Alka Keshari 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Alka Keshari 3 Oct 2020 · 1 min read सैनिक सैनिक तिरंगे की ओढ़ चदरिया ,जब सैनिक घर आया है, हाय हाय यह क्या हो गया ,सबने शोर मचाया है। सिरहाने पर बैठी अम्मा ,रो -रोआहें भरती हैं। गूंज रहा... Hindi · कविता 2 3 439 Share Alka Keshari 7 May 2020 · 1 min read बिटिया बन के परी नन्ही सी बिटिया,जब आँगन में आती है। मंद-मंद मुस्कान देखकर,मइया खुश हो जाती है।। पर पापा के माथे पर ,चिंता की लकीरें दीखती हैं। दादी की बातें... Hindi · कविता 3 3 425 Share Alka Keshari 24 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ Alka Keshari Alka Keshari कविता Nov 24, 2018 माँ ममता की शीतल छाया,दरिया दिल होती है माँ। घर वो मंदिर जैसा होता,जिस घर मे होती है माँ।। ???? मीठी-मीठी... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 30 603 Share Alka Keshari 24 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ ममता की शीतल छाया,दरिया दिल होती है माँ। घर वो मंदिर जैसा होता,जिस घर मे होती है माँ।। ???? मीठी-मीठी लोरी गाती, थपकी देकर हमे सुलाती, अपने आँचल की... Hindi · कविता 4 5 581 Share Alka Keshari 26 Feb 2018 · 1 min read रिश्तों की सच्चाई कोई अपना ही अपना कह के सब कुछ लूट जाता है। वक्त की मार से अपनों का संग भी छूट जाता है कभी भी प्यार को दौलत के पलड़े में... Hindi · मुक्तक 734 Share Alka Keshari 21 Sep 2017 · 1 min read तितली काश की मैं एक तितली होती । नीली पीली चमकीली सी, रंगो वाली चटकीली सी। फूलों के ऊपर मंडराती, कलियों का मैं जी बहलाती। अपनी साथी ति तली के संग,... Hindi · कविता 377 Share Alka Keshari 2 Sep 2017 · 1 min read पतिंगे का प्यार नन्हां सा दिया देख उमड़ता प्यार है पतिंगे का, जलते हुये दिये पे जां निसार है पतिंगे का। छड़िक सुख की खा़तिर सब कुछ विसार देता है, ग़म पास आते... Hindi · कविता 1 708 Share Alka Keshari 1 Sep 2017 · 1 min read विकास की सोच सनसनी है हर तरफ आगमन विनाश का सोचिए क्या हस्र होगा देश के विकास का। जो हैं आदृत लोग यहां वो कुर्सियां बचाते हैं, उत्कोच के सहारे अपनी डफलियां बजाते... Hindi · कविता 411 Share Alka Keshari 31 Aug 2017 · 1 min read प्यार का इज़हार जब से वो अपने प्यार का इज़हार कर.गये, झुका के नज़र इश्क का इक़रार कर गये, दिल को लगा झटका मैं सोचने लगी, हैं कौन .वो जो हमको बेक़रार कर... Hindi · मुक्तक 752 Share Alka Keshari 30 Aug 2017 · 1 min read माँ का आँचल धन्य है । धन्य.धन्य मेरी भारत माँ का आँचल धन्य.है, प्रहरी बना हिमालय वो हिमांचल धन्य है। लहराती बलखाती नदियां बहती जिसके आँगन में, कोयल प्यारी गीत सुनाए कूं कूं करके सावन में,... Hindi · गीत 1 791 Share Alka Keshari 30 Aug 2017 · 1 min read इन्सान बडा़ है ना हिन्दू बडा़ है ना मुसलमान बडा़ है इन्सानियत हो जिसमें वो इन्सान बडा़ है। एक ही अल्लाह एक ही राम हैं, एक ही दाता के अनेकों ही नाम हैं,... Hindi · गीत 1 392 Share