दिलीप कुमार पाठक Language: Hindi 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दिलीप कुमार पाठक 11 Oct 2018 · 5 min read मग वैद्यक परिचर्चा मग वैद्यक परिचर्चा : दिलीप कुमार पाठक बाबा बाबा थे। अब स्वर्गीय केशव पाठक जी वैद्य। सामने काँसे का लोटा बाबा का याद दिला रहा है। उसपर लिखा हुआ है... Hindi · कहानी 1 2 271 Share दिलीप कुमार पाठक 11 Oct 2018 · 5 min read पंचांग क्या है? पंचांग क्या है? : दिलीप कुमार पाठक पंचांग क्या है ? इससे हम -आप सभी परिचित हैं, इसके महत्व को समझते हैं। दैनिक जीवन में इसकी उपयोगिता को समझते हैं।... Hindi · लेख 307 Share दिलीप कुमार पाठक 7 Oct 2018 · 5 min read पटना पटना है ( आपबीती) क्रम: २. पटना पटना है ( आपवीती) क्रम:२. : दिलीप कुमार पाठक बाबा के अन्त्यकर्म में लगने के साथ-साथ पटना भ्रमण की योजना थी। तारामण्डल, गोलघर , म्यूज़ियम, चिड़ियाखाना, विज्ञान भवन, गाँधी... Hindi · कहानी 553 Share दिलीप कुमार पाठक 7 Oct 2018 · 6 min read पटना पटना है ( आपबीती) क्रम: १. पटना पटना है ( आपवीती) क्रम:१. : दिलीप कुमार पाठक दशहरे के दिन बेबी बच्चियों को साथ ले अपने भाई के साथ मायके चली गयी थी। मानगो बस स्टैंड में... Hindi · कहानी 230 Share दिलीप कुमार पाठक 1 Oct 2018 · 5 min read ड्रेस-कोड ड्रेस-कोड : दिलीप कुमार पाठक मेरा दो ड्रेस है. एक भगवा, दूसरा लेवर ड्रेस. ड्यूटी दोनों में बजता है, जिससे अपना दैनिक जीवन-यापन चलता है. जिससे बहुतों को जो मेरे... Hindi · कहानी 375 Share दिलीप कुमार पाठक 30 Sep 2018 · 3 min read तर्पण २ तर्पण क्रम-२. जिन पितर का स्वर्गवास हुआ है, उनके किये हुए उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना, उनके अधूरे छोड़े हुए पारिवारिक एवं सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करने में तत्पर... Hindi · लेख 739 Share दिलीप कुमार पाठक 30 Sep 2018 · 2 min read तर्पण १ तर्पण क्रम-१. तृप्ति के लिए तर्पण किया जाता है. हमारे यहाँ मान्यता है कि मरनोपरान्त हमारे पितर स्वर्ग जाते हैं. स्वर्ग में वे सशरीर नहीं जाते, उनकी आत्मा जाती है.... Hindi · लेख 302 Share दिलीप कुमार पाठक 30 Sep 2018 · 1 min read चुट्टे और चींटियाँ चुट्टे और चींटियाँ : दिलीप कुमार पाठक गया में एक जगह मैं एक जैनी महिला के पास शत्रु-शमन हेतु हनुमान चालीसा का १०८ पाठ करने जाता था प्रतिदिन। वहाँ जो... Hindi · लघु कथा 287 Share दिलीप कुमार पाठक 25 Sep 2018 · 6 min read तर्पण ( कहानी) तर्पण :दिलीप कुमार पाठक अभी पितरपख चल रहा है। जजमान के घर से बुलावा आया था पितरन के तर्पण की खातिर। बड़े अच्छे जजमान हैं। इनका एक बेटा और एक... Hindi · कहानी 464 Share दिलीप कुमार पाठक 24 Sep 2018 · 5 min read बाबा का सिनेमाहॉल बाबा का सिनेमाहॉल : दिलीप कुमार पाठक क्रम २ नन्हका बाबा को भाला तो भोंका गया. अब प्रश्न उठता है भाला क्यों भोंकाया ? आखिर हमारे बाबुजी और चाचा लोगों... Hindi · कहानी 298 Share दिलीप कुमार पाठक 18 Sep 2018 · 1 min read जनता जनता.............! : दिलीप कुमार पाठक कुआँ सबको दिखे इसमें क्या गड़बड़ी है ? खुद को गड़ेड़िया समझ भीड़ को भेंड़ बनाने की क्रिया को क्या कहा जाएगा ? ले जानेवाला... Hindi · कविता 531 Share दिलीप कुमार पाठक 18 Sep 2018 · 1 min read सब मर रहे हैं सब मर रहे हैं। : दिलीप कुमार पाठक सब मर रहे हैं। आपस में बस लड़ रहे हैं। मैं देख रहा हूँ, बस चुपचाप। मुझे कहा जा रहा है, "... Hindi · कविता 244 Share दिलीप कुमार पाठक 15 Sep 2018 · 2 min read मग वैद्यकी मग वैद्यकी : दिलीप कुमार पाठक बाबा बाबा थे। अब स्वर्गीय केशव पाठक जी वैद्य। सामने काँसे का लोटा बाबा का याद दिला रहा है। उसपर लिखा हुआ है श्री... Hindi · कहानी 240 Share दिलीप कुमार पाठक 14 Sep 2018 · 3 min read धत्त तेरे की धत्त तेरे की तरह-तरह की व्यस्तता के बीच आ गये मग विदूषक देवन मिसिर. कहा गया, " इनपर कहानी लिखीए." आँती में इनपर एक गोष्ठी रखी गयी है १३ सितम्बर... Hindi · कहानी 976 Share दिलीप कुमार पाठक 13 Sep 2018 · 4 min read मेरे बाबुजी के हिस्से का खपड़ैल मेरे बाबुजी के हिस्से का खपड़ैल. : दिलीप कुमार पाठक मैं हूँ सामान्य श्रेणी का पहले पायदान का एक आम भारतीय. मेरे बाबा पाँच भाई थे. उसके बाद मेरे बाबुजी... Hindi · कहानी 234 Share दिलीप कुमार पाठक 11 Sep 2018 · 2 min read लाठा-कुँड़ी लाठा-कुँड़ी : दिलीप कुमार पाठक एक दिन पड़ाइन, " का जी ? सुन हीबs कि सब से बड़का- बड़का मजाक कर हहु. हमरा आँगे मुँहें लटकल रह हओ. का बात... Hindi · कहानी 269 Share दिलीप कुमार पाठक 9 Sep 2018 · 7 min read फिटनेश हाथी का फिटनेश हाथी का : दिलीप कुमार पाठक परिवहन विभाग की स्थिति बड़ी गजब है। बगैर बिचौलियों का कोई काम ही संभव नहीं। पिछले चार वर्षों से साल में कम से... Hindi · कहानी 394 Share दिलीप कुमार पाठक 8 Sep 2018 · 6 min read तर्पण ( कहानी) तर्पण :दिलीप कुमार पाठक अभी पितरपख चल रहा है। जजमान के घर से बुलावा आया था पितरन के तर्पण की खातिर। बड़े अच्छे जजमान हैं। इनका एक बेटा और एक... Hindi · कहानी 1 2 663 Share दिलीप कुमार पाठक 8 Sep 2018 · 1 min read गुपकाईं गुपकाईं ( मगही कहानी) गुपकाईं-गुपकाईं : दिलीप कुमार पाठक बहिन के हाले में रोकसदी हो गेलक. मइया-बाबुजी हरिद्वार गेलन हे. बच गेलन देवन आउ उनकर पड़ाइन. कभी दाल टनक, त कभी नमके नदारद. कभी... Hindi · कहानी 677 Share दिलीप कुमार पाठक 5 Sep 2018 · 21 min read बिगना: दिलीप कुमार पाठक शिक्षक दिवस पर प्रस्तुत है अपनी एक कहानी जो बिहार की तत्कालीन ग्रामीण शैक्षिक परदृश्य को प्रकट करती प्रतीत होगी। थोड़ी लम्बी है, अतः धीरज धर कर पढ़ेंगे। यह कहानी... Hindi · कहानी 352 Share