Mahendra Sahu 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahendra Sahu 26 Mar 2022 · 1 min read औलाद एक बेटे कि हिम्मत उस दिन टूट जाती है माँ का पक्ष ले तो बीवी रूठ जाती हैं मन करता है नाती पोतो को खिलाने का दादा दादी का पर... Hindi · कविता 1 1 256 Share Mahendra Sahu 4 Apr 2020 · 1 min read कुछ नही में छुपाता किसी से कुछ नही बस में बताता किसी को कुछ नही में कर देता हु उसके काम सारे बस जताता किसी को कुछ नही वो देता है जमाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 297 Share Mahendra Sahu 12 Nov 2019 · 1 min read सरकार बना लेना चाहिए आशियां छोटा ही सही अपना होना चाहिए, कुछ कर गुजरने का सपना होना चाहिए, यु तो कई आये है दुनिया में शहंशाह यहां, जीत सके जो सबको, दिल ऐसा सिकन्दर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share Mahendra Sahu 14 Jan 2018 · 1 min read गजल *"ये दिल बेतलब हो गया"* *था बहुत विषैला पर दम ना था जहर में,* *क्योंकि चाहने वाले बहुत थे मेरे शहर में,* *और तुझे क्या लगा एक तू ही है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share Mahendra Sahu 19 Sep 2017 · 1 min read तुम समझते क्यों नही हो-स्वरचित ?तुम समझते क्यों नही हो? मेरी आँखों की हया कर देती है मेरी हाँ को बयां, में कह नही सकती कुछ , तुम समझते क्यों नही हो? मेरा तुम्हे ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 982 Share