ओम प्रकाश श्रीवास्तव 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 Apr 2024 · 1 min read माँ महागौरी है नमन मातु महागौरी नमन,दिवस अष्टमी आज। स्वीकारो मम भक्ति को,जैसा भी है साज।। भाव पुष्प स्वीकार कर, चखिए पावन भोग। दया दृष्टि ऐसी रखो,शुभता से हो योग।। धर्म कर्म में मन... Hindi · दोहा 1 29 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 Apr 2024 · 1 min read माता रानी दर्श का माता रानी दर्श का,बनता जब संयोग। दिक्कत सारी खुद मिटे,मिटते सारे रोग। मिटते सारे रोग,अर्थ भी समुचित आए। उमड़े उर अनुराग,भक्ति का पथ ही भाए। कहता कविवर ओम,मातु हैं सब... Hindi · कुण्डलिया 1 26 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 14 Apr 2024 · 1 min read मातु काल रात्रि मातु काल रात्रि माता कालरात्रि तुम आओ। भय संशय सब दूर भगाओ।। शक्ति सातवीं तुम हो माता। श्याम वर्ण है तुमको भाता।। बुरी शक्ति को आप मिटातीं। भक्ति शक्ति को... Quote Writer 1 24 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 14 Apr 2024 · 1 min read जय जय दुर्गा माता जय जय दुर्गा माता दुर्गा माँ के नाम का,करें जाप जो भक्त। कष्ट मिटें उनके सभी,सुखमय बीते वक्त।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 27 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 24 Mar 2024 · 1 min read आया होली पर्व आया प्यारा होली पर्व। प्रेम रंग से रँगना सर्व।। राग द्वेष से रहना दूर। हर्ष उठाना तुम भरपूर।। पापड़ गुझिया अरु नमकीन। होली व्यंजन पावन तीन।। अपने प्रियजन को ले... Hindi · बाल कविता 32 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Mar 2024 · 1 min read मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि परिवार और समाज को भी खोखला करती है।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 46 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 9 Mar 2024 · 1 min read उन्नति का जन्मदिन गणपति बाबा है नमन,करो विनय स्वीकार। निधि मनीष हर्षित रहें,बरसे कृपा अपार।। उन्नति का है जन्म दिन,नवल मार्च को आज। शिव जी की हो अति कृपा,शोभित हो सब साज।। ज्ञान... Hindi · दोहा 40 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 8 Mar 2024 · 1 min read महिला दिवस विशेष दोहे मिशन शक्ति की धूम है,सुंदर है परिवेश। चर्चा नारी की बढ़ी,अपने प्यारे देश।। पढ़े बालिका खूब अरु,पाए समुचित स्थान। तभी शक्ति उसकी बढ़े,समझो अगर विधान।। उच्च सोच अरु ज्ञान से,मिलता... Hindi · दोहा 1 38 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 7 Mar 2024 · 1 min read नारी है नारायणी नारी है नारायणी,दुर्गा काली रूप। मर्यादा इसकी रखें,जनता हो या भूप। जनता हो या भूप,ध्यान सबका हीं रखतीं। करके अतिशय त्याग,सर्वहित उर से लखतीं। कहता कविवर ओम,सृष्टि रचना यह प्यारी।... Hindi · कुण्डलिया · महिला दिवस 1 45 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 4 Mar 2024 · 1 min read आफत की बारिश असमय वर्षा जो गिरी,विस्मित है संसार। फसलें हैं बर्बाद अब,मुश्किल में परिवार। मुश्किल में परिवार, फसल गेहूँ मुरझाई। लेकर वर्षा रूप,जगत आफत सी आई। डरते सभी किसान,देख नभ फिर बदरामय।... Hindi · कुण्डलिया 1 48 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 4 Mar 2024 · 1 min read भारत को निपुण बनाओ प्रेम भाव से मिलकर सब जन, शिक्षा का नव दीप जलाओ। आंगनवाड़ी शिक्षक साथी, निज भारत को निपुण बनाओ।। माना मुश्किल पथ है अतिशय, नहीं कभी पर तुम घबराना। कंटक... Hindi · गीत 2 1 47 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 3 Mar 2024 · 1 min read शिव स्तुति महत्व शिव की स्तुति सबजन कीजिए। जीवन में खुशियाँ भर लीजिए।। Hindi · कोटेशन 1 43 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 3 Mar 2024 · 1 min read शिव स्तुति दोहा:- *भोले बाबा है नमन,करो विनय स्वीकार।* *बरसाकर प्रभु सत कृपा,करिए जग उद्धार।।* *भक्ति भाव उर में जगे,उमड़े उर में प्यार।* *सत्य कर्म करता रहूं,रख शीतल व्यवहार।।* चौपाई:- शिव महिमा... Hindi · दोहा 2 1 58 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 28 Feb 2024 · 1 min read मछली रानी मछली रानी मछली रानी। पीती रहती दिनभर पानी।। प्राण वायु भी जल से लेती। अति जल को बाहर कर देती।। नौका सम रखती अपना तन। बच्चों समझो मछली जीवन ।।... Hindi · बाल कविता 1 54 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 27 Feb 2024 · 1 min read नैतिक वचन काया या माया का जब हो अति दर्प। मानव विचरे बन जहरीला सर्प।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Hindi · कोटेशन 46 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 27 Feb 2024 · 1 min read आवश्यक मतदान है आवश्यक मतदान है,रखो सभी यह ध्यान। मत की ताकत से सजे,सारा राज विधान।। समझो मत के मूल्य को, करो सभी मतदान। एक एक मत से बढ़े,लोक तंत्र की शान।। कैसा... Hindi · दोहा 50 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 25 Feb 2024 · 1 min read मां शारदे कृपा बरसाओ हे जग जननी मातु शारदे, कृपा दृष्टि जग पर बरसाओ। द्वेष दर्प का तम जग छाया, सत्य ज्ञान दे इसे मिटाओ। माया मोहित होकर मानव, सत पथ से है रखता... Hindi · गीत 1 43 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 24 Feb 2024 · 1 min read मानवता के पथ पर मानवता के पावन पथ पर, मदद भाव है उर में जगता। धर्म जाति का भेद भाव सब, दूर हृदय से है अति भगता। ईश्वर हर इक ही मानव को, ज्ञान... Hindi · गीत 51 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 23 Feb 2024 · 1 min read अन्नदाता किसान अतिशय करता नित्य श्रम,रख मौसम का ध्यान। पालक दूजा वह जगत, कहते जिसे किसान। कहते जिसे किसान,कर्म जग हित है करता। उपजा कर के अन्न ,पेट जग का है भरता।... Hindi · कुण्डलिया 2 62 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read माया के मधुपाश माया के मधु पाश में, फंसते जो भी लोग। तजकर जीवन लक्ष्य सत,करें गलत उपयोग। करें गलत उपयोग,दर्प में फूले रहते। लेकर खोखल नाव,झूठ की धारा बहते। जीवन कर बेकार,बचाते... Poetry Writing Challenge-2 2 56 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read अतिशय इच्छा अर्थ की अतिशय इच्छा अर्थ की, लाती हृदय विकार। मानव पकड़े पथ गलत,करता नहीं विचार। करता नहीं विचार,अर्थ लख बढ़ता जाता। त्याग प्रेम का भाव,दर्प उर को है भाता। पकड़े रहते झूठ,सत्यता... Poetry Writing Challenge-2 1 52 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रखकर माता सत कृपा,रखना सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Poetry Writing Challenge-2 1 46 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read भारत जनता उर बसे भ भारत जनता उर बसे,महाबली हनुमान। रक्षित भारत मम रहे,रचते उचित विधान। रचते उचित विधान,वीरता उर में भरते। लख के जिसको शत्रु,हृदय में अतिशय डरते। नहीं कभी बर्दाश्त,किसी की यहाँ... Poetry Writing Challenge-2 1 29 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read हठधर्मिता से रखिए दूरी प्राणी हठ धर्मी बनकर के, कष्ट बहुत है जग में पाता। सोच नियत तब उसकी होती, भाव धैर्य का है घट जाता।। हर इक प्राणी को ब्रह्मा ने, सोच समझ... Poetry Writing Challenge-2 1 27 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read देख परीक्षा पास में देख परीक्षा पास में,अचरज में कुछ बाल। अब ऐसा मैं क्या करूं,बने उचित मम ढाल।। कठिन परीक्षा लग रही,कैसे हो यह पार। रखकर पुस्तक सामने,करता करुण पुकार।। शिक्षण का था... Poetry Writing Challenge-2 1 35 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read अतिशय माया के चक्कर में अतिशय माया के चक्कर में, व्यर्थ कर्म में सब डट गए। बातों के ही जमा खर्च में, जीवन के पन्ने पलट गए। सोच समझ कर ब्रह्मा जी ने, मानव रचना... Poetry Writing Challenge-2 1 52 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read ज्ञान दायिनी ज्ञान दायिनी पाप नाशिनी भक्तों की हो भाग्य विधाता। जग जननी अरु जग की पालक नाम शारदे तेरा माता।। तुम हो स्वर की देवी माता, संगीत सदा तुझमें बसता। तेरी... Poetry Writing Challenge-2 1 44 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read पावन अपने गांव की पावन अपने गांव हैं, रखें प्रदूषण दूर। सीमित साधन हों भले,प्राण वायु भरपूर।। बरगद पीपल नीम अरु,हरे भरे सब वृक्ष। प्राण वायु देते सुखद,जग हित का यह पक्ष।। उत्तम औषधि... Poetry Writing Challenge-2 1 45 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read मीठी वाणी मीठी वाणी रिश्ते जोड़े। कर्कश वाणी रिश्ते तोड़े।। मीठी वाणी प्रेम बढ़ाती। कर्कश वाणी क्रोध दिलाती।। मीठी वाणी सुख की दाता। मानव सब कुछ इससे पाता।। कर्कश वाणी कष्ट बढ़ाए।... Poetry Writing Challenge-2 1 69 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read अनुपम पल्लव प्रेम का अनुपम पल्लव प्रेम का, बसता हिय दरबार। समझे मानव सार जब,बदले निज व्यवहार। बदले निज व्यवहार,करे जीवों की सेवा। लखकर ऐसे भाव,रहें हर्षित सब देवा। प्रेम हृदय का साज, कुटिलता... Poetry Writing Challenge-2 1 37 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read मानव जीवन लक्ष्य क्या मानव जीवन लक्ष्य क्या, आओ समझें आज। दान पुण्य अरु ज्ञान सत,जीवन का मधु साज। जीवन का मधु साज,अहिंसा को हम मानें। दया भावना संग, कर्म नीति को पहचानें। द्वेष... Poetry Writing Challenge-2 1 35 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read प्यार लुटाती प्रेमिका प्यार लुटाती प्रेमिका,करती मधु व्यवहार। कुछ तो करतीं प्यार सत,कुछ मांगे गल हार।। प्रेमी से प्यारा लगे,स्वर्ण धातु का हार। मिलता यदि नहि हार तो, करती हैं दुत्कार।। कलियुग की... Poetry Writing Challenge-2 1 48 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read बदला मौसम मान बदला मौसम मान है,रखें सभी हम ध्यान। सोच समझ त्यागें सदा,सर्दी के परिधान।। गर्म वस्त्र के त्याग में,करिए सोच विचार। स्थिति मौसम लखकर सदा,करो उचित व्यवहार।। जल्दी होती है बुरी,लाती... Poetry Writing Challenge-2 1 42 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read पावन हो नव वर्ष पावन हो नववर्ष यह,सुंदर हो सब साज। हर्षित हो सारा जगत, सुफलित हो हर काज। सुफलित हो हर काज,रहे रक्षित हर काया। सत श्रद्धा भर भाव, सुशोभित हो मानव मन।... Poetry Writing Challenge-2 1 48 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read भोले बाबा है नमन भोले बाबा है नमन,करिए कृपा अपार। नवल वर्ष के क्षण सभी,मिले आपका प्यार। मिले आपका प्यार,बहे खुशियों की गंगा। हर उर हो अनुराग,रहे तन मन जग चंगा। विनय करे नित... Poetry Writing Challenge-2 1 46 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read राम नाम की गूंज से राम नाम की गूंज से,छाया अतिशय हर्ष। धर्म सनातन कह रहा,जय जय भारत वर्ष।। धर्म सनातन सीख मधु,रहे मनुज उर हर्ष। उत्तम करते कर्म जो,होता तत उत्कर्ष।। धर्म सनातन संग... Poetry Writing Challenge-2 1 36 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read रूप मनोहर श्री राम का रूप मनोहर राम का,करिए सभी प्रणाम। जीवन में हो प्रभु कृपा, सुफलित हो हर काम।। घर घर आए राम हैं,सुंदर बना विधान। सत्य कर्म करते रहो,यही राम सम्मान।। कलियुग का... Poetry Writing Challenge-2 1 48 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read आए निज घर श्री राम आए निज घर रघुवर राजा। करने को सब सुंदर काजा।। राम राज फिर से आएगा। द्वेष दर्प जग मिट जायेगा।। धर्म सनातन फिर छाएगा। उचित पंथ मानव पाएगा।। लोभ अर्थ... Poetry Writing Challenge-2 1 45 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read केवट और श्री राम केवट बोला भक्ति से,सुनिए श्रीवर राम। धन्य हुआ मम जन्म अब, आए श्री मम धाम।। आए श्री मम धाम, पार गंगा को करने। जाना वन को आज,कष्ट भक्तों के हरने।... Poetry Writing Challenge-2 1 34 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read हठ धर्मी बनाना हठ धर्मी बनना मनुज, समझो एक विकार। कुंठित होती सोच है,उपजे कटु व्यवहार।। मानव तजकर सत्य को,करता बहु अभिमान। कर्म स्वयं के सत समझ,तोड़े उचित विधान।। राम चरित मानस लिखा,... Poetry Writing Challenge-2 1 57 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read सूप नखा का लंका पहुंचना रावण बहना भाग कर,पहुंची भ्राता पास। नाक हमारी कट गई,करो भ्रात विश्वास।। दशरथ नंदन राम से, माँगा था कुछ प्यार। गरिमा मेरी चीर कर,किया राम इनकार।। बोले मुझसे प्रेम से,जाओ... Poetry Writing Challenge-2 1 42 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read सीता की खोज सीता की सत खोज में,चले वीर हनुमान। शक्ति पुंज के साथ ही,अतिशय जो विद्वान।। राम नाम को ध्यान कर, पहुँचे सागर पार। विप्र रूप में वह गए, दैत्य विभीषण द्वार।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 41 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read कैसा कलियुग आ गया कैसा कलियुग आ गया, बदला आज समाज। रिश्ते बनते अर्थ लख, तजकर सारी लाज। तजकर सारी लाज,मनुज कारज कटु करता। उपजा उर में बैर,हृदय में कटुता भरता। कहता सबसे ओम,जगत... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 28 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे वंदना मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रहती माता की कृपा,रहता सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 2 59 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे वंदना मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रहती माता की कृपा,रहता सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Hindi · कुण्डलिया 76 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 11 Feb 2024 · 1 min read आयी ऋतु बसंत की आयी ऋतु बसंत मधुर,करके अनुपम साज। विद्वत कहते हैं इसे,यही सृष्टि की ताज। यही सृष्टि की ताज,धरा लाए हरियाली। नव पत्तों के साथ,सजे वृक्षों की डाली। महक आम की बौर,लगे... Hindi · कुण्डलिया 1 64 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 10 Aug 2023 · 1 min read मेरी माटी मेरा देश भाव मेरी माटी मेरा देश भाव, साथी मेरे तुम पहचानो। गौरव गाथा अपने भारत की, जग समझाओ खुद भी जानो।। भारत प्यारा है देश हमारा, वृहद शौर्य से इसका नाता। ज्ञान... Poem · देश भक्ति 1 194 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 5 Aug 2023 · 1 min read धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही अधिक उच्च विचारों के होंगे।। धैर्य वान बनो,विचार वान बनो। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 357 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 31 Jul 2023 · 1 min read अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है सच तो यह है हम सभी मोबाइल के कठोर जाल में हैं। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 163 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 28 Jul 2023 · 1 min read चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम। चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम। प्रभुवर की हो सत कृपा, सुफलित हो हर काम।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 427 Share Page 1 Next