डी. के. निवातिया Tag: हाइकु 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** ऊँघती धरा, भरे जो अंगड़ाई, क्रूर क्रंदन !! *** ओस की बूँद ललाट सजाकर, रिझाते पुष्प !! *** बसंत राग, गाता है जब फाग, झूमती धरा !! ***... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 56 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु – प्रकृति *** ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! *** भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! *** अकेला खड़ा, प्रकृति... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 58 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** छू गई मन, फ़िज़ाओ में बिखरी तेरी खुशबू !! *** आँखों है दंग, पढ़ी मन की चिट्ठी प्रीत के संग !! *** नेह धूप से, हर लेता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 59 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** दरख़्त झुके, हिम अगवानी में, पवन रुके !! *** हिम चादर तानकर है लेटा, पार्क में बेंच !! *** सर्दी का भूत, हिम राहों पे घूमें, बनके दूत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 38 Share डी. के. निवातिया 8 Jan 2024 · 1 min read श्रेणी:हाइकु - डी के निवातिया श्रेणी:हाइकु *** छू गई मन, फ़िज़ाओ में बिखरी तेरी खुशबू !! आँखों है दंग, पढ़ी मन की चिट्ठी प्रीत के संग !! नेह धूप से, हर लेता है मीत, मन... Hindi · कविता · हाइकु 2 41 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read हाइकु - प्रकृति हाइकु - प्रकृति ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! अकेला खड़ा, प्रकृति को बचाता मरू... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 330 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 205 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Hindi · कविता · हाइकु 136 Share डी. के. निवातिया 5 Aug 2021 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु ऊँघती धरा, भरे जो अंगड़ाई, क्रूर क्रंदन !! रात दुल्हिन, सितारों की चादर ओढ़ के सोये !! चाँद कुँवारा, छत पर निहारे, रात की रानी !! खेत की मेढ़,... Hindi · हाइकु 1 515 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 1 min read करवा चौथ – डी के निवातिया सोलह श्रृंगार, सुहागिनी गहना, प्रीतम प्यार !! ! करवा चौथ अनुपम त्योंहार महत्ता प्यार !! ! याम को मात, बचायें पति प्राण, सती को दात !! ! करवा चौथ, चन्द्रमा... Hindi · हाइकु 4 403 Share डी. के. निवातिया 6 Dec 2016 · 1 min read वाह रे नोट —हाइकु —डी. के. निवातिया वाह रे नोट कभी लगे तू प्यारा सबसे न्यारा । । कभी जग को दिखे तुझमे खोट वाह रे नोट । नोट बदले हाल बदल गये आम जन के !... Hindi · हाइकु 503 Share