कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 Tag: लेख 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read शाश्वत-नश्वर बेदर्दी एक शाश्वत सत्य है। बाकी सब नश्वर असत्य है, बेदर्दी सत्य को तुम सब जितना जल्दी स्वीकार कर लो, उतने ही तुम सुखी, शांत और संयमित रहेंगे। धरती पर... Hindi · लेख 519 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 3 min read आज का सच सच कहूं दोस्तो पुरुषों के साथ तो भगवान भी अन्याय किये हैं, जब हम महिला पुरुषों पर कविता लिखने को सोचते है तो हमको लगता हैं कि भगवान पुरुषों के... Hindi · लेख 445 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 4 min read एहसास एक एहसास जो भूला नही सकता, मित्रों मेरा एक दोस्त शिवाजी नगर पुणे का है अतुल नादे उसकी शादी हो गया था एक माह पूर्व उस समय मैं था नही... Hindi · लेख 374 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read नया साल जा रहा है पुराना साल इक नया साल आ गया, साल तो बदल गये पर हम नही बदल सकते, आ गया नया साल चारों तरफ खुशियां नया साल मनाने को,... Hindi · लेख 239 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read रात हो हर किसी की ख्वाहिश होती है उसके पास अपार धन दौलत सच्चा प्यार हो, बेदर्दी की ख्वाहिश सबसे अलग मैं चाहूँ गम तन्हाई और अंधेरी रात हो, Hindi · लेख 288 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read माँ सच है यारों जबसे माँ से जुदा हुआ, मुस्कराना भूल गया, बन बैठा गम का खुदा, खुद से ही दूर हुआ, Hindi · लेख 449 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read देता है कौंन कौन ईर्ष्या और नफरत करता है बेदर्दी से, बेदर्दी तो सबका दर्द ले खुशियों ही देता है। Hindi · लेख 203 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read सत्य हमारे जन्म लेते ही हमारे माता पिता आगे तक की योजना बनाने लगते हैं,तो सोचो परमपिता ने हमें जन्म देते ही कोई योजना तो बनाई होगी। Hindi · लेख 261 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 7 Oct 2017 · 2 min read अस्तित्त्व "समाज का अस्तित्व आपसे और आपका अस्तित्व समाज से हैं " जीवन को सफल और सुखी बनाने के लिए अहम होता है - निर्णय.......किंतु फैसला करने के लिए जरूरी है... Hindi · लेख 463 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 7 Oct 2017 · 1 min read प्रिये!! प्रिये !! निःसंदेह हो चक्षुओं से ओझल, तेरी ही छवि प्रतिपल निहारता, स्मरण तेरा प्रिये !! आनंद बोध देता, हृदय स्पर्शी होता दूरी भी तेरी प्रिये !! समीपता का भाव... Hindi · लेख 643 Share