संतोष बरमैया #जय Tag: ग़ज़ल/गीतिका 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संतोष बरमैया #जय 3 Feb 2018 · 1 min read ।।आखिरी पल तक तके रस्ता है माँ।। ★★★★★★★★★★★★ बस समय पर सुत नहीं पहुँचा वहाँ। आखिरी पल तक तके रस्ता है माँ।। बेबसी में बंद की आँखे अभी । बह रहे आँसू कहें हर दासताँ ।। सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share संतोष बरमैया #जय 26 Dec 2017 · 1 min read #इक_सयाना_चाहता_हूँ ★★★★ मैं घरों घर इक सयाना चाहता हूँ। फिर बुजुर्गों का .जमाना चाहता हूँ।। ★★★★ खो गये एकल जहाँ में सब के सब ही, मैं सभी को घर ... बुलाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 502 Share संतोष बरमैया #जय 26 Dec 2017 · 1 min read ।।मरहम नहीं।। ★★★★★ तू फलक का है खुदा तो हम जमीं पर कम नहीं। वस्ल की हो रात कैसे गर जमीं पर हम नहीं।। ★★★★★ हम नहीं तो इश्क की हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read ।। बूँद बन गिरने लगा ।। ★★★ प्रेयसी का प्रेम तपती रेत सा तपने लगा। तब बुझाने आग प्रियतम मेघ सा सजने लगा।। ★★★ बज उठा संगीत मन में प्रेम धुन की तान पर। प्रेम की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read ।।हर जश्न तेरे द्वार पर।। ★★★★ दे दुआएँ लिख रहा हूँ गीत तेरे प्यार पर। तू रहे जग-जीत बनकर प्यार के संसार पर।। ★★★★ गुनगुनाता शख्स हर हो इस जहाँ में प्यार से। तू वही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 583 Share संतोष बरमैया #जय 22 Nov 2017 · 1 min read बहती हवा का प्रश्न एक ग़ज़ल ******* ★★★ रोशनी आँखों की खुद ही धुंध में खोता चला। आदमी हर आदमी बस धुंध ही बोता चला।। ★★★ बात हर वह जानकर भी बात को समझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share संतोष बरमैया #जय 22 Nov 2017 · 1 min read हुनर जांबाज दे जाना एक ग़ज़ल ★★★★ विरासत में उड़ानों का मुझे हर राज दे जाना। अधूरे ख्वाब जो छूटे वही सब आज दे जाना।। ★★★★ समय की चाल से आगे भला जाता कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read नजर कातिल दिखाई दे जिधर घूमे नज़र तेरी उधर #महफ़िल दिखाई दे। हुनर पे जाँ लुटी सबकी, नज़र कातिल दिखाई दे।। हमीं बेचैन हैं बैठे, #तन्हाई क्यूँ चली आई। हमें तो प्रेम-सागर में, नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 417 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read नमन बेटियों ★★★ तुम सजाओ धरा ये गगन बेटियों। आज जीवन बनाओ चमन बेटियों।। ★★★ नाज इतना करें आज आवाम भी। सब करें जोड़कर कर-नमन बेटियों।। ★★★ राह कोई चलो ध्यान हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 543 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read गजल बन रहो आरजू है यही तुम गजल बन रहो। चाँदनी रात में इक कँवल बन रहो।। चाँदनी पूर्णिमा की गगन में खिले। जिंदगी में सदा तुम धवल बन रहो।। प्यार की राह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share संतोष बरमैया #जय 29 Sep 2017 · 2 min read गजल आजादी के दीवाने #सरदार_भगतसिंह_जी के जन्मदिन पर उपहार स्वरूप मेरी ये गजल सादर भाव समर्पित????????? भगतसिंह नाम कह दो आज भी मन काँपते दुश्मन। गरज कर आँख दिखला दो अभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share संतोष बरमैया #जय 27 Sep 2017 · 1 min read गजल साथियों तुम बढ़ो आज रफ़्तार से। मत डरो मत डिगो, आज की हार से।। हार से जान लो जीत का राज क्या? जान कर पग धरो नीति उपचार से।। दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share संतोष बरमैया #जय 22 Aug 2017 · 1 min read बिछड़ी हुई गली बिछड़ी हुई गलियों में बीती कहानी देखी। जगह-जगह में यादों की छिपी निशानी देखी।। परत हट गई है, धुंध भी आँखों की हटी अब। गुजरा गली तो बचपन की जिंदगानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share संतोष बरमैया #जय 22 Aug 2017 · 1 min read आँचल का एहसास माँ ! मुझको याद नही परंतु, ऐसा पल आया होगा। प्रसव-वेदना ने पल-पल हि, तुझको तड़पाया होगा।। पाकर गोदी में मुझको फिर, मन यूँ हर्षाया होगा। सारे जहान का सुख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share संतोष बरमैया #जय 17 Jun 2017 · 1 min read ???? अधूरी बातें ???? *********** अधूरी बातें *********** मेरी आँखों के सामने वो हर दिन सजती रही। मेरी अधूरी बातें दिल को हर दिन डसती रही।। लगुन से बड़ी हल्दी तक दरोज उसे हल्दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share संतोष बरमैया #जय 2 Jun 2017 · 1 min read सफर मोहब्बत का चलो फिर किस्सा मोहब्बत का सुनाते है। पुरानी इश्क की गली से घूम आते है।। ठिठुरते बैठना दहलीज, सर्द रातों में। पल इंतजा के जहाँ अदब से निभाते है।। मायूश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share संतोष बरमैया #जय 27 Apr 2017 · 1 min read ??आखिरी चाहत गजल?? जीने की मेरी औ आखिरी चाहत गजल। जान भी निकले यहाँ, बस लिखते वक्त गजल।। लेकर जा रहे हो, मुझको जब अंतिम सफर। यात्रा में गाते हो सब मिले जन्नत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share संतोष बरमैया #जय 27 Apr 2017 · 1 min read ??क्या मेरा है मुकद्दर?? तू अपनों के साथ है, ये तेरा है मुकद्दर। मैं अपनों में पराया, क्या मेरा है मुकद्दर।। चाँद फीका फीका हुई चाँदनी मद्धम मद्धम। हर गीत तुझ पे रूप क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ??पौधा लगवाते जाएँ?? हर जन दूजे तक मेरी बात पहुंचाते जाए। चार पौधे जीवन में लगा वृक्ष बनाते जाए।। पर्यावरण प्रदूषण पर करें निरंतर चिंतन। लाभ-हानि, परिणाम भविष्य समझाते जाए।। हो जाएगा मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ## क्या खोया क्या पाया"" क्या खोया क्या पाया हमने इस तकरार में? बिखरे रिश्ते-नाते गलतफहमी के शिकार में।। रेत के कुछ बना घरौंदे करते थे आवाजाही। कितना मजा जब लड़ते थे बचपन के प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 420 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read """"""""""""गजल"""""""""" तू ही मेरी सुबह, तू ही शाम है। हर धड़कन मिरी अब तेरे नाम है।। नाम लेते है मुझे देख सब तिरा। जिक्र ए इश्क मेरा अब खुलेआम है।। यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read """"अधिकार"""""" कर हिस्सा रत्ती-रत्ती, बिखर रहा परिवार है। यह कैसा हक, कैसा अपनों का विचार है।। जाति धरम् आरक्षण पर, जारी सतत् लड़ाई। ग्रन्थ ध्वज राष्ट्रगान पर, होते ...रोज वार है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share संतोष बरमैया #जय 8 Apr 2017 · 1 min read ""बता दीजिए हुजूर"" इस तरह चोरी-चोरी आया न कीजिए। दिल में लगा के आग जाया न कीजिए।। हो गई मोहब्बत तो बता दीजिए हुजूर, दिल में रख बात वक्त जाया न कीजिए।। यादों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 276 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read ""साजिश"" देखते ही देखते सपना कोई टूट गया। एक साजिश औ अपना कोई छूट गया।। रख गलत इरादा हर फैसला करते थे वो, चुप्पी से मेरी हर बार नया कोई रूठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read """पाप-पूण्य""" पाप-पुण्य की नगरी, ये मानव जीवन। पाप-पुण्य की घघरी, ये मानव जीवन।। कर्म रूप हो ईश्वरी, पुण्य कहा जाता है। कर्म रूप हो राक्षसी, पाप गिना जाता है।। पुण्य कमाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 764 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read तू और तेरी इबादत तू और तेरी इबादत, सहारा है मेरा । भवसागर के पार तू, किनारा है मेरा।। हर हाल में हो जीत, ये नारा है मेरा । एक ताल बहर गीत, ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share संतोष बरमैया #जय 29 Mar 2017 · 1 min read "माँ कृपालिनी" माँगता आशीष माँ , मानव उद्धार के लिए। कृपा करो कृपालिनी , सुंदर संसार के लिए।। प्रफुल्लित हो हर मन, उपकार ऐसा कीजिए । मानव, नव रूप भर, माँ नव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share संतोष बरमैया #जय 27 Mar 2017 · 1 min read "यारों से बचना" कभी फूलों से ,कभी खारों से बचना । कभी दुश्मन से, कभी यारों से बचना ।। ख़ुशी में बस, घर में जिनका आना जाना। ऐसे अक्लमंद मीत, रिश्तेदारों से बचना।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 407 Share संतोष बरमैया #जय 14 Mar 2017 · 1 min read "हर एक दीवाना सा लगता है" अब तो हर अपना,बेगाना सा लगता है। तेरा शहर भी गमों का,ठिकाना सा लगता है।। तू थी शहर में तो, एक जमाना सा था। तू गई छोड़कर तो,एक जमाना सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share संतोष बरमैया #जय 9 Mar 2017 · 1 min read "आशिक तेरा मैख़ाने में" कल ही मिला था,आशिक तेरा मैख़ाने में। छलका रहा था गम,भर-भर के पैमाने में।। था दीवाना अपनी,आशिकी के नशे में चूर। हर ख़ुशी से बेगाना,अपने ही शहर से दूर।। था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 472 Share संतोष बरमैया #जय 7 Mar 2017 · 1 min read "तुम, मुझे याद करके देखना" बिछड़ी हुई गलियों से, आज फिर गुजर के देखना। तन्हा ना कहोगे खुदको,आज फिर संवर के देखना।। हर कदम निशा मिलेंगे मेरे,नज़र साद करके देखना। पास पाओगे मुझे, ख़ुदा से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 706 Share