meenu yadav Tag: मुक्तक 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid meenu yadav 2 Jun 2021 · 1 min read हमारा अन्नदाता कोई रिक्शा चला कर पेट भरता है, तो कोई हाथ फैलाकर । कोई व्यापार कर घर चलता है , तो कोई चाकरी कर । भूखा तो कोई नहीं रहता !... Hindi · मुक्तक 1 2 300 Share meenu yadav 31 May 2021 · 1 min read वार्ता बातें तो सब करते हैं, कुछ शोर करते हैं, तो कुछ लोगों को बोर करते हैं । हम तो उनमें से हैं, जो लोगों को आत्मविभोर करते हैं । -... Hindi · मुक्तक 252 Share meenu yadav 27 May 2021 · 1 min read ये वक्त 1. न कल किसी ने देखा, न कल कोई देखेगा, ये वक्त है भाई ! जो इसे समझेगा, वही जीतेगा !! 2. न इसने किसी को रोका है , न... Hindi · मुक्तक 2 5 527 Share meenu yadav 15 Jan 2020 · 1 min read हम बच्चे कब बड़े होंगे ??? हम बच्चे कब बड़े होंगे ??? हम बच्चे कब बड़े होंगे ...... मन मर्ज़ी का काम करेंगे , परीक्षा से हम नहीं डरेंगे .. मार्क्स पर मारनहीं खाएँगे l हम... Hindi · मुक्तक 1 256 Share meenu yadav 24 Dec 2018 · 1 min read पुष्प का अभिमान पुष्प का अभिमान मैं वो पुष्प हूँ ; जो महकता हैं अपने लिए .. दूसरे की परवाह नहीं , उपवन की खूबसूरती उनसे नहीं l मैं वो पुष्प हूँ.... मुझसे... Hindi · मुक्तक 1 1 437 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read हम बच्चे कब बड़े होंगे ????? हम बच्चे कब बड़े होंगे ????? मन मर्जी का काम करेंगे .. परीक्षा से हम नहीं डरेंगे .. मार्क्स पर मार नहीं खाएँगे... हम बच्चे जब बड़े होंगे .. ढेर... Hindi · मुक्तक 2 550 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read आकाश में स्वछंद विचरते ये पंछी ! आकाश में स्वछंद विचरते ये पंछी ! धरती से अंबर को नापते ऊँची और ऊँची उड़ान भरते अक्सर मुझे नींद से जगाते हैं इनके मधुर गीतों से जीवन का एहसास... Hindi · मुक्तक 1 452 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read ये साख से झड़ते पत्ते ये साख से झड़ते पत्ते ये साख से झड़ते पत्ते कुछ कहना चाहते है ,मुझसे शायद फलसफा जिंदगी का सुनना चाहते है ,मुझको ये साख से झड़ते पत्ते यौवन की... Hindi · मुक्तक 1 407 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read माँ माँ माँ में गर्भ से निकलकर देखूँगी संसार न लो जीवन मेरा तुम .. होगा बड़ा उपकार ! उठो ,लड़ो इस दुष्ट समाज से करो इसका संहार मैं हूँ अंश... Hindi · मुक्तक 1 544 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read कभी कभी मेरे दिल में .. ये ख्याल आता है कभी कभी मेरे दिल में .. ये ख्याल आता है माँ न होती इस दुनिया में .. तो क्या होता !!!!! न गुल खिलते ... न बगिया महकती ... बेरंग... Hindi · मुक्तक 1 1 385 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read बड़ा शुभ दिन है आज बड़ा शुभ दिन है आज मेरे घर में है लक्ष्मी का वास.. शुभ कदमों से उसके .. मेरा जीवन हुआ आबाद .. बड़ा धन वान हूँ मैं ! वो घर... Hindi · मुक्तक 1 1 286 Share meenu yadav 21 Nov 2017 · 1 min read एक गुल . एक गुल बगीचे में गुलज़ार हुआ गुल .. ज़्यादा ही खिला ,मुस्कुराया .. पूछते सखा उसके - क्यों खिले हो इस कदर ????? जीवन तो दो पल का है... Hindi · मुक्तक 1 1 332 Share