seervi prakash panwar Tag: शेर 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid seervi prakash panwar 10 Nov 2017 · 1 min read मेरा यार नज़र आएगा.... मोहबत की इन रंगीन तस्वीरो में देखो,ऐतबार नज़र आएगा! इन तस्वीरों से धुल हटा कर देखो, एक अहसास नज़र आएगा! जज्बातो की हैं मेरी यह कहानी, कोई क्या तोड़े पल... Hindi · शेर 507 Share seervi prakash panwar 28 Oct 2017 · 1 min read मुसाफ़िर हूँ कलम का... सुनो ऐ इश्क़ वालों, मै तुम्हारा एक अख़बार लिखने आया हूँ! जो छोड़ दिया तुमने अपनों को, मै वो एक रूप गढ़ने आया हूँ! आखिर सब कुछ भूल कर नयी... Hindi · शेर 493 Share seervi prakash panwar 22 Oct 2017 · 1 min read मेरा इश्क़... कोई ख़ामोश हैं मेरी चौखट पर मग़र..आना जाना काफ़ी हैं! कोई घूर रहा हैं नम आँखों से मगर..बात गहरी काफ़ी हैं! आख़िर जी कर भी मरना तो आसां नही ..फिर... Hindi · शेर 465 Share seervi prakash panwar 18 Oct 2017 · 1 min read ये पल-पल बरसते बादल ये पल-पल बरसते बादल, मै कैसे नहाऊं आज! ये हर पल रूठते अपने, मै कैसे मनाऊ आज! बरसों कि एक कहानी को भी, एक पल में ही मोड़ दिया! ये... Hindi · शेर 612 Share seervi prakash panwar 10 Oct 2017 · 1 min read तारीख़ अखबारों से मत पूछो कि आज तारीख क्या हैं...उन्हें तो हर रोज बदलना हैं! बीहड़ के बाग़ी से मत पूछो कि मक़सद क्या हैं...उन्हें तो हर रोज लड़ना हैं! मेरी... Hindi · शेर 338 Share seervi prakash panwar 7 Oct 2017 · 1 min read नफ़रत एक नफ़रत सी हो गयी ए जिंदगी इस शहर से! ख़ुद गर्ज सी हो जिंदगी खुद में ही समा गयी खुद से! बहूत कुछ खोया इस जमी से,कुछ पाया भी... Hindi · शेर 766 Share seervi prakash panwar 25 Sep 2017 · 1 min read ज़रा छुपा ले.... ज़रा छुपा ले... चेहरें की इस मुस्कुराहट को, कोई घूर रहा था...कही नज़र न लग जाए! ज़रा छुपा ले...आँखों की इन उम्मीदों को, कोई गुन-गुना रहा था...कोई चुरा न ले... Hindi · शेर 486 Share seervi prakash panwar 21 Sep 2017 · 1 min read बेउम्मीद मुसाफ़िर ज़लज़ला न कहो मुझे... अभी आग की जरूरत हैं! शायर न कहो मुझे.... अभी शब्दों की जरूरत हैं! मै इश्क की इस दुनिया का ... बेउमीद एक मुसाफ़िर हूँ! देवदास... Hindi · शेर 429 Share seervi prakash panwar 17 Sep 2017 · 1 min read आख़िरी हम सफ़र... जो खेल रचा हैं मैने...उसे खत्म करने आया हूँ! जो रूप गढ़ा हैं मैने...उसे मिटाने आया हूँ! आखिर खत्म होती हैं मेरी,इश्क़ की यह दुनिया! ऐ मेरे आख़िरी हमसफ़र..मै तुझे... Hindi · शेर 423 Share seervi prakash panwar 3 Sep 2017 · 1 min read एक तुम्हारा नाम तुम जिन्दा रहोगी हर पल इस अज़ीब से रूह में! क्यों कि जिन्दा 'था' मै तेरे जीने के तरीकों में! अग़र इतिहास लिखा गया मेरी ऊचाईयों का तो! एक तुम्हारा... Hindi · शेर 501 Share seervi prakash panwar 1 Sep 2017 · 1 min read भूलने को भूल जाता हूँ... एक जीत है तुझमे की पास खीच ले जाती हैं! कोई बात हैं तुझमे की भूलने को भुला देती हैं! आख़िर कहा-कहा रोकूँ में खुद को कि! ज़िन्दगी नयी शरुआत... Hindi · शेर 538 Share seervi prakash panwar 30 Aug 2017 · 1 min read वक्त रात पर अड़े अब काँच पर पत्थर गिरे, फर्क न पड़ता अब जिद को! अब वक्त रात पर अड़े, इंतजार न होता अब आँखों को! आख़िर कब तक तक़दीर पर डालकर मै खेल... Hindi · शेर 510 Share seervi prakash panwar 22 Aug 2017 · 1 min read राखी मै कैसे आऊँ बाहर यहाँ हर कोई इश्क़ में जाया दिखता हैं! कही खोये इस जहाँ में ये राखी बिन हाथों नजऱ आती हैं! वज़ह पूछी उनसे तो कह दिया... Hindi · शेर 561 Share seervi prakash panwar 12 Jul 2017 · 1 min read हमें मंजूर तो है..... कोई लिख रहा हैं हमकों, हमे मंजूर तो हैं... थोड़े पागल थोड़े मासूम हम, हमे मंजूर तो हैं... हालातों से जले हैं मगर बंजर तो नही, थोडा सरल बहुत कठीन... Hindi · शेर 247 Share seervi prakash panwar 9 Jul 2017 · 1 min read कुछ पलो की नाराजगी को... कुछ पलो की नाराजगी से तुम खुद पर दाग मत समझना, जो ना मिलु पल भर तो खुद को अकेली मत समझना, मै गहरा समंदर हूँ जिसका मुक्कमल किनारा कही... Hindi · शेर 477 Share seervi prakash panwar 8 Jul 2017 · 1 min read ढूंढ़ रहे... बे वक्त के इन परिंदों को देख़ो....कही आशियाना ढूंढ़ रहे, बे वजह घूम रहे इन दरिन्द्रो को देखो...कही अपना घर ढूंढ़ रहे, आंखिर उड़ानों का अंत आसमानों में कहा होता... Hindi · शेर 295 Share