अदिति शर्मा "अदित्रि" 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अदिति शर्मा "अदित्रि" 16 Feb 2025 · 1 min read नारी को शून्य से परिभाषित कर... नारी को शून्य से परिभाषित कर, करते स्वयं पर जो अभिमान, भूल गए वो गणित की भाषा, कैसे शून्य बढ़ा देता हर संख्या का मान.... Quote Writer 153 Share अदिति शर्मा "अदित्रि" 16 Feb 2025 · 1 min read व्याकुल है मन,नम हैं नयन, व्याकुल है मन,नम हैं नयन, रुदन करता अंतर्मन... मौन है स्वर मेरा,भीतर चलता अन्तर्द्वंद। कब तक सहना! क्यूँ चुप रहना! यहाँ-वहाँ नज़र दौड़ाई... कहीं न कोई परछाई भी पाई, किसने... Quote Writer 75 Share अदिति शर्मा "अदित्रि" 16 Feb 2025 · 1 min read अतृप्त मन,त्रस्त दिल,था सुकून की तलाश में, अतृप्त मन,त्रस्त दिल,था सुकून की तलाश में, आडंबरों भरी दुनिया में,ढूंढ रहा विश्वास को, मन के ही कोने में छिपी थी कहीं, वो लौ...जो थी आस-विश्वास की, देखकर बोली धधक... Quote Writer 125 Share