Jitendra Jeet Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jitendra Jeet 15 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी का संबल अगर न मिलता हिन्दी का संबल, क्या हिमालय पहरा देता, कल आज और कल ? क्या विचारों की गंगा बहती यूँ ही अविरल ? क्या उगलती सोना धरती ? क्या... Hindi · कविता 234 Share Jitendra Jeet 10 Sep 2016 · 3 min read टॉलेमी के सच्चे वंशज #टॉलेमी_के_सच्चे_वंशज टूटते तारों के विषय में वैज्ञानिक कारण जो भी हो उसमें हमारा कोई इंटरेस्ट नहीं है उससे हमें कोई लेना देना नहीं,, साहब, हमारी मुर्गी की तो तीन टाँग... Hindi · कविता 508 Share Jitendra Jeet 29 Aug 2016 · 1 min read रोल नम्बर 252 मरासिम दिल के यूँ पल भर में नहीं तोड़े जाते दर्द होता है दिल में, धडकनें टूटती हैं, नींद की बेरुखी का असर ख़्वाबों पर होता है .. मिलना मुकद्दर... Hindi · कविता 1 1 374 Share