Rajshree Gaur Tag: ग़ज़ल/गीतिका 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajshree Gaur 12 Feb 2017 · 1 min read ख़्वाबों की किरचियों में हूं ख़्वाबों की किरचियों में हूं तो हसरतों में हूं । तेरे लबों की आज भी मैं लाग्जिशों में हूं। माना कभी था तूने मुझे अपनी जिंदगी, नजरें झुकी है आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 337 Share Rajshree Gaur 7 Feb 2017 · 1 min read आखिरी सांस तक रवानी है आखिरी सांस तक रवानी है। जिंदगी की यही कहानी है। जिंदगी का भरोसा क्या करना, शाख़े गुल है टूट जानी है। पाल कर रखते दिल में सारा गम, इश्क़ वालों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 638 Share Rajshree Gaur 6 Feb 2017 · 1 min read लगी यूं झड़ी फिर ख़्यालात की लगी यूँ झड़ी फिर ख़्यालात की। कटेगी नहीं रात बरसात की । हँसना अकेले गवाँरा नहीं, है चाहत हमे फिर मुलाकात की। इशारों में तुमने ये क्या कह दिया, बनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share Rajshree Gaur 6 Feb 2017 · 1 min read अश़्कयूंबेबसी में अश्क यूँ बेबसी में बहाते रहे। तुम हमें हम तुम्हें याद आते रहे। ख़्वाब हमने सजाये हसीं थे मगर। गर्द में हम गमों की नहाते रहे । शिकवा किससे करें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 558 Share Rajshree Gaur 5 Feb 2017 · 1 min read शजर रूठा हुआ रहता है सावन रूठ जाता है शज़र रूठा हुआ रहता है सावन रूठ जाता है । बुजुर्गों के बिना तो घर का आँगन रूठ जाता है । मुकद्दस दिल हो सीने में तो रहती है चमक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Rajshree Gaur 5 Feb 2017 · 1 min read किसे गुजरा जमाना देखना है किसे गुजरा जमाना देखना है। हमें आगे का रस्ता देखना है। चले तो आये हैं तेरे जहां से, कहां अब हो ठिकाना देखना है। जुदा कर हंस के हम को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 454 Share Rajshree Gaur 5 Feb 2017 · 1 min read तमाम उम्र बिता दी मगर नहीं जाना। तमाम उम्र बिता दी मगर नहीं जाना। कि जिंदगी के सफर को सफर नहीं जाना। कठिन हो राह तेरी और दूर मंजिल हों, सफर में हौसला रखना बिख़र नहीं जाना।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 338 Share