DR.MDHU TRIVEDI Tag: लेख 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 22 Sep 2021 · 1 min read वृद्धाश्रम आजकल की दौड़ धूप भरी जिन्दगी के अलावा मौजपरस्ती भी अपने बुजुर्गों के वृद्धाश्रम में रहने का कारण है नवीन पीढ़ी नहीं चाहती कि उनके सोच , विचारों और रहन... Hindi · लेख 80 1 488 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Sep 2021 · 1 min read काका हाथरसी समाज की खामियों को पैने व्यंग्य में कसते हुए काका हाथरसी अपनी बात को मुस्कुराते हुए कह जाते है समाज और राजनीति पर व्यंग्य बाण भी चलाते है । हास्य... Hindi · लेख 80 755 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Sep 2021 · 1 min read आजादी से पूर्व आजादी के अमृत महोत्सव पर यह सोचने की आवश्यकता है कि कि हम स्वतंत्र भारत की स्वछन्द वायु में सांस ले रहे है यह आजादी यूँ ही नही मिली हजारों... Hindi · लेख 81 1 481 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Sep 2021 · 1 min read साहित्य में राष्ट्रीय चेतना स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम की शुरुआत के साथ ही राष्ट्रीय चेतना के स्वर साहित्यकारों की लेखनी में मुखरित होने लगे थे । होते भी क्यों न । सामाजिक परिवेश साहित्यकार... Hindi · लेख 79 1 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 5 Sep 2021 · 2 min read गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु र्गुरूदेवो महेश्वरः गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु र्गुरूदेवो महेश्वरः बह्मा इसलिये है क्योंकि हर दृष्टि से तैयार कर उसका निर्माण करता है विष्णु इसलिए है क्योंकि अनेक प्रकार की बुराईयों से बचाकर उसकी रक्षा करता... Hindi · लेख 81 1 454 Share DR.MDHU TRIVEDI 5 Sep 2021 · 5 min read छात्रों में नैतिकता पैदा करने के लिए रामायण में दर्शाने वाले आदर्शों की भूमिका इस लेख का उद्देश्य उन तरीकों को जानना है जो छात्रों को स्वयं या दूसरों के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे। युवाओं, किशोरों या छात्रों में मूल्यों... Hindi · लेख 83 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Sep 2021 · 1 min read अमृता प्रीतम (साहित्यकार ) पंजाबी साहित्यकार अमृता प्रीतम की जन्म पर विद्रोही एवं बगावती तेवर , रचनाओं के पीछे छिपा आक्रोश, प्रेम और आजादी और खुद्दारी वे तत्व है जो उनके व्यक्तित्व को एक... Hindi · लेख 78 2 417 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Aug 2021 · 2 min read लाकडाउन ? .. दुनियाँ की पूरी अर्थ व्यवस्था जिन मजदूरों पर निर्भर करती है पर लाकडाउन के साथ मजदूरों के साथ स्व वतन वापसी को ले जो घटनाएं घटीं वे बहुत... Hindi · लेख 76 346 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Aug 2021 · 1 min read साहित्य में सकारात्मक पक्ष के स्थान पर नकारात्मक पक्ष वर्तमान परिवेश में साहित्य में सकारात्मक पक्ष के स्थान पर नकारात्मक पक्ष को अधिक महत्व देने की प्रासंगिकता । साहित्य समाज का दर्पण कहलाता है जैसा समाज में घटित होता... Hindi · लेख 77 661 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Aug 2021 · 3 min read बस्तों के बोझ तले दबता बचपन बस्तों के बोझ तले दबता बचपन ✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ जब सुकुमार छोटे बच्चों को बस्ते के बोझ से झुका स्कूल जाते देखतीं हूँ तो सोचती हूँ कि देश मेरांआजाद हो गया पर... Hindi · लेख 76 1 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Aug 2021 · 2 min read बहू बेटी की तरह होती है यह कथन सत्य है या असत्य " ---------------------------------------------------------------------- " बहू बेटी की तरह होती है यह कथन सत्य है या असत्य " ---------------------------------------------------------------------- बहू और बेटी " में समानता और असमानता केवल सोच की है जो बेटी है... Hindi · लेख 77 350 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Aug 2021 · 1 min read सभ्यता आदि मानव बन्दर ही थे हमारे पूर्वज जिनसे विकसित हो हम मानव बने ।पत्थर से पत्थर घिस आग उत्पन्न की अपनी उपलब्धियाँ हमको अर्पण की । वो आदि सभ्यता कितनी... Hindi · लेख 76 337 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Aug 2021 · 3 min read स्त्री देह और बाजारवाद हर घंटे बलात्कार होते हैं, सिर्फ बलात्कार नहीं होते, बाॅडी की चीरा फाड़ी होती है लड़कियों के शरीर की फजीहत की जाती है स्तन काटे जाते हैं वेजाइना में कांच,... Hindi · लेख 79 2 856 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read कबीर सामाजिक अन्तर्विरोधों , रूढियों तथा कुत्सित मान्यताओं से जर्जरित समाज को दिशा देने में कबीर का व्यक्तित्व ही सक्षम था । वे किसी एक धर्म , सम्प्रदाय के न होकर... Hindi · लेख 77 445 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read खेल " स्वस्थ रहना है तो खेल की बात कर हो निरोग काया तो खेल की बात कर " जब हम बालक के सर्वांगीण विकास की बात करते है तो खेलो... Hindi · लेख 76 437 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jun 2021 · 2 min read कोरोना के बाद का परिदृश्य जैसा कि हम सबको विदित है आज समूचा विश्व एक अदृश्य वायरस के द्वारा छला जा रहा है चाहे भारत हो या विश्व की नम्बर एक शक्ति अमेरिका । चाहे... Hindi · लेख 75 1 404 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jun 2021 · 1 min read शिक्षा से वंचित बालक किसी समाज की प्रगतिशीलता देखनी है तो यह देखिए कि उस समाज की महिलाएं कितनी शिक्षित है । कानून द्वारा शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित होने के बाद सर्वशिक्षा अभियान ,... Hindi · लेख 75 1 571 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Dec 2020 · 2 min read सृष्टि रचयिता स्त्री खुदा ने संसार में आकर्षण – विकर्षण का जो जाल रचा उसके पीछे प्रभु की इच्छा जीवन को सरल – सरस एवं जीने योग्य बना देना है यदि जीवन के... Hindi · लेख 74 545 Share DR.MDHU TRIVEDI 6 Jun 2020 · 6 min read पर्यावरण और आध्यात्म एक ऐसा आवरण, जिसमें हमको आनंद और " सर्वे सन्तु निरामया का" बोध हो। पर्यावरण वस्तुत: एक रक्षा कवच ही है । हमारी प्राचीनतम् संस्कृति में पर्यावरण को देवतुल्य स्थान... Hindi · लेख 77 2 2k Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Feb 2017 · 2 min read परिवार के बिखराव में क्या दोषी नहीं है नारी ? परिवार एक ऐसी संस्था है जो पुरूष और नारी दोनों के योग से बनती है जहाँ पुरूष परिवार को आकार प्रदान करता है वहीं नारी परिवार को संवारने , सजाने... Hindi · लेख 72 640 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jan 2017 · 2 min read भारतमाता भारतमाता ✍✍✍✍✍ "चन्दन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा-बच्चा राम है ॥" चन्द्रकान्त धुव्र की उक्त पंक्तियों से भारत देश और... Hindi · लेख 73 388 Share DR.MDHU TRIVEDI 29 Oct 2016 · 2 min read काश दिल भी जगमगाये होते बहुत चहल पहल है बाजारों में हफ्ते भर से पहले । आखिर दीवाली आने वाली है चाहे कोई सी दुकान हो खरीददारों की भीड़ उमड़ी है दीप अपनी पूरी कला... Hindi · लेख 71 382 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Oct 2016 · 4 min read शान्ति के सन्दर्भ में आध्यात्म प्रस्तावना- परिवर्तन संसार का नियम है। जैसे दिन के बाद रात, वैसे ही एक युग के बाद दूसरा युग आता है। इसी परिवर्तन में परमात्मा के आगमन एवं नई दुनियाँ... Hindi · लेख 70 393 Share DR.MDHU TRIVEDI 6 Oct 2016 · 3 min read बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक : दशहरा आज हर तरफ फैले भ्रष्टाचार और अन्याय रूपी अंधकार को देखकर मन में हमेशा उस उजाले को पाने की चाह रहती है जो इस अंधकार को मिटाए. कहीं से भी... Hindi · लेख 71 2 4k Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Oct 2016 · 2 min read खुदा की अनुपम कृति स्त्री खुदा ने संसार में आकर्षण - विकर्षण का जो जाल रचा उसके पीछे प्रभु की इच्छा जीवन को सरल - सरस एवं जीने योग्य बना देना है यदि जीवन के... Hindi · लेख 67 508 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Sep 2016 · 4 min read पितरो का श्राद्ध कर्म श्राद्ध कर्म क्या है ----- ---------------------- "दीयते यत् , तत् श्राद्धम्’ श्राद्ध कर्म" अर्थात वह कर्म जो पितरों की तृप्ति के लिए श्रद्धा और विश्वास से किया जाता है उसे "श्राद्ध... Hindi · लेख 68 620 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Sep 2016 · 3 min read शिक्षक दिवस सतगुरु की महिमा अनंत, अनंत किया उपकार" (आज के संदर्भ में प्रस्तुत पंक्ति की प्रासंगिकता ) शिक्षक दिवस विशेषांक आज से हजारों वर्ष पूर्व संत कबीर द्वारा कही गयी यह... Hindi · लेख 69 989 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2016 · 3 min read जन्माष्टमी पर्व: प्रासंगिकता ------------------- --------------- किसी भी वस्तु , तथ्य या बात की प्रासंगिकता इस बात पर निर्भर करती है कि तत्कालीन परिस्थितियों में वह बात , तथ्य या वस्तु कितनी उपयोगी हो सकती है।... Hindi · लेख 68 448 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2016 · 3 min read साहित्य सृजन में फेसबुक की भूमिका ✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ मन के भावों ,विचारों का शब्दों में संगुम्फन असम्भव नहीं तो दुरूह कार्य तो है ही । लेखन चाहे गध हो या पध अथवा अन्य कोई विधा । समाज से... Hindi · लेख 68 453 Share