Govind Kurmi Language: Hindi 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Govind Kurmi 27 May 2020 · 1 min read डरना कैसा ? इरादे नेक हैं ना ? तो डरना कैसा ? मुहब्बत की है ? तो मरना कैसा ? वादे कर लिए ना ? 7 जनमों वाले दिल से किये ? तो... Hindi · कविता 1 447 Share Govind Kurmi 14 May 2020 · 1 min read राज की बातें जख्मों को पर्दा किऐ एक लिबाज की बातें हैं मुहब्बत तो कल थी पर ये आज की बातें हैं अरे जाओ भाई इठलाते दिलों की समझ से परे बिखरे से... Hindi · कविता 2 465 Share Govind Kurmi 21 Mar 2020 · 1 min read वो गलियां मेरे गांव की जब सूखी बंजर आंखों मे़ं यादों की गघरी भर सी जाती है यारों के संग खेलने की फिर ख्वाहिशें संवर सी जाती हैं जब अकेले खाना खाने मे़ं क्षुधा उदर... Hindi · कविता 1 1 310 Share Govind Kurmi 21 Mar 2020 · 1 min read पेशा तो बिलकुल भी नहीं है तेरी वाह की भूख नहीं शायरी शौक है बस कोई पेशा तो बिलकुल भी नहीं है दर्द इश्क आंखें नम भी हैं पर कोई हुस्न को तरसी हो , ऐसा... Hindi · कविता 1 296 Share Govind Kurmi 17 Mar 2020 · 1 min read ? ? ? ? ? ? ? ? कुछ ख्वाबों से ऊब गये क्या कहीं और सपने बुनने लगे हो मुहब्बत सच्ची नहीं लगती ? गैरों को जो गौर से सुनने लगे हो सब कुछ खोया दिल वीरान... Hindi · मुक्तक 1 299 Share Govind Kurmi 14 Mar 2020 · 1 min read मुक्तक सीने में फकत एक जान पर जान फना कर बैठे हैं मेरी सुबह के ख्वाब तुम्हें हर ख्वाब बना कर बैठे हैं यूंतो नाराज खुदा हमसे क्यों सजदा पहले यार... Hindi · मुक्तक 1 274 Share Govind Kurmi 5 Mar 2020 · 1 min read इबादत बन चुकी है कोशिश दिल्लगी की अब मुहब्बत बन चुकी है मतलब की थी जो यारी अब आदत बन चुकी है सोचा तो था बस खेलेंगे उनके दिल से पर मासूमियत उनके इश्क... Hindi · मुक्तक 1 2 270 Share Govind Kurmi 5 Mar 2020 · 1 min read मे़ं आवारा नहीं मां चला जा रहा हूं पर कोई नजर ही नहीं आता बोलते तो सब हैं पर साथ कोई नहीं निभाता दुआऐं जो साथ तेरी मंजिलें पा जाउंगा जानता हूं आज रुका... Hindi · कविता 1 1 365 Share Govind Kurmi 23 Feb 2020 · 1 min read एक चाह दीदार तुम्हारा हो हर दिन . . . . पूरी एक चाह हमारी हो जो डगर तुम्हारे तक जाऐ . . . . वो अंतिम राह हमारी हो तेरे सारे... Hindi · कविता 3 393 Share Govind Kurmi 20 Feb 2020 · 1 min read शिव त्रिलोकीनाथ तुम त्रिकालदर्शी आनंद करुणा से तुम भरे हो तुम्ही हो पालक तुम्ही संचालक तुम्ही संहारक रूप धरे हो हो तीनों लोकों के एक स्वामी तीनों लोकों से तुम परे... Hindi · कविता 1 476 Share Govind Kurmi 16 Feb 2020 · 2 min read डर सा लगता है खामोशियां ही तो पहचान थी मेरी आजकल तो इन्हीं से डर सा लगता है सच कहूँ जान अब आपको खोने से डर सा लगता है बात बात पर लड़ना कभी... Hindi · कविता 1 526 Share Govind Kurmi 19 Oct 2019 · 1 min read चांद चांदनी रात है चांद ऊपर नहीं ।। ढूंढो ढूंढो सखी होगा भीतर कहीं ।। छुपके आया मगर है ये सबको खबर हो परदेशी भला उसका पीहर यहीं ।। Hindi · मुक्तक 1 570 Share Govind Kurmi 28 Sep 2019 · 1 min read कहां है ? भर सके मेरे जख्मों को ऐसा कोइ मरहम कहां है वो शर्माते है नखराते है कुछ इस तरह तड़पाते है मेरी ख्वाहिशों पर तरस खाये ऐसा रिवाज़ ए रहम कहां... Hindi · कविता 1 470 Share Govind Kurmi 27 Sep 2019 · 1 min read मैया मोरे घरे चली आइयो हो मां - बुंदेली भगत मैया मोरे घरे चली आइयो हो मां बाठ हेर रये मां भगत तुमारे निस दिन मैया सांझ सकारे सो अब ओर इने ना तरसाइयो मैया मोरे घरे चली आइयो हो... Hindi · गीत 1 264 Share Govind Kurmi 25 Sep 2019 · 1 min read तुम ही हो मेरी धड़कन की आवाज तुम ही हो मेरी हर सांस का राज तुम ही हो धीरे धीरे पर एकदम ही जुदा बदलते जा रहे नये अंदाज तुम ही हो जबसे... Hindi · कविता 2 472 Share Govind Kurmi 15 Sep 2019 · 1 min read आशिकी कर बैठे हैं जख्म पे जख्म मिल रहे , पर जी कर बैठे हैं मुहब्बत के जहर को , पी कर बैठे हैं शिकायतें लाखों करनी हैं उनसे पर कहीं खो ना दूं... Hindi · कविता 1 524 Share Govind Kurmi 13 Sep 2019 · 1 min read दिल टूट गया पागल बाबू जान कहने वाले कुछ महीनों से सीने में रहने वाले आज दूर हमसे जा चुके है नजरें मिला पा नहीं रहे कहते वो हमें भुला चुके है वादे... Hindi · कविता 2 2 279 Share Govind Kurmi 22 May 2019 · 1 min read में बेरोजगार हूं ये दुनिया चोरों की बस्ती है हर नजर यहां पर डसती है हर कदम हमारा रोका है हर हार पर मेरी हंसती है सब कहते है में बेकार हूं पड़... Hindi · कविता 1 475 Share Govind Kurmi 30 Oct 2018 · 1 min read मुक्तक गमों की महफिल में केवल हम झिलमिल तारे है इक हमें छोड़ कर यहां सब मुहब्बत के मारे है इनके हाल ऐ दिल का शायद मुझे अंदाजा नहीं ये डूब... Hindi · मुक्तक 1 283 Share Govind Kurmi 28 Oct 2017 · 1 min read मुक्तक जरूरत एक छोटी सी जीने को सब क्यों होती है ? ? ? ? ? ? ? हरपल उनके दीदार की ख्वाहिश अब क्यों होती है ? ? ? ?... Hindi · मुक्तक 1 491 Share Govind Kurmi 19 Jul 2017 · 1 min read मुक्तक फीकी-फीकी है जिंदगी जीने में अब स्वाद कहां है दिल तिजोरी ना रहे मुहब्बत अब जायदाद कहां है हाल ऐ दिल समझाने में दिल हलाल ही होते हैं खामोश धड़कनें... Hindi · मुक्तक 1 273 Share Govind Kurmi 7 Jul 2017 · 1 min read बताओ तो ! दिल को कोई ठोकर लगी,,,,,,,,, बताओ तो ! ???????? इश्क था या दिल की ठगी,,,,,,,,, बताओ तो ! ???????? तेरे दिल से जो निकले जाना तेरे आशिक हजार निकले !... Hindi · मुक्तक 1 716 Share Govind Kurmi 6 Jul 2017 · 1 min read लबों की तिस्नगी धड़कनों पर मर्जीयां किसी और की, ये कैसा नसीब है ???????? मुद्दतों बाद फिर जी उठे जो आज वो रूह के करीब है ???????? आज वो हमसे हम उनसे कोई... Hindi · मुक्तक 1 576 Share Govind Kurmi 5 Jul 2017 · 1 min read मेरा गम ना समझ सके लाख सहे दीवाने ने मगर, वो सितम ना समझ सके हर जख्म का इलाज थे जो, वो मरहम ना समझ सके मेरी मजबूरियों को बेवफाई तो जल्द ही मान बैठे... Hindi · मुक्तक 1 353 Share Govind Kurmi 18 Jun 2017 · 1 min read आखिरी मुलाकात सीने से लिपटकर रोयी थी कोई अबतक बो रात याद है जाते जाते जो कह गयी अबतक हर बात याद है वो चली गयी कह कर भुला देना हमें हम... Hindi · मुक्तक 1 482 Share Govind Kurmi 2 Jun 2017 · 1 min read क्यों दर्द अकेले ढोते हैं मदहोशी में बिखरकर चांदनी खिलती है जब कोई रोशनी शम्मा से जलती है जब हकीकत सामने चलती है जब नियती से शामें ढलती है जब जान किसी बिन मचलती है... Hindi · कविता 1 352 Share Govind Kurmi 25 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक ????????? तड़प ऐ इश्क की दिल से कही नहीं जाती चंद कदमों की दूरी भी अब सही नहीं जाती इक तलब महबूब की और जमाने की बंदिशें बेकाबू है ये... Hindi · मुक्तक 1 379 Share Govind Kurmi 20 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक इश्क रोकर सींचे तो क्या, मतलबी दुनिया बंजर है मासूमियत चेहरे पे तो क्या, नफरतों का ही मंजर है यहां बस दिल के बदले में दर्द ऐ दिल ही मिलना... Hindi · मुक्तक 1 371 Share Govind Kurmi 13 Apr 2017 · 1 min read क्यों इश्क हुआ हमको जो भूल चुके हमको हम याद करें उनको क्या सोच रहा ये दिल क्यों तड़पाये खुदको ????????? क्यों इश्क में ये जलता क्यों सूरज सा ढलता दिल ठोकर खा भी... Hindi · कविता 1 435 Share Govind Kurmi 9 Apr 2017 · 1 min read मुलाकात ऐसी हो खिली चांदनी हो खुला आसमां हो मिले हमतुम ऐसे की बेसुध जहां हो ?????????? ?????????? रंगी फिजायें और चंचल हवायें हमे देखकर छुपके गुल मुस्कुरायें ?????????? मुस्कुराहट इशारों में नैनों... Hindi · कविता 1 438 Share Govind Kurmi 5 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक ?????????? मुहब्बत की राहों से गुजर कर देखा है गुलाब की हर कली को नजर भर देखा है रंगत ही नहीं खुशबुओं को भी चुरा लेते है चाहत के नशे... Hindi · मुक्तक 357 Share Govind Kurmi 2 Apr 2017 · 1 min read कुछ मुक्तक - तेरे लिये १- ????????? सोचूं तेरे लिये ऐसे भी सवेरे हों आंखों में तेरी सपने कुछ मेरे हों लाखों सजदे हजारों मन्नतें तेरे लिये हकीकत ना सही सपनों में हम तेरे हों... Hindi · मुक्तक 394 Share Govind Kurmi 26 Mar 2017 · 1 min read हम तड़पते रहे यूँ चुराके नजर वो गये जब मुकर वो तो हंसते रहे, हम तड़पते रहे ????????? आंखें ये नम हुई सांसे भी कम हुई पर तेरी याद में हम सुलगते रहे... Hindi · कव्वाली 1 528 Share Govind Kurmi 22 Mar 2017 · 1 min read भारतीय फौज ???????????????????? आम नहीं इनकी जिंदगी, मौका है हक अता करने का किस्मत वालों को मिलता, मौका ये वतन पे मिटने का ?????????? ???????????????????? अमृत का लालच ना इन्हें, इनको बस... Hindi · कव्वाली 871 Share Govind Kurmi 14 Mar 2017 · 1 min read बेबस दिवाने ????????? मुहब्बत ही तो जालिम है कहे किस से बता यारा ????????? हमारे इश्क का दुश्मन बना बैठा है जग सारा ????????? तुम्हारी याद में दीपक जलाये गुनगुनाते हम ?????????... Hindi · कविता 736 Share Govind Kurmi 14 Mar 2017 · 1 min read मोदी एक आंधी है राहुल गांधी सोनिया गांधी से :- मोदी एक आंधी है कि बच पाना ही मुस्किल है कांग्रेस मुक्त नाकर छोड़े अकेला ही तो काबिल है प्रियंका कह रही थी कल... Hindi · कविता 514 Share Govind Kurmi 8 Mar 2017 · 1 min read ? मुहब्बत से पहले ? रंज ओ गम थे ?????फिरभी कम थे अकेले तन्हा ?????जब अधूरे हम थे ??????❤❣?? बस एक डर था ????? दिल बेअसर था क्यों कोई भाये ना ????? यह बेखबर था... Hindi · शेर 430 Share Govind Kurmi 6 Mar 2017 · 1 min read ?होली रंग मुबारक हो यही तो प्यार लाता है ? ?होली रंग मुबारक हो यही तो प्यार लाता है ? ?हर रंग निखरता है ? ?रिश्तों में बिखरता है ? ?सारी दूरी मिट जाती है ? ☘खुशियां सारी बट जाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share Govind Kurmi 6 Feb 2017 · 1 min read आरक्षण जबतक आरक्षण भारी है,छुआछूत भी जारी है जागो नींद से मित्रों बगावत की ये बारी है किस हक को वो खोज रहे, कबतक कुत्तों की मौज रहे ऐसा ना हो... Hindi · कविता 1 529 Share Govind Kurmi 27 Jan 2017 · 1 min read मुहब्बत कहां है हर जुबां पे जिसके चर्चे वो शोहबत कहां है एक बात बता हमको की ये मुहब्बत कहां है हर दर्द में हर प्यास में हर अपने में हर खास में... Hindi · कविता 479 Share Govind Kurmi 25 Jan 2017 · 1 min read भारत ही हर ओर है शोर है हां शोर है हर जगह यह शोर है हर दिशा हर जगह हर मुल्क में हर ओर है सिर्फ भारत सिर्फ भारत भारत का ही जोर है बाग... Hindi · कविता 846 Share Govind Kurmi 16 Jan 2017 · 1 min read यादों का सफर सजदे तेरे प्यार के मैंने जो थे किये उनको दुहरा रहा नैना अश्क लिये बस एक तेरी आरज़ू इस दिल में रही तू मिल जा तो जमाने के दर्द सही... Hindi · कविता 580 Share Govind Kurmi 14 Jan 2017 · 1 min read दर्द बेटियों का हर्षित था परिवार सबको था किसी का इंतजार कोई बेटे कोई भतीजे तो कोई पोते को था बेकरार कुछ पल में बो आई बारी घरभर में गूंजी किलकारी लगा शायद... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 965 Share Govind Kurmi 27 Dec 2016 · 2 min read दो पल की मौत एक ठोकर सी लगी दिल में सांसें ही थम गईं । झटका था इस कदर की रूह तक सहम गई । चारों ओर सन्नाटा था हर ओर अंधेरा था ।... Hindi · कविता 692 Share Govind Kurmi 24 Dec 2016 · 1 min read मुहब्बत की बारिश जिस बारिश के लिये हम कब से तरस रहे हैं । मुहब्बत के वो बादल हर दिल पर बरस रहे हैं । घूम फिर कर हमारी नजरें जिन पर अटक... Hindi · कविता 453 Share Govind Kurmi 22 Dec 2016 · 1 min read हम लव कुश की सन्तान है हां जी हमे़ं अभीमान हैं । गर्व से कहते हैं हम लव कुश की सन्तान हैं । बहुतायत में होकर भी एकता जिनकी पहचान है । टुकड़ों को भारत बनाया... Hindi · कविता 591 Share Govind Kurmi 21 Dec 2016 · 1 min read कहीं इश्क ना हो जाये नैनो से कह दो कहीं अश्क ना हो जाये । गलती से परदेशी से इश्क ना हो जाये । हमारी एक झलक की खातिर तू बेकरार ना हो जाये ।... Hindi · कविता 407 Share Govind Kurmi 20 Dec 2016 · 1 min read ए. टी. एम. को राम किया यूपी जीतने की खातिर तूने ये कैसा काम किया । अच्छे दिन का वादा करके गरीबों का चैन हराम किया । तेरे झूठे जुमलों में आकर हमने था तुमको सलाम... Hindi · कविता 2 327 Share Govind Kurmi 16 Dec 2016 · 1 min read धीरे-धीरे तुझको भी प्यार हो जायेगा देखकर मुझको तेरा दिल खो जायेगा । धीरे-धीरे तुझको भी प्यार हो जायेगा । तेरी रातों में भी मैं ख्वाबों में भी आऊंगा । ना नींद आयेगी तुझको हरपल मैं... Hindi · कविता 2 599 Share Govind Kurmi 13 Dec 2016 · 1 min read दास्तां बचपन में थी मोटी अब वो हूर हो गई । चांद भी सरमा जाऐ वो ऐसा नूर हो गई । यूँ चली दास्तां हमारी आशिकों में मशहूर हो गई ।... Hindi · शेर 700 Share Page 1 Next