बदनाम बनारसी Tag: कविता 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बदनाम बनारसी 24 Nov 2023 · 1 min read चाह की चाह चाह ही चाह में चाहने हम लगे, चाह मिलती गई चाह पीते गए। घर से निकले थे हम चाह की चाह में, राह मिलती गई चाह पीते गए, फिर मिले... Hindi · कविता · चाय पर शायरी · चाय प्रेम · चाहत 6 2 1k Share बदनाम बनारसी 14 Jun 2023 · 1 min read हम आज भी उनकी बात करते हैं वो चांद सितारे, गुलाब की बात करतें हैं, हुस्न और आफताब की बात करतें हैं, हम तो सैनिक हैं हमें हुस्न से क्या, हम तो हर जंग में बस खिताब... Poetry Writing Challenge · Gulab · Muktak · कविता · सैनिक 97 Share बदनाम बनारसी 14 Jun 2023 · 1 min read वो निगहबान हो गए जो घरवाले रहे वो अब मेहमान हो गए, वर्षों पुराने दुश्मन अब निगहबान हो गए, कभी जो हुआ करते थे जंगल हरे, वो सब अब श्मशान हो गए। सहे हैं... Poetry Writing Challenge · कविता · दुश्मन · मुक्तक लेखन 1 94 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read प्यार बनारस मैं बनूँ शिवाला काशी का, तुम गंगा की हो धार प्रिये। मैं चेतगंज का मेला हूँ, तुम कजरी का त्योहार प्रिये। मैं मालवीय की कर्मभूमि, तुम शास्त्री का संसार प्रिये।... Poetry Writing Challenge · कविता · काशी · प्यार बनारस · बनारस · शिवाला 106 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read हमें अनजान कहते हैं जिसे हम अपनी जान कहते हैं, वो हमें अनजान कहते हैं।। कुछ इस कदर से दिल को समझाने लगे हैं, हम रो के मुस्कुरा के मनाने लगे हैं। सोचा था... Poetry Writing Challenge · कविता · मुस्कुराना · रोना · समझाना 105 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read पति की व्यथा (हास्य व्यंग) दिन भर हमसे काम कराए, घर का झाड़ू पोछा, उसके बाद किचन में बनवाए इडली डोसा, जब भी मैं मोबाइल देखूं मारे हमको हूसा, बोलती है तुम अब रहे ना... Poetry Writing Challenge · कविता · पति पत्नी · हास्य कविता · हास्य व्यंग रचना 170 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read हम आज भी उनकी ही बात करते हैं वो चांद सितारे, गुलाब की बात करतें हैं, हुस्न और आफताब की बात करतें हैं, हम तो सैनिक हैं हमें हुस्न से क्या, हम तो हर जंग में बस खिताब... Poetry Writing Challenge · कविता · चांद · सितारे · सैनिक 62 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read कुछ तो बात है उसमें कुछ तो बात है उसमें, वो जाने क्या कर गयी। था भरी महफिल में मैं अब तक वो इक पल में तन्हा कर गयी।। कौन है वो जो इस दिल... Poetry Writing Challenge · कविता · कुछ खास बात · मुक्तक छंद · मोहब्बत प्यार 86 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read समय - समय की बात है समय – समय की बात है। कभी मैं उनसे कभी वो मुझसे रूठ जाते हैं, वर्षों तक चलने वाले नाते यूँ एक पल में टूट जाते हैं, कभी उनसे मिलने... Poetry Writing Challenge · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · समय 1 93 Share बदनाम बनारसी 22 May 2023 · 1 min read भोजपुरी गीत जब से मिलल बाटे तोहसे नयनवा, हमहू भुलाइल बांटी सुखवा चैनवा। गोरी तोहरा प्यार में, जागी दिन रात हो कहिया तू अईबु गोरी, कब होई बात हो। तोहरे से जीनगी... Poetry Writing Challenge · Writing Challenge · कविता · गीत · भोजपुरी गीत · हमार बोली 152 Share बदनाम बनारसी 16 May 2023 · 1 min read कृष्ण की तरह राधा के होकर तो देखो ज़िन्दगी को कुछ यूं भी जी कर तो देखो हर जख्म सिलता है, सी कर तो देखो, बहुत सुकुं मिलता है दिल को, एक बार जी भर के रो कर... Poetry Writing Challenge · Love · Prem Geet · Radhakrishn · कविता · मुक्तक 2 114 Share बदनाम बनारसी 16 May 2023 · 1 min read उसे रोने की इजाज़त न थी वो मासूम था कुछ कह सके, ऐसी हालत न थी, अपनों को जवाब देना उसकी आदत न थी, चुप चाप बैग उठाया और काम पर चल दिया, वो मर्द था... Poetry Writing Challenge · Muktak · आंसू · कविता · मर्द · रोना 1 160 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read माँ तेरा आँचल ऐ माँ तेरा आँचल, याद नहीं बचपन में कितनी बार पकड़ा है, रोते हुये खिंचा है, हर बार ही तुमने मुझे प्यार से जकड़ा है, अपनी ममता से सींचा है।... Hindi · Kavita Maa Par · Maa Ka Aanchal · आंचल · कविता · गीत 1 239 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है, तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है।। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... Poetry Writing Challenge · Daily Writing Challenge · Kavita Maa Par · Writing Challenge · कविता 1 161 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read कुछ तो बात है उसमें कुछ तो बात है उसमें, वो जाने क्या कर गयी। था भरी महफिल में मैं अब तक वो इक पल में तन्हा कर गयी।। कौन है वो जो इस दिल... Poetry Writing Challenge · Poetry Poetrycommunity · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · ये उन दिनों की बात है 2 97 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read समय (दोहा) समय बनाता भूपति, समय बनाता दास, समय - समय की बात है, समय है सबसे ख़ास। © बदनाम बनारसी Hindi · Hindisahitya · कविता · दोहा · समय 6 2 446 Share बदनाम बनारसी 29 Dec 2022 · 1 min read हम आज भी उनकी बात करते हैं वो चांद सितारे, गुलाब की बात करतें हैं, हुस्न और आफताब की बात करतें हैं, हम तो सैनिक हैं हमें हुस्न से क्या, हम तो हर जंग में बस खिताब... Hindi · Sher · कविता · प्यार · बातें · समय से बातचीत 5 3 158 Share बदनाम बनारसी 1 Apr 2021 · 1 min read वक्त की तलाश में यूं हर वक्त खफा हो जाना ठीक नहीं, मेरा नाम लिख कर के मिटाना ठीक नहीं, आती हैं कई मुश्किलें राह –ए – इश्क में, यूं ज़रा सी ठोकर से... Hindi · कविता 21 12 734 Share बदनाम बनारसी 26 Mar 2021 · 1 min read रिश्तों की कड़वाहट माना की गलतियां की है मैंने पर क्या तुम सही हो, चलो मान लिया के हम बदल गएं, पर क्या तुम अब भी वही हो। गलतियां कौन नही करता इस... Hindi · कविता 17 8 669 Share बदनाम बनारसी 1 Feb 2021 · 1 min read एक नया गीत लिखता हूं प्रेम दो आत्माओं का मिलन है और संगीत आत्मा का परमात्मा से मिलन। इन दोनों को मिला कर प्रेम रस से परिपूर्ण ये गीत। आज मैं एक नया गीत लिखता... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 63 1k Share बदनाम बनारसी 16 Aug 2020 · 1 min read बस एक किरदार हो तुम समझते हो के तुम समझदार हो, अरे तुम तो बस एक किरदार हो। भागते हो जैसे वो भगाता है, नाचते हो जैसे वो नचाता है, जरा सी कुर्सी पाकर... Hindi · कविता 9 4 593 Share बदनाम बनारसी 17 May 2020 · 1 min read पति की व्यथा (हास्य व्यंग) दिन भर हमसे काम कराए, घर का झाड़ू पोछा, उसके बाद किचन में बनवाए इडली डोसा, जब भी मैं मोबाइल देखूं मारे हमको हूसा, बोलती है तुम अब रहे ना... Hindi · कविता 10 6 659 Share बदनाम बनारसी 22 Sep 2019 · 1 min read इश्क़ की बदनसीबी मैं नज़रे मिलाऊँ, वो नज़रें झुकाएँ, मैं नज़रें हटाऊँ, वो नज़रें मिलाएं, नज़र ही नज़र में नज़र मारते हैं, ये मैं जानता हूँ वो हमें चाहते हैं। मगर इश्क़ की... Hindi · कविता 7 4 324 Share बदनाम बनारसी 26 Dec 2018 · 1 min read कभी प्यार जताओ तो सही क्या तकलीफ है तुम्हें, बताओ तो सही, कभी फुर्सत मिले तो मेरे पास आओ तो सही, मैं तुम्हारे हर मर्ज़ की दवा रखता हूँ, एक बार अपनी नब्ज़ मुझे दिखाओ... Hindi · कविता 7 464 Share बदनाम बनारसी 1 Nov 2018 · 1 min read ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है, तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है।। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 58 814 Share बदनाम बनारसी 17 Aug 2018 · 1 min read अटल जी को श्रद्धांजलि वह महाशूर, वह शांतिदूत, वह महापुरुष, वह जननायक, वह राजनेता, वह तीर धनुष, वह पत्रकार, वह महाकवि, वह धीर पुरुष, जिसकी एक पुकार पर कारगिल में पूरा भारत मिटने को... Hindi · कविता 4 274 Share बदनाम बनारसी 3 Aug 2018 · 1 min read इस दिल में इक सैलाब छुपा रखा है मैंने आँखों में इक अंदाज़ छुपा रखा है, अपने होठों पर इक राज़ छुपा रखा है। ऐ दोस्त यूँ न कुरेदो मुझे, मैंने इस दिल में इक सैलाब छुपा रखा... Hindi · कविता 5 2 514 Share बदनाम बनारसी 26 Jul 2018 · 1 min read प्यार क्या है ? - एक अनोखा प्रश्न प्यार, क्या है ये प्यार ? किसी की याद में खो जाना या किसी के लिए आँखें नम हो जाना, किसी के लिए सारी रात जागना या किसी के लिए... Hindi · कविता 5 2 481 Share बदनाम बनारसी 3 Mar 2018 · 1 min read ये जीवन है, उलझ जाने का नई ये जीवन है 'बनारसी', हारने का नई, कोई तुम्हें मारे तो क्या, कभी किसी को मारने का नई। जीवन में प्यार करने का, निभाने का और प्यार बाँटने का, कभी... Hindi · कविता 4 391 Share बदनाम बनारसी 23 Aug 2017 · 1 min read आज फिर एक उमंग सी जगी है Disclaimer : इस कविता के सभी पात्र एवं घटनाएँ काल्पनिक हैं। इनका किसी भी व्यक्ति, वस्तु अथवा स्थान से कोई संबंध नहीं है। अगर कोई समानता पाई जाती है तो... Hindi · कविता 4 352 Share बदनाम बनारसी 21 Aug 2017 · 1 min read कुछ तो बात है उसमें कुछ तो बात है उसमें, वो जाने क्या कर गयी। था भरी महफिल में मैं अब तक वो इक पल में तन्हा कर गयी।। कौन है वो जो इस दिल... Hindi · कविता 4 369 Share बदनाम बनारसी 20 Aug 2017 · 1 min read ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है, तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है।। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... Hindi · कविता 7 2 663 Share