Kavi Kapil Khandelwal 'Kalash' 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavi Kapil Khandelwal 'Kalash' 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना काल कोरोना काल कुछ आराम करना सीख गये कुछ काम करना सीख गये कुछ पैदल चलना सीख गये कुछ पैसे बचाना सीख गये कुछ पैसे उड़ाना सीख गये कुछ खाना बनाना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 32 970 Share Kavi Kapil Khandelwal 'Kalash' 3 Aug 2019 · 1 min read *** इन्तजार*** *इन्तजार* ~~~~~~ एक सैनिक की माँ/ पत्नी को खत का इन्तजार, एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका से मधुर मिलन का इन्तजार, किसान को बारिश का इन्तजार, बहिन को राखी पर... Hindi · कविता 1 1 339 Share Kavi Kapil Khandelwal 'Kalash' 31 Mar 2017 · 1 min read 0000 चाँदनी रात 0000 चाँदनी रात शाम ढल चुकी है रात होने वाली है चाँद पूरी अंगड़ाई लिये अपनी चाँदनी बिखेरने को बेताब तारे भी अभी से चमकाना शुरू हो गये है रात रानी... Hindi · कविता 314 Share