अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ Tag: अभिषेक काव्य संग्रह 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Feb 2024 · 1 min read कहानी तू अनकही कहानी हैं मेरी, मैं बिन कहा अल्फाज़ हूँ तेरा, तू खूबसूरत उलझन हैं मेरी, मैं बेपनाह प्यार हूँ तेरा। तू कागजों पर स्याही हैं मेरी, मैं हर शब्द... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 13 1 52 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Jan 2024 · 1 min read एक दिन रेशम सी नर्म जुल्फें अपनी मुझ पे लहराओ एक दिन क्या दूर से ही देखते हो यूं ही बरस जाओ एक दिन । हवाओं की तरह गुजरो दिल की तंग... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 15 54 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Oct 2023 · 1 min read मुस्कुराता बहुत हूं। यूं कस के मेरा हाथ थामे रखना क्योंकि मैं लड़खड़ाता बहुत हूं। खुद ही पूछ लेना सबकुछ मुझसे, क्योंकि मैं सबसे छुपाता बहुत हूं। रूठने पे मुझको मना लेना तुम... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 20 293 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read बहक सा जाता हूं। तेरी आँखों की गहराई में मैं दब सा जाता हूँ तेरी हंसी की मिठास में मैं खो सा जाता हूँ। तेरे होंठों की नरमी में मैं बहक सा जाता हूँ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 27 3 375 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 25 May 2023 · 1 min read है तो है मेरे लफ़्ज़ों में छुपा कोई फ़साना है तो है, ये भी तुमसे बात करने का बहाना है तो है। तुमको तो बकवास ही लगती हैं मेरी तुकबंदियां पर क्या करूं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 1 291 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Apr 2023 · 1 min read मुस्कुराओ तो सही क्या तकलीफ है तुम्हें, बताओ तो सही, कभी फुर्सत में मेरे पास आओ तो सही। मैं तुम्हारे हर मर्ज़ की दवा रखता हूँ, एक बार अपनी नब्ज़ मुझे दिखाओ तो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 31 732 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Mar 2023 · 1 min read प्राणवल्लभा 2 तेरी बनावट बेमिशाल है, तेरे लबो का रंग अभी लाल है। रश्क करते मर जायेंगे लोग, कि ये किस कारीगर का कमाल है ।। हम करते है इश्क़ तुझसे, तेरी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 31 5 582 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Feb 2023 · 1 min read आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ। आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ। दो आत्माओं के मिलन का संगीत लिखता हूं।। पहली बार तुम्हें देखा, तुम सितार सी लगी, मेरे हृदय की वीणा के तार सी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 2 537 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Sep 2022 · 1 min read मुस्कुराना पसंद है। वक़्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपनों से दूर रहना, पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है। किसी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 41 8 199 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Sep 2022 · 1 min read अच्छा लगा। अजनबी थे जो आप हमारे लिए, यूं दोस्त बनकर मिलना अच्छा लगा ! बचपने की हरकत तो नहीं करता मैं, पर आपके सामने वो भी करके अच्छा लगा ! यूं... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 40 8 141 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Jun 2022 · 1 min read नज़रें मिलाना भी नहीं आता क्या सितम है के उन्हें नजरें मिलाना भी नहीं आता। हम हकलाने लगते हैं, उन्हें तो शरमाना भी नहीं आता। वैसे तो रहते हैं खोए-खोए से अक्सर ही वो कहीं... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 45 6 265 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 Jan 2022 · 1 min read तुम हो तो.... प्रत्यक्ष न देखूं तो हसर क्या? भले फलसफे का एहसास है, होना क्या है,ना होना क्या है? तटस्थ होकर भी बेकार है। तुम नही तो फीका इंद्रधनुष भी, तुम हो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 47 4 318 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Dec 2021 · 1 min read लाजवाब लगते हो। आँखों में किसी का ख़्वाब रखते हो, चेहरे पे सादगी का रूमाल रखते हो। चलो जब तो क्या कमाल लगते हो, बैठो जहां भी बेमिसाल लगते हो। सारे फूल तुम्हारे... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 46 4 271 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read घुल से गए हो। तुम मुझमें इस कदर घुल गए हो, कि मैं अब ख़ुद में भी बचा नही , यह कहना भी शायद गलत न होगा, तुम मुझ में घर कर गए हो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 48 6 352 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Dec 2021 · 1 min read इल्जाम है गलत इल्जाम हमपे दिलफेक आशिक़ी का, मोहब्बत बाँटना तो फलसफा है जिन्दगी का । किसी नाज़नी को हमने जी भर क्या देख लिया, लग गया हमपे तोहमत, सरे आम... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 49 12 457 Share