Rajpal Singh Gulia 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajpal Singh Gulia 11 Sep 2018 · 2 min read दोहे लेकर धजा विकास की , उड़ा गगन में यान ! भूखे प्यासे ताकते , उसको सीना तान !! मिले शाम को शेर से , वन के सभी सियार ! किए... Hindi · दोहा 471 Share Rajpal Singh Gulia 11 Sep 2018 · 1 min read कुण्डलियाँ 1. जन्नत जिनका खाब है , हूरें जिनकी चाह , खाकर धर्म अफ़ीम वो , चलते टेढ़ी राह . चलते टेढ़ी राह , खाब हो पूरा कैसे , करें अमन... Hindi · कुण्डलिया 348 Share Rajpal Singh Gulia 11 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल एक साथी मिला आज विश्वास का , लौट आया समय हर्ष उल्लास का . हाथ पीले हुए थे सुता के तभी , सेठ ने जब लिया खेत जयदास का .... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 472 Share Rajpal Singh Gulia 11 Aug 2018 · 1 min read भूखा बंदर भूखा बंदर ::::::::::::::: छ्त से उतरा बंदर भूखा . खाना था बस रूखा सूखा . बंदर जी का दिल ललचाया . खाना खूब दबा कर खाया . लगा तड़फने कोई... Hindi · कविता · बाल कविता 495 Share Rajpal Singh Gulia 24 Feb 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ पैसे बिन संसार में , हुआ नहीं कुछ काम . मोल लिया है बैर भी , देकर उनको दाम . देकर उनको दाम , बनाया दुश्मन जानी . नहीं किसी... Hindi · कुण्डलिया 1 643 Share Rajpal Singh Gulia 25 Dec 2016 · 1 min read दाेहे हिम्मत जुटा वजीर ने ,खरी कही जब बात ! राजा की शमशीर ने ,बतला दी औकात !! जिस दिन खुलकर धर्म पर , उसने दी तकरीर ! उस दिन से... Hindi · दोहा 569 Share