read एकादश दोहे: सिर्फ मलाई मारकर, जन्नत की हो सैर. दूध सभी को चाहिये, गायों से है बैर.. गायें भूखी घूमतीं, संकट में है जान. चारा भूसा गाय का, खा जाते इंसान.. कम्बाइन... Hindi · दोहा 292 Share