RAJENDRA JOSHI Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAJENDRA JOSHI 14 Mar 2017 · 1 min read होली रंग औ गुलाल कर, प्यार भर गाल पर, चंदन-कुंकुंम तर, माथे औ भाल पर, उर में आनन्द भर, बाहों में उल्लास भर, मुख पे मुस्कान धर, अधरों में हास भर,... Hindi · कविता 223 Share RAJENDRA JOSHI 27 Feb 2017 · 1 min read मत बाँधों ... मुझको ! मत बाँधों तुम समय में मुझको, मुझे उन्मुक्त जीवन सा बहने दो, गुण हैं कुसुम से, तन में, ह्रदय में, बिंधकर हार में हार जाऊंगी मैं तो, चाह तुम्हीं रखोगे... Hindi · कविता 504 Share RAJENDRA JOSHI 6 Feb 2017 · 1 min read राखी दीदी, जानता हूँ इस बार भी तुम नहीं भेज पाओगी, राखी ! पर जब तुम गुजरोगी बाज़ार से, उन रेशमी डोरियों को, अपनी मखमली आँखों की छुअन से देखती हुई,... Hindi · कविता 275 Share RAJENDRA JOSHI 30 Jan 2017 · 1 min read मित्र ...... तेरे वो पत्र ! मित्र....... तेरे वो पत्र ! दूरिया भूगोल की उतनी नहीं फिर भी मित्र, मिलते नहीं वो तुम्हारे स्नेहसिक्त सुरभित पत्र, कि जिनको बारम्बार पढ़ते-पढ़ते, चूमते हुए ही, बीत जाते थे... Hindi · कविता 396 Share