हेमा तिवारी भट्ट Tag: ग़ज़ल/गीतिका 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हेमा तिवारी भट्ट 19 Sep 2017 · 1 min read वफा के इतने सवाल मत कर "जमाने भर का ख्याल मत कर। वफ़ा के इतने सवाल मत कर। नहीं मिलेगा कोई सहारा, तू रो के दिल को बेहाल मत कर। कद्र उन्हें रोशनी की नहीं है,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 537 Share हेमा तिवारी भट्ट 17 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-आते रदी़फ-रहे वज़्न-212 212 212 212 ? ग़ज़ल ? वक्त के हाथ हम बेचे जाते रहे। इस तरह साँस अपनी चलाते रहे। रोज होता रहा कत्ल जज्बात का, ख्वाब आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 413 Share हेमा तिवारी भट्ट 17 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-आते रदी़फ-रहे वज़्न-212 212 212 212 ? ग़ज़ल ? वक्त के हाथ हम बेचे जाते रहे। इस तरह साँस अपनी चलाते रहे। रोज होता रहा कत्ल जज्बात का, ख्वाब आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 558 Share हेमा तिवारी भट्ट 29 May 2017 · 1 min read रब की इनायत ?रब की इनायत? गम भरी दुनिया में,कितने लोग ऐसे हैं दर्द दिल का गीत में गाकर जो कहते हैं मजबूर है कई,न कह पाते हैं दिल का हाल हम कलमवाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 642 Share हेमा तिवारी भट्ट 25 May 2017 · 1 min read दिलों में दिया फिर जलाना पड़ेगा अंधेेरा सफर का हटाना पड़ेगा| दिलों में दिया फिर जलाना पड़ेगा| कदम कामयाबी का पहला रखा है, अभी दूर तक हमको जाना पड़ेगा| न चीखो गले से,न बातें बनाओ जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share हेमा तिवारी भट्ट 13 May 2017 · 1 min read हो सके तो जरा मुस्कुरा दीजिए 212 212 212 212 आप इतना करम बस अता कीजिए हो सके तो जरा मुस्कुरा दीजिए| आप महताब हैं जाने दिल ये मिरा एक पल को झलक बस दिखा दीजिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 319 Share हेमा तिवारी भट्ट 16 Feb 2017 · 1 min read मत बन हरीफ,दोस्त! मत बन हरीफ,दोस्त वास्ता ये हमारा है मौजों ने एक होके,साहिल को सँवारा है मीलों हमें चलना समन्दर तलक अभी नाजुक कदमों को बस रब का सहारा है दिल ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share हेमा तिवारी भट्ट 28 Dec 2016 · 1 min read आईना क्यों रूठूँ मैं आइने से भला, हर कदम जो मेरे साथ चला सँवारा हर पल लम्हा जिसने वो इश्क मेरा पहला पहला मुस्कुराया था जब हुई खुश मैं गम में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 275 Share हेमा तिवारी भट्ट 18 Dec 2016 · 1 min read फिर वही चाँद है फिर वही चाँद है,फिर वही रात पर जाने न क्यों आज वह बात तुम भी वही ,हूँ मैं भी वही, पर क्यों बदले बदले जज्बात फीका है चाँद और गहरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 405 Share हेमा तिवारी भट्ट 4 Dec 2016 · 1 min read इश्क में हमारे इश्क में हमारे वो मुकाम आ गया अपना कहा मगर उनका नाम आ गया पीकर जिसे होश दुनिया की न रहे जिन्दगी के हाथ में वो जाम आ गया आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share