Sadanand Kumar 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sadanand Kumar 14 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी माई *ज्ञानार्जन का साहस देकर मुस्काती दिखती मां हिंदी पढ़ लिखकर नूतन रचने का ऐसा यश देती मां हिंदी यहां अनेकों भाषा बोली एक सूत्र यह बांधे बोली जब शब्दों ने... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poet From Samastipur · कविता · हिन्दी कविता · हिन्दी दिवस 198 Share Sadanand Kumar 7 Nov 2022 · 1 min read उड़ता लेवे तीर किया आपने प्रश्न तो, उत्तर देवे वीर खाली फोकट में सदा, उड़ता लेवें तीर सदानन्द कुमार समस्तीपुर बिहार Instagram id: @gyani_sada Hindi · Hindi Writers · Poets Of Samastipur · Samastipur · दोहा छंद · हास्यरस के दोहे 1 234 Share Sadanand Kumar 16 Oct 2022 · 1 min read मैं चंदा बनकर आऊंगा छत पर अपने, हमेशा दिखती हो तुम मुझे देख कर फिर, क्यूं छिपती हो तुम कल देखा तुम्हें, चंदा से बतियाते हुए उसे भी उजियारी सी लगती हो तुम मेरा... Hindi · Hindi Poetry · Poets Of Bihar · Poets Of Samastipur · Sadanand_kumar · कविता 1 169 Share Sadanand Kumar 11 Oct 2022 · 1 min read मुख से करते ठांय गुंडे को पकड़न चले, मुख से करते ठांय सो रहे दुखियों की ले, लेवें फोन चुराय लेवें फोन चुराय, ऐसे झपैंती जीवी खुल गया राज वहां, लगे थे सी सी... Hindi 192 Share Sadanand Kumar 5 Sep 2022 · 1 min read मां बाप की आंखें याद हो जिसे अपने युग का तू सितारा होना तू भी किसी का सहारा होना मां बाप की आंखें याद हो जिसे मुमकिन नहीं उसका आवारा होना, सदानन्द कुमार समस्तीपुर बिहार Hindi 1 117 Share Sadanand Kumar 4 Sep 2022 · 1 min read मंच पर जम जाईए एक छंद कहे या कि, पोथी लिखे पढ़ें या कि कैसे भी हो बस मंच, पर जम जाईए आदि से अब तक, अब से अंत तक रोस्टिंग के नाम पर,... Hindi 285 Share Sadanand Kumar 14 Aug 2022 · 1 min read हिन्द के ओ वीर लाल हिंद के ओ वीर लाल, खत्म करो अंधकार निज हाथों हमें हिंद, भाग्य लिख देना है , पाकियों के झुंड मार , चीनियों को नीचे गाड़ शत्रु शीश काट कर... Hindi 183 Share Sadanand Kumar 14 Aug 2022 · 1 min read नेता गर बनना हो नेता गर बनना हो, ये दिल में तमन्ना हो काम चुन कर कोई, ऐसा नीच कीजिए, चाहते हो आपको जो, मानते हो आपको जो खोपचे में ले जाकर, उन्हें मूड़... Hindi 1 2 135 Share Sadanand Kumar 2 Jul 2022 · 1 min read हास्य-व्यंग्य पूजा उसका प्रेम है, निब्बा देत दलील लुटिया ले डूबे गई, निब्बी आंखें झील, निब्बा से निब्बी कहे, करो जान लव फील चार दिन पे नया मिला, ओल्ड बाॅय तब्दील... Hindi · कविता · दोहा · हिंदी दोहा 4 511 Share Sadanand Kumar 15 Jun 2022 · 1 min read तुझसे रूठ कर दिल तुझसे रूठ कर अब कहां जाएगा फिर तेरी बातों में ही आ जाएगा बहुत खुश है ये तेरा इश्क होने पर यार दिल को यही फरेब खा जाएगा सदानन्द... Hindi · मुक्तक · शेर 674 Share Sadanand Kumar 22 Apr 2022 · 1 min read खाली मन से लिखी गई कविता क्या होगी खाली मन से लिखी गई कविता क्या होगी, मेरा सब कुछ, तुमको प्रेषित, तुमसे मेरी, प्रतिद्वंद्विता क्या होगी, संघर्ष से चोटिल मेरे मन को ताक कर तुम, तेज से भर... Hindi · कविता 1 2 1k Share Sadanand Kumar 18 Jan 2020 · 3 min read हर बार पूछती हो '' कैसे हो '' -3 बम्बई 21 जून 1983 प्रिय " स्वरा " पिछले कई एक दिनो से मैं तुम्हारे पत्र की प्रतिक्षा मे था । आज भी आधा दिन गुजर जाने के बाद मन... Hindi · लेख 1 443 Share Sadanand Kumar 1 Sep 2019 · 2 min read हर बार पूछती हो " कैसे हो "--2 " बलरामपुरा " 9 जून 1983 प्रिय मलय , कैसे हो ? कुशल ही होगे प्रभु से ऐसी ही कामना करती हूं । नित लग्न से मेहनत कर रहे हो... Hindi · लेख 318 Share Sadanand Kumar 18 Apr 2019 · 2 min read हर बार पूछती हो " कैसे हो " बम्बई 13 मई 1983 " स्वरा " पिछले मंगल को चिट्ठी मिली थी तुम्हारी पर जवाब अब दे रहा हूं लिहाजा मेरा जवाबी खत़ भी तुम्हे देर से ही मिलेगा,... Hindi · लेख 1 2 614 Share Sadanand Kumar 4 Nov 2018 · 1 min read मां,, मन तुम्हारा बड़ा ही होगा मेरे जन्म से पहले भी मां मन तुम्हारा बड़ा ही होगा ,, चेतना अपनी मुझमे भरकर जीवन जब तुम रचती होगी ,, नाम मां तुम्हारा तब पड़ा ही होगा ,,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 34 417 Share Sadanand Kumar 8 Jan 2018 · 1 min read तुम राधा नही होती,, तो प्रेम पूजा नही जाता ठहर कर देखा है ऋतुओ को की अब सहा ,, नही जाता ,, तुम्हारे बिन भी बसंत है,, बहारे है,, ये मुझसे कहा ,, नही जाता ,, मर्यादाओ से गढी... Hindi · कविता 1 844 Share Sadanand Kumar 15 Aug 2017 · 1 min read तिरंगा मेरा अभिराम रहे कुर्बान सदा तिरंगे पर मै भी ,, कौंध शौर्य सपूतो से ,, तिरंगा मेरा अभिराम रहे ,, डग डग पर सिंह हम स्थापित ,, गौरवगाथा अविराम रहे ,, क्या होती... Hindi · कविता 310 Share Sadanand Kumar 31 Jul 2017 · 1 min read जगत रचयिता पूछ रहा है ,, बोलो युवा कौन हो तुम जगत रचयिता पूछ रहा है बोलो युवा कौन हो तुम ,,,, शांत जल की नीरवता हो या अपार ऊर्जा का कोलाहल हो तुम ,,,, सिद्ध पुराने समीकरणो को पंगू करते... Hindi · कविता 572 Share Sadanand Kumar 19 May 2017 · 1 min read वर्ण व्यंजन मे तुमको लिखना ,, क्या कोई बेईमानी होगी वर्ण व्यंजन मे तुमको लिखना ~~~~ क्या कोई बेईमानी होगी ~~~~ मेरा तुमको अपना कहना ~~~~ हमनफ्ज ,,,, ये मेरी नाफरमानी होगी ~~~~ मेरा पतला प्रेम निवेदन ~~~~ पर,,,, प्रेम... Hindi · कविता 517 Share Sadanand Kumar 18 May 2017 · 2 min read जूते भी सिलता है बचपन ठण्डी पटकन पर ठहरा बचपन शहर चौराहे बैठा बचपन पूछे ,, जूते चमका दू क्या भईया ? क्या जूते भी सिलता है बचपन ? तनिक रूक कर मन सुस्त हुआ... Hindi · कविता 670 Share Sadanand Kumar 4 May 2017 · 1 min read कब तक देखे भारत , शहीदो के क्षत विक्षत शव कब तक देखे भारत शहीदो के क्षत विक्षत शव गीदड़ हृदयी पीश्शू पाकिस्तान क्या भूल गया है करगिल का वो विजय दिवस शत्रु रक्त से अब भी अमार्जित करवीरो को... Hindi · कविता 1 687 Share Sadanand Kumar 29 Apr 2017 · 1 min read कहिए, कितने सुखी है आप सम्मुख करू प्रस्तुत, एक प्रश्न मै आज किस माथे है मानव का ताज बीए एमए सुनार भी नाली छाने बाकि क्या रहा कोई काज बेरोजगारी मे पलता अपराध का साँप... Hindi · कविता 349 Share Sadanand Kumar 28 Apr 2017 · 1 min read भऊजी का मयका पाकिस्तान ? पहली बार भईया,, ससूराली टूर हो आए किस्सा खोल हम को बतलाए सून कर तो जल गई हमरी जान भऊजी का मयका पाकिस्तान ,,,,,,,,,,,,,,,, !!!! ? ससुर जी, सहज विद्वान... Hindi · कुण्डलिया 508 Share Sadanand Kumar 26 Apr 2017 · 1 min read याद हो तुम्हे, पूछा था तूमने जमाने बाद तुम्हारे एक प्रशन का उत्तर दे रहा हूँ अब याद हो तुम्हे पूछा था तुमने ,, चंचल आँखो से भी क्यो कर इतने मौन हो तुम ? इतना... Hindi · कविता 566 Share