Akash Yadav Tag: Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Akash Yadav 5 May 2024 · 1 min read कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई खेतों की गर्मी से खुद को सींच रहा है कोई पकवानों के जैसा फल फूल रहा है कोई पेड़ों की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Poem 1 103 Share