अनिल अयान श्रीवास्तव 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल अयान श्रीवास्तव 6 May 2017 · 1 min read मां गंगा का नीर है मां गंगा का नीर है मां गंगा का नीर है व मां बरगद की छांव. शीश झुकाता मै वहां जहां हैं मां के पांव. जनम दिया बडा किया यही जग... Hindi · दोहा 1 2 405 Share अनिल अयान श्रीवास्तव 3 May 2017 · 1 min read गीत अर्थ के अब अनर्थ हो गये शब्द है मृत्यु के पाश मे।। व्याकरण लापता हो गया मुहावरे भी गति विहीन है सूक्तियां क्यों अब मौन हैं। कहावतें भी अब विलीन... Hindi · गीत 1 1 258 Share अनिल अयान श्रीवास्तव 2 May 2017 · 1 min read गीत मै अपने दिल की रामकहानी लिखता हूं। अपनी पलकों से बहता पानी लिखता हूं। कविता मेरे अंतर्मन की परिभाषा है। कविता मेरे सपनों की अभिलाषा है। कविता मेरे संबल का... Hindi · गीत 1 242 Share अनिल अयान श्रीवास्तव 2 May 2017 · 1 min read गीत धरती जल रही है औ सूर्य हंस रहा है। वातावरण को देखो ये कैसे डस रहा है। कांक्रीट के वनों में हम अब रह रहे हैं। हरियाली की बातें किस्सों... Hindi · गीत 241 Share अनिल अयान श्रीवास्तव 2 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल। कोशिश बहुत की बदलाव के लिए। राहत नहीं है दिल के घाव के लिए। वो मुझको बेवफा अब मान बैठी है जगह नहीं दिल मे सद्भाव के लिए। ये काम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share