Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" Tag: मुक्तक 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 3 Feb 2022 · 1 min read ठंड (जाडो़ :- बुंदेली रचना ) जा जड़कारे बहुतई पर रई ठंड, उढ़ना पैरे खूबई फिर भी कांपे अंग । सपरबे की कोऊ कैहै तो हो जैहे जंग, अगयाने को छोडो़ जात न संग ।। पानी... Hindi · मुक्तक 3 6 874 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 5 Jan 2022 · 1 min read हे ! जग स्वामी हमरौ नइयां दूसर कोई, जग में नाथ तुम्हारे । सुन लो विपदा हमरी, तुम्हीं सब संकट टारो । चाह नहीं धन सम्पत्ति की, प्रभु तुम्हरो आशीष पाऊं । तज कर... Hindi · मुक्तक 2 4 493 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 17 Aug 2021 · 1 min read बचपन और पचपन बचपन और पचपन एक सा नजर आता है, तब भी जिद्दी थे, अब भी जिद्दीपन नजर आता है । बचपन की अभिलाषाओं को पूरी करते पचपन के हो गये, पचपन... Hindi · मुक्तक 2 2 508 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 9 Aug 2021 · 1 min read खामोशी भी कुछ कहती है खामोशी भी बहुत कुछ कहती है, मगर वो समझने वाली नजर चाहिए । खुशी में खामोशी की मंद मुस्कुराहट, गम में अश़्कों को पढ़ने वाला चाहिए । यूं तो लाखों... Hindi · मुक्तक 2 989 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 8 Aug 2021 · 1 min read उजडा़ चमन उजड़ गया इस बरसात में मेरा चमन, कोई छीन ले गया मेरा चैन ओ अमन । घनघोर घटाओं ने आसमान को घेरा, फट गये बादल छाया चहुं ओर अंधेरा ।... Hindi · मुक्तक 2 339 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 31 Jul 2021 · 1 min read कृष्ण सुदामा मिलाप सुन सखा का नाम श्याम, सिंहासन छोड़ दौड़ पडे़ । देख दशा सुदामा की, प्रभु नयन जल निकल पडे़ । उर ते लिपटे दोऊ सखा, सखा मिलाप सब लखत खडे़... Hindi · मुक्तक 2 284 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 27 Jun 2021 · 1 min read मन मन को टटोला मन ही मन में , अंतर्मन के मन मंदिर में। मन न समझे मन की बात, फिर कौन समझे ये जज्बात। मन ही मन में मचा द्वंद... Hindi · मुक्तक 3 6 495 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 10 Jun 2021 · 1 min read रकीब दीदार ए हुस्न हमको भी करा दीजिए, रुख से जरा नका़ब हटा दीजिए । थोडा़ रहम मुझ गरीब पर भी कीजिए महबूब न सही रकी़ब ही बना लीजिए, डां अखिलेश... Hindi · मुक्तक 2 266 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 5 Mar 2021 · 1 min read विश्वास विश्वास उतना ही किजिए, कर ना सके कोई घात । मतलब की दुनिया है भाई, बगल में आस्तीन के सांप ।। बगल में आस्तीन के सांप, भइया रहिए जरा बचके... Hindi · मुक्तक 1 671 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 23 Feb 2021 · 1 min read नहीं सुनता दिल की बातें अब नहीं सुनता मैं दिल की बातें , बंद हुई अब हमरी मुलाकातें । ब्याह हुआ ससुराल गई वो , हमको रोता छोड़ गई वो । अब तो रह गई... Hindi · मुक्तक 1 4 378 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 22 Feb 2021 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक नन्हीं परी रूप धर जन्म लिया मारत किलकारी खेलत कुमारी तनिक बडी़ हुई चूल्हा - चक्की संभाली मात-पिता को सहाय दिया भाईयों के लिए सदा त्याग किया जब जौवन भई... Hindi · मुक्तक 3 4 576 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 22 Feb 2021 · 1 min read ढोंगी बाबा का दरबार बाबा जी का दरबार लगा है, जैसे कोई ढा़वा खुला है । यहां मिलती है मन की मुरादें , अलग-अलग भाव में यहां से खरीदें । जितनी बडी़ हो मन... Hindi · मुक्तक 2 4 770 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 22 Feb 2021 · 2 min read हे प्रिये... कैसे तुमको खुश कर पाऊं , समझ नहीं आता मुझको । क्या है ? तुमको प्रिय , कुछ तुम ही बतलाओ हे ! प्रिये... मैं अगूढ़ अज्ञानी हूं , मर्म... Hindi · मुक्तक 1 456 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 21 Feb 2021 · 1 min read एक गुलाब एक गुलाब हमारा भी था, जो खिला था उनके चमन में । प्रेम सें सींचा गया, विश्वास की खाद से, पोषित हुआ हमारा प्रेम भी । एक गुलाब हमारा भी... Hindi · मुक्तक 1 391 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 20 Feb 2021 · 1 min read कितना मुश्किल है.... कितना मुश्किल है कुछ कह पाना, दिल के अल्फा़ज जुवां तक लाना । चोरी-चोरी इश्क़ ये अश्क़ लडा़ना, इज़हार ये मोहब्बत से क्या घबराना ।। Hindi · मुक्तक 1 8 433 Share