Kapil Kumar Tag: ग़ज़ल/गीतिका 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kapil Kumar 14 Jan 2017 · 1 min read तो फिर वो खुदा नही होता तो फिर वो भी खुदा नही होता........आपकी नजर इश्क़ गर सौ गुना नही होता इश्क़ में फिर नफा नही होता ********************** इश्क़ है नाम साझेदारी का इसमे छोटा बड़ा नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share Kapil Kumar 14 Jan 2017 · 1 min read कलाकार हम जो कलाकार तुम भी गुनहगार हम जो ,शर्मशार तुम भी शर्मशार हम जो,गुनहगार तुम भी ************************** तेरी मेरी कहानी भी इक है अदाकार हम जो कलाकार तुम भी *************************** अब कौन दिखलाये असली सूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share Kapil Kumar 28 Dec 2016 · 1 min read गऱ वो कुछ पल रुके होते गऱ वो कुछ पल रुके होते दर्मिया यूं न फ़ासले होते ******************** करता रहम गऱ सैयाद जरा उजड़े यूं भी न घोंसले होते ********************* दे जाते गऱ तसल्ली थोड़ी टूटे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Kapil Kumar 27 Dec 2016 · 1 min read बात मेरी भी आजमा कर् देखिये बात मेरी भी आजमा कर देखिये आँख से भी पर्दा हटा कर देखिये ************************* न रहेगी कोई शिकायत आपको इक ऊँगली खुद पे उठाकर देखिये ************************** पाक सी हो जायेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share Kapil Kumar 23 Dec 2016 · 1 min read रखते हैं हम असर कोई बेअसर नही रखते हैं हम असर कोई बेअसर नही रखते हैं हम ख़बर कोई बेखबर नही *************************** माना तेरी मीनारे ऊँची हैं बहुत ही रखते हैं हम भी घर कोई बेघर नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 233 Share Kapil Kumar 16 Dec 2016 · 1 min read इंसा तो इंसा है ख़ुदा कब है Congratulations इंसा तो इंसा है खुदा कब है मौत से खुद की बचा कब है ******************** तख्तो ताज शहंशाह न रहे अब यहां कोई रुका कब है ********************* जिंदगी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 249 Share Kapil Kumar 14 Dec 2016 · 1 min read इंसा तो इसां है खुदा कब है इंसा तो इंसा है खुदा कब है मौत से खुद की बचा कब है ******************** तख्तो ताज शहंशाह न रहे अब यहां कोई रुका कब है ********************* जिंदगी है की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share Kapil Kumar 10 Dec 2016 · 1 min read कहाँ है तू और कहाँ तेरा वादा कहाँ है तू और कहाँ तेरा वादा हर इक ही है अधूरा आधा वादा ************************ मेरे यकीं और मेरी मुहब्बत को देता है धोखा फिर तुम्हारा वादा ************************ न हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 480 Share Kapil Kumar 7 Dec 2016 · 1 min read गुल गुल तो गुल हैं सदके में बिछे रहते हैं खार बेकार ही शाखों पे खड़े रहते हैं *************************** गुल फैलाते हैं हर सूं खुशबु अपनी खार तो खार हैं फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share Kapil Kumar 3 Dec 2016 · 1 min read गया वो ऐसे मुड़के दुबारा न मिला एक रचना.....................आपकी नजर गया वो ऐसे कि मुड के दुबारा न मिला डूबो के ऐसे गया फिर किनारा न मिला ****************************** क्या कहूं मै अब हालाते गुलिस्तां तुमको मिले काँटे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 211 Share Kapil Kumar 2 Dec 2016 · 1 min read दिल मेरा कियूं आजकल बेपनाह उदास है एक रचना.....................आपकी नजर अजीब सी है खलिश अजीब अहसास है दिल मेरा कियूं आजकल बेपनाह उदास है ******************************* हंसी भी है बुझी बुझी दर्द दिल के पास है ख़ुश्क सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 465 Share Kapil Kumar 25 Nov 2016 · 1 min read तोडके दिल मेरा वो भी तो पछताया होगा आपकी नजर....................इक रचना तोडके दिल मेरा वो भी तो पछताया होगा ढूंढता खुद में अब वो मेरा ही साया होगा ******************************* बैठा के रखा उसे, जैसे हमने पलको पे नाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 487 Share Kapil Kumar 16 Nov 2016 · 1 min read हिन्द की फिजा में जहर घोल रहे हैं हिन्द की फिज़ा मे जहर घोल रहे हैं हम खुद जबां दुश्मन की बोल रहे हैं **************************** बेठे हैं जो हम सारे हिन्द की पनाह मे कियूं रास्ते हम दुश्मनो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Kapil Kumar 8 Nov 2016 · 1 min read एक संदेश दिल्ली के मुख्य मंत्री केजरीवाल जी के नाम .एक संदेश........केजरी वाल जी के नाम क्या दिल्ली को दिल्ली न छोड़ेंगे आप इसको ताज ए हिन्द न रहने देंगे आप **************************** संभाला वजूद जिसका मुगलो गोरों ने क्या वजूद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Kapil Kumar 5 Nov 2016 · 1 min read रोटियाँ इंसा को तो हर रोज नचाती हैं रोटियाँ भूखों को अपनीओर लुभाती हैं रोटियाँ ****************************** इंसा को भी इंसा से लड़ाती हैं रोटियाँ वजूद ए जिंदगी भी बचाती हैं रोटियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 184 Share Kapil Kumar 4 Nov 2016 · 1 min read सिखाया जिन परिंदों को उड़ना बच्चे भी हक़ अब जताने लगे हैं आँखों से आँखे , मिलाने लगे हैं ************************* तुतलाते थे जो चंद रोज पहले जबां से जबां अब लड़ाने लगे हैं ************************* चाहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 443 Share Kapil Kumar 29 Oct 2016 · 1 min read चंद बुँदे चंद प्यासे चंद बुँदे ,चंद प्यासे आँखे मूंदे चंद साँसे *************** चंद लम्हे ,चंद राते चंद लहजे चंद बाते *************** चंद ठहरे हैं जरा से चंद उड़ते हैं हवा से ************** चंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share Kapil Kumar 29 Oct 2016 · 1 min read चलो दिवाली इस बार अलग मनाते हैं आपको और आपके परिवार को दिवाली के पावन अवसर पर बहुत बहुत शुभकामनाएँ....... चलो दिवाली इस बार अलग मनाते हैं............. नाम शहीदों के चिराग जलाते हैं दिवाली इस बार अलग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 420 Share Kapil Kumar 26 Oct 2016 · 1 min read मिट गये हम मग़र बेगुनाही न दी मुहब्बत की अपनी दुहाई न दी मिट गये हम मगर रुस्वाई न दी ************************ क्या गिला ,अब दुशमनों से कोई ज़ख्मो ने ही मेरे जब गवाही न दी ************************* रुबारु... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Kapil Kumar 20 Oct 2016 · 1 min read मेरी बात ये उम्र भर याद करना मेरी बात ये उम्र भर याद रखना................. मेरी बात ये ,उम्र भर याद रखना रहो तुम कहीं भी घर याद रखना ************************* ये आयेंगे जायेंगे यादों के मौसम मुहब्बत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share Kapil Kumar 16 Oct 2016 · 1 min read हैं टुन्न सभी पीना पिलाना क्या करे दे कोई गम जो दुबारा क्या करें न कोई तुम सा हमारा क्या करें ************************* है गम तो अब बहाना क्या करें है तू तो फिर जमाना क्या करें ************************... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 433 Share Kapil Kumar 1 Oct 2016 · 1 min read अपनों ने ही हमको संभलने नही दिया अपनों ने ही हमको संभलने नही दिया कदम ब कदम हमको चलने नही दिया ***************************** ढूंढते ही रहे वो अश्क़ आँखों मे मेरी कतरा भी हमने एक टपकने नही दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Kapil Kumar 31 Aug 2016 · 1 min read आप में हे क्या आप खुद् बेखबर हैं आपकी सादगी ही आपका हुनर है आपके ख्याल ही आपकी नज़र है ************************** यूं न इतराईये कामयाबी पे जनाब चार दिन की चाँदनी न कोई सहर है ************************** चढ़के सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 316 Share Kapil Kumar 11 Aug 2016 · 1 min read नही जल्दी कोई आहिस्ता चाहिये नही जल्दी कोई आहिस्ता चहिये इश्क़ ए खुदा का बस पता चाहिये *********************** जो न टूटे कभी वो वास्ता चाहिये हो खासो आम वो रास्ता चाहिये ************************ उठा सके नाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 572 Share Kapil Kumar 27 Jul 2016 · 1 min read गुरु घन्टाल प्रत्यक्ष को पुराने की जरूरत क्या है सच को भी छुपाने की जरूरत क्या है *************************** घर में जब छिपे बेठे हों दुश्मन अपने दुश्मनो को बुलाने की जरूरत क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 401 Share Kapil Kumar 22 Jul 2016 · 1 min read ठुमरी हो या गजल हो.......... एक रचना दिल से..................आपकी नजर ठुमरी हो या गजल हो या हो कोई कविता रागनी हो या फिर तुम हो चंचल कोई सरिता ******************************** स्वरों की जान हो या लिखने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share