Sangita Goel Tag: कविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangita Goel 30 Dec 2019 · 1 min read कविता रूह का भी श्रृंगार कर ईश्वर से तू प्यार कर।। भर दुआए झोली में बुजुर्गों का सत्कार कर।। नश्वर तन का लोभ कैसा सिमरन बारम्बार कर।। झूठ मक्कारी का सौदा... Hindi · कविता 1 2 247 Share Sangita Goel 29 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक भागती दौड़ती जिंदगी हो गई वक्त की जिंदगी में कमी हो गई राब्ता भी नही अब किसी से रहा रिश्तों की डोर बस कागज़ी हो गई।।। संगीता गोयल 29/12/19 Hindi · कविता 1 1 442 Share Sangita Goel 29 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक जिदंगी तुझसे क्या शिकायत है दर्द से अब कभी न राहत है तजकिरा हम नही करा करते सर्द लम्हे हैं जाँँ पे आफत है।। संगीता गोयल 29/12/19 Hindi · कविता 1 245 Share Sangita Goel 14 Nov 2017 · 1 min read शायरी मेरी तहरीर ही मेरा अंदाजे बयां होगी चर्चा ए दिल फिर जाने कहाँ कहाँ होगी मत सोचा कर मुझे इतना तुु ख्यालो में मेरी जीस्त तेरे वास्ते राज ए निहाँ... Hindi · कविता 1 1 608 Share Sangita Goel 14 Nov 2017 · 1 min read 2 शेर दिखा रही है जिंदगी भी खेल कुछ अजीब से नयी मिली है मुश्किले नये मिल रहे हैं हादसे बिखर गई है जिंदगी, समझ नहीं है आ रहा टूटता है दिल... Hindi · कविता 1 286 Share Sangita Goel 14 Nov 2017 · 1 min read शेर क्या क्या न सहा जीस्त ने सिर्फ तेरे वास्ते जब अलग थी मंजिले अलग थलग थे रास्ते।।।। Hindi · कविता 1 252 Share Sangita Goel 27 Sep 2016 · 1 min read गजल जिंदगी की राह में बनके बेगाना चल दिए लूट कर सुख चैन देखो कर दिवाना चल दिए आपकी ही बात है अब आपसे ही कर रहे सुन शिकायत लो हमारी... Hindi · कविता 1 403 Share Sangita Goel 6 Aug 2016 · 1 min read शेर.. कत्ल ही करना था तो कर दिया होता बेबजह वजूद को टटोला किसलिये।।। संगीता गोयल "गीत" 6/8/16 Hindi · कविता 1 296 Share Sangita Goel 6 Aug 2016 · 1 min read शेर.. तसव्वुरात की परछाई उभर आई फिर से कौन ये अक्स अपना दिखा गया फिर से। संगीता गोयल 6/8/16 Hindi · कविता 1 1 511 Share