Jitendra Jeet 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jitendra Jeet 14 Mar 2019 · 1 min read कैसे भूलूँ याद करता नही जीत को हार को, कैसे भूलूँ मगर तेरे किरदार को .. इक दफा मुड़ के तू प्यार से देख ले, थोड़ा आराम मिल जाये बीमार को ...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 340 Share Jitendra Jeet 5 Mar 2019 · 1 min read इबादत में तेरी ... इबादत में तेरी भला क्या करें हमें कुछ नहीं है पता क्या करें .. सना हम करें चाहे शिकवा करें तेरे इश्क मॆ या खुदा क्या करें ... ये दौलत,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 344 Share Jitendra Jeet 15 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी का संबल अगर न मिलता हिन्दी का संबल, क्या हिमालय पहरा देता, कल आज और कल ? क्या विचारों की गंगा बहती यूँ ही अविरल ? क्या उगलती सोना धरती ? क्या... Hindi · कविता 232 Share Jitendra Jeet 10 Sep 2016 · 3 min read टॉलेमी के सच्चे वंशज #टॉलेमी_के_सच्चे_वंशज टूटते तारों के विषय में वैज्ञानिक कारण जो भी हो उसमें हमारा कोई इंटरेस्ट नहीं है उससे हमें कोई लेना देना नहीं,, साहब, हमारी मुर्गी की तो तीन टाँग... Hindi · कविता 505 Share Jitendra Jeet 30 Aug 2016 · 1 min read जागते जागते दोपहर हो गयी ना रही ये खबर कब सहर हो गयी जागते जागते दोपहर हो गयी ... तर्बियत रंजिशों को नज़र हो गयी आशियाने वफ़ा खंडहर हो गयी .. सरहदों की हिफाज़त में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share Jitendra Jeet 29 Aug 2016 · 1 min read रोल नम्बर 252 मरासिम दिल के यूँ पल भर में नहीं तोड़े जाते दर्द होता है दिल में, धडकनें टूटती हैं, नींद की बेरुखी का असर ख़्वाबों पर होता है .. मिलना मुकद्दर... Hindi · कविता 1 1 373 Share Jitendra Jeet 26 Jul 2016 · 1 min read दोहे दोहे ---- "जीत" के झर झर निर्झर झर रहा, अम्बर से है नीर .. हरी भरी वसुधा कहीं, कहीं विरह की पीर .. दृश्य मनोरम हो रहा, चढ़ा प्रीत पे... Hindi · दोहा 1 456 Share